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पुण्यतिथि पर : मैंने जितना दिया, उससे कहीं ज्यादा मुझे मिला: प्रणव मुखर्जी

हेमेन्द्र क्षीरसागर, लेखक, पत्रकार व विचारक देश और राजनीति को मैंने जितना दिया, उससे कहीं ज्यादा मुझे मिला अपनी जीत की घोषणा होने के कुछ देर बाद ही देश के…

संघी और मुसंघी में एकता

तालिबान के बाद संघ के बदलते सूर।नौ सौ चूहे खाकर बिल्ली हज को चली।भारत में इस्लाम को किसी तरह का ख़तरा नहीं है?अगर हिंदू-मुसलमान एक हैं तो अब काशी-मथुरा जैसे…

राजीव गांधी की पुण्यतिथि 21 मई पर विशेष…………. एक भविष्यदृष्टा प्रधानमंत्री जिसने रखी डिजिटल इंडिया की नींव : अमित नेहरा

-सिस्टम की अच्छाई और बुराई दोनों का श्रेय लेने वाला एक अनोखा प्रधानमंत्री-राजनीति में गच्चा खाने वाला लेकिन साफगोई पसन्द नेता-भविष्यदृष्टा और मृदुभाषी युवा प्रधानमंत्री एक बार भारत के प्रधानमंत्री…

भीख मांगिए, उधार लीजिए या फिर चोरी करिए, दिल्ली हाईकोर्ट की फटकार।

कोर्ट ने कहा कि मानवता बची है कि नहीं?मोदी सरकार के लिए लोगों से ज्यादा स्टील उद्योग जरूरी। देश में ऑक्सीजन पर मचा है हाहाकार।मोदी का उपदेश धैर्य, संयम, अनुशासन,…

बोया पेड़ बबूल का आम कहां से होय !

“पैदल चलना पड़ा, बड़ा कष्ट हुआ लेकिन मोदी ने देश को बचा लिया, वोट तो हम फिर भी मोदी को ही देंगे। “चाटूकारिता की ऐसी भी क्या मजबूरी कि मरते…

कोरोना ने देश में शिक्षा, टेंट, कैटरीग, हलवाई, बैंड बाजा तथा घोड़े वालो के धंधे पर डाला गहरा असर !

चुनाव, रैली का आयोजन क्यों जारी?जून जुलाई तक शादी के मुहुर्त करोना खा जायेगा फिर चार माह के लिए मलमास लग जायेगा ।बच्चे ऑनलाइन क्लास करके अपनी सेहत खराब कर…

महामारी में कुंभ का गंगा स्नान

कुंभ में टूटते सभी नियम, कैसे होगा देश में कोरोना के प्रसार पर नियंत्रण।मरकज और जमाती के नाम पर चिल्लाने वाली मीडिया अब बोलती बंद?आस्था की भारी कीमत आने वाले…

कोरोना काल में नीयत पर सवाल

इतना ‘मास्क-मास्क’ चिल्लाओ की सारी गलती तुम्हारे परिवार के सदस्य की निकल आये।निजी कार, एक पब्लिक प्लेस है, पर पीएम केयर्स फ़ंड, पब्लिक फ़ंड नहीं है ?कोरोना की दूसरी लहर…

राफेल विमानों में घोटाला, राफेल विमान के लिए दी घूस

राफेल सौदे में मिडिलमैन कौन था, किसे डसॉल्ट द्वारा रिश्वत दी गई थी?“राष्ट्रीय सुरक्षा”, “राष्ट्रीय गौरव”, “राष्ट्रीय सम्मान” जैसे जुमलों का झुरमुट छांट दें तो उसमें जो दिखेगा तो वो…

बंद कीजिये साहेब बार बार मिथ्यावाचन करना।

– लाचित बड़फुकन अंग्रेजों नहीं मुगलों से लड़े थे।– सन 1671 में सराईघाट-युद्ध में औरंगजेब की फौज़ को करारी शिक़स्त दी थी– अंग्रेज तो डेढ़ सौ साल बाद 1826 में…

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