Category: देश

रूस-यूक्रेन शांति वार्ता सऊदी अरब के रियाद में शुरू: यूरोपीय संघ व यूक्रेन की अनुपस्थिति से हड़कंप, भारत को संभावित लाभ

अमेरिकी राष्ट्रपति की नीतियाँ और रूस-यूक्रेन युद्ध पर ध्यान केंद्रित भारत की विकासशील अर्थव्यवस्था तेल आधारित है, शांति समझौते से रूस पर लगे प्रतिबंध हटेंगे तो भारत को बहुत फायदा…

डॉक्टर बनने के लिए क्यों देश छोड़ रहे भारतीय छात्र? क्या शिक्षा की गुणवत्ता बेहतर है या कुछ और?

घरेलू मेडिकल संस्थानों में उपलब्ध कुछ सीटों के लिए कड़ी प्रतिस्पर्धा और इस तथ्य के कारण कि कुछ देश बहुत कम ट्यूशन फीस देते हैं, भारतीय छात्र अक्सर विदेश में…

अमेरिका से भारतीयों का अपमानजनक निर्वासन: मोदी सरकार की विदेश नीति की असफलता

स्वयंसेवी संस्था ‘ग्रामीण भारत’ के अध्यक्ष वेदप्रकाश विद्रोही ने उठाए गंभीर सवाल नई दिल्ली,रेवाड़ी, चंडीगढ़, 18 फरवरी 2025 – स्वयंसेवी संस्था ‘ग्रामीण भारत’ के अध्यक्ष वेदप्रकाश विद्रोही ने अमेरिका से…

नई दिल्ली रेलवे स्टेशन भगदड़ : 18 यात्रियों की मौत पर वेदप्रकाश विद्रोही ने जताया शोक ………

मोदी सरकार पर लगाया कुप्रबंधन का आरोप नई दिल्ली,चंडीगढ़,रेवाड़ी, 17 फरवरी 2025: स्वयंसेवी संस्था ग्रामीण भारत के अध्यक्ष वेदप्रकाश विद्रोही ने नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर मची भगदड़ में 18…

विवाह के झूठे वादों से दुष्कर्म के बढ़ते मामले

हाल के वर्षों में बलात्कार के ऐसे मामलों की संख्या में वृद्धि हुई है, जिनमें अभियुक्त पर बलात्कार का आरोप लगाया जाता है। इन मामलों में, एक पुरुष जिसने एक…

मातृ-पितृ पूजन दिवस का आगाज़: माता-पिता से गुस्ताखी अक्षम्य अपराध

मातृ-पितृ पूजन दिवस का आगाज़: माता-पिता से गुस्ताखी अक्षम्य अपराध वर्तमान डिजिटल व पाश्चात्य प्रवृत्ति युग में युवाओं को माता-पिता के लिए समय नहीं, मातृ-पितृ पूजन दिवस से सराहनीय जन…

हे दयानिधे! जरूरी नहीं, सभी आपके अनुरूप हो…..

सुशील कुमार ‘नवीन’ संस्कृत देवभाषा है। संस्कृत सभी भाषाओं की जननी है। संस्कृत है तो संस्कार है, संस्कृति है। संस्कृत नहीं तो कुछ भी नहीं। प्रसिद्ध उक्ति भी है, भारतस्य…

बिप्लब देब ने प्रबुद्धजनों और मध्यम वर्ग के लोगों से बजट पर किया संवाद

बजट में विकसित भारत की रूपरेखा : बिप्लब देब पीएम मोदी का स्वच्छ भारत का मतलब करप्शन फ्री भारत : बिप्लब कुमार देब त्रिपूरा के पूर्व मुख्यमंत्री एवं सांसद बिप्लब…

अत्यधिक महत्वकांक्षा से टूटती परिवार के रिश्तों की डोर

बिखर रहे चूल्हे सभी, सिमटे आँगन रोज। नई सदी ये कर रही, जाने कैसी खोज॥ पिछले कुछ समय में पारिवारिक ढांचे में काफ़ी बदलाव हुआ है। मगर परिवारों की नींव…

“यू.एस. इंडिया कॉम्पैक्ट”  चुनौतियाँ और अवसर

संयुक्त राज्य अमेरिका और भारत के बीच बदलती गतिशीलता का इक्कीसवीं सदी में दुनिया के संगठित होने के तरीके पर बड़ा प्रभाव पड़ता है। इस साझेदारी की क्षमता को पूरी…