Category: देश

दुर्घटना पीड़ितों के लिए “कैशलेस” उपचार : नीयत नेक, व्यवस्था बेकार

इस देश में जब कोई सड़क पर दुर्घटनाग्रस्त होता है, तो सबसे पहले यह नहीं पूछा जाता कि ज़ख्म कितना गहरा है — पहले यह पूछा जाता है कि “पहचान…

ईरान-इज़रायल-अमेरिका युद्ध: खेमेबाज़ी का दौर शुरू, तीसरे विश्व युद्ध की आशंका, वैश्विक तेल संकट गहराया.

ईरान-इजरायल,अमेरिका युद्ध से कच्चे तेल की कीमतों में विस्फोटक वृद्धि की संभावना- ईरान के स्टेट आफ होमर्ज़ (तंग समुद्री रास्ता) बंद करने की संभावना तीसरे विश्व युद्ध की ओर कदम…

क्या पुरस्कार अब प्रकाशन-राजनीति का मोहरा बन गए हैं?

डॉ. सत्यवान सौरभ “साहित्य समाज का दर्पण होता है।” यह वाक्य हमने न जाने कितनी बार पढ़ा और सुना है। परंतु आज साहित्य के दर्पण पर परतें चढ़ चुकी हैं—राजनीतिक,…

पंडित श्यामा प्रसाद मुखर्जी के बलिदान दिवस पर विशेष

“एक देश में दो विधान, दो प्रधान, दो निशान – नहीं चलेंगे” ✍️ सुरेश गोयल ‘धूप वाला’ …………… पूर्व जिला महामंत्री, भाजपा हिसार पृथ्वी पर समय-समय पर कुछ ऐसी महान…

कूटनीति में महिलाओं का तीसरा अंतर्राष्ट्रीय दिवस : लैंगिक समानता की ओर निर्णायक कदम24 जून 2025- 

नारीवाद नेतृत्व को,एक प्रमुख सिद्धांत के रूप में स्थापित करना ज़रूरी- एक नई चेतना की आवश्यकता शांति, सुरक्षा, सतत विकास और सभी के लिए मानवाधिकार हासिल करने संबंधी उच्च पदों…

SURTAJ और MCKS ट्रस्ट के सहयोग से विशेष बच्चों के माता-पिता हेतु प्राणिक हीलिंग कार्यशाला का सफल आयोजन

प्राणिक ऊर्जा से आत्मबल, संतुलन और आंतरिक शांति की ओर एक प्रेरणादायक कदम गुरुग्राम (जतिन/राजा)। SURTAJ फाउंडेशन और MCKS योग विद्या प्राणिक हीलिंग ट्रस्ट के संयुक्त तत्वावधान में गुरुग्राम में…

ममत्व से रचे गए शब्द हर मां के दिल को छू लेंगे  : रेखा गुप्ता

दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने किया डॉ जीना चहल धनखड़ की पुस्तक ‘ही कॉल्स मी मामा’ का विमोचन साहित्य,शिक्षा, संस्कृति और राजनीति से जुड़ीं हस्तियां रहीं भव्य लोकार्पण समारोह…

गले में डंक, दिल में सन्नाटा: मधुमक्खी से मृत्यु और मानव की नाजुकता पर गहन दृष्टि

प्रियंका सौरभ ………… (स्वतंत्र स्तंभकार, कवयित्री एवं सामाजिक विषयों पर लेखिका) 12 जून 2025 की सुबह लंदन के एक पोलो मैदान में घटी एक घटना ने आधुनिकता की चमक-दमक में…

अमेरिका के राष्ट्रपति का जुनून और नोबेल शांति पुरस्कार 2026 की बढ़ती प्रतिष्ठा

वैश्विक स्तरपर 6 क्षेत्रों में दिए जाने वाले नोबेल पुरस्कारों की चयन प्रक्रिया अत्यंत कठोर,विभिन्न चरणों में भारी मानदंडों से होना इसकी खूबसूरती है दुनियाँ के सबसे शक्तिशाली राष्ट्र के…

एक देश की प्रधानमंत्री का कॉल लीक: सियासी संकट, तख्तापलट की आशंका और “वड्डा सडावण, वड्डा दुख पावण” की सटीकता

“वड्डा सडावण,वड्डा दुख पावण”- जितने बड़े पद प्रतिष्ठा जिम्मेदारी या ओहदे में रहेंगे,उतने ही बड़े कष्ट, जिम्मेदारियाँ और दुख भी सहने पड़ेंगे वैश्विक स्तरपर सरकार,शासन,प्रशासन से लेकर समाज़ तक का…

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