Category: विचार

मैं जीवित हूँ और अपने नाम पर ही कोई संस्थान खोलूँ ऐसा कैसे? नेहरु

नेहरु ने कहा था संस्थान का नाम भोपाल पॉलीटेक्निक कीजिये, या सबसे प्रिय साथी वल्लभ भाई का नाम दीजिए। मैं जीवित हूँ और अपने नाम पर ही कोई संस्थान खोलूँ…

शक की सुई गुजरात के मोदी के सबसे विश्वस्त सहयोगी रहे प्रफुल्ल खोड़ा पटेल की ओर

दमन दीव दादरा नगर हवेली के प्रशासक है– कल महाराष्ट्र के गृह मंत्री ने प्रशासक की भूमिका को लेकर जांच का वक्तव्य दिया था– दादरा नगर हवेली के पुलिस अधीक्षक,…

सरकार के अहम् को चोट तो राजद्रोह,,,?

-कमलेश भारतीय क्या सरकार के अहम् को चोट पहुंचाने वाले को राजद्रोही माना जायेगा? सरकार ने तो माना लेकिन कोर्ट ने नहीं । यह फैसला पर्यावरणविद् दिशा रवि के मामले…

स्वतंत्रता के अधिकार और जांच के अधिकार के बीच एक संतुलन ?

“आ नो भद्राः क्रतवो यन्तु विश्वतोऽदब्धासो अपरितासउद्भिदः। “ – उदासीन या विनम्र नागरिक के होने के मुकाबले किसी भी लोकतंत्र में एक जागरूक और मुखर नागरिक का होना स्वस्थ और…

पुडुचेरी की सरकार गिरी : आओ जश्न मनायें

-कमलेश भारतीय लीजिए मित्रो आखिरकार जल्द होने वाले विधानसभा चुनाव और विश्वासमत लेने से पहले ही पुडुचेरी की नारायण सामी के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार औंधे मुंह गिर गयी ।…

लोकतंत्र और प्रचंड बहुमत , मज़बूत सरकार का नेता अगर तानाशाह हो जाए तो वो किसी की नहीं सुनता

– सरकार प्रचंड बहुमत इसलिए उन्होंने आंदोलनकारियों से कभी बात करने की ज़रूरत महसूस नहीं की । – मध्य प्रदेश की सरकार गिरते ही 4 घंटे के नोटिस पर पूरा…

जाटों ने साहब की खाट खड़ी कर दी

– यूपी का समाज हरियाणा पंजाब के रास्ते पर चल पड़ा है– किसान आंदोलन को खत्म कराने का ठेका लेकर मैदान में उतरे केंद्रीय मंत्री संजीव बाल्याण (खुद को जाट…

राजनीति में शातिर, श्रूड और धूर्त लोगों की जरूरत है

– राहुल खराब राजनेता हो सकते हैं, लेकिन इंसान बहुत शानदार हैं, वह उम्मीद जगाते हैं।– बाप के हत्यारे को माफ करने में सोने का कलेजा चाहिए।– उपयुक्त सुरक्षा छीन…

कैसे थे बुरे दिन , अच्छे दिनों के मुकाबले

– “मजा मारे जुम्मन मियां धक्का सहे जुगानी।”– जितना देश आर्थिक और बौद्धिक रूप से कमज़ोर हो रहा है उतना ही मोदी जी मज़बूत हो रहे हैं। – गडकरी देश…