Category: धर्म

परमात्मा का नाम केवल वही जपेगा जिसमें दीनता और प्रेम है : कंवर साहेब

कहा: भक्ति दिखावे की नहीं है; जैसे फूल खिलने से खुशबू स्वतः फैलने लगती है, वैसे ही भक्त की करनी स्वतः प्रगट होती है। — ये दुनिया एक सराय है,…

हुजुर के 77वें जन्मदिवस पर साध संगत का उमड़ा जनसैलाब, संगत ने बड़े हर्षोउल्लास से मनाया जन्मदिवस

— जन्म तो संतो की संगत के लिए मिला है फिर दुर्जन के संग क्यों जाया करते हो : कंवर साहेब जी — जन्मदिन की खुशी मत मनाओ : कंवर…

‘पुरुषोत्तम’ और ‘नरोत्तम’ हैं भगवान श्री राम ……..

राम त्याग पर चलते हैं और कृष्ण कर्म पर रामकथा में चमत्कार नहीं, लौकिकता है ‘है राम के वजूद पे हिंदोस्तां को नाज, अहले नजर समझते हैं, उसको इमाम-ए-हिंद।’ अशोक…

अयोध्या का पहला राजा और वर्तमान में अयोध्या का राजा कौन है ?

श्री राम की कुलदेवी कौन हैं? ……….. क्या आपको पता है भगवान राम के पूर्वज कौन थे, यहां देखें उनकी 40 पीढ़ियां अशोक कुमार कौशिक अयोध्या में राम मंदिर बनकर…

श्रीरामचरित मानस से …….. कौन हैं महाराज निमि, क्यों करते हैं सभी की पलकों में निवास?

भगवान श्री राम ने भी उड़ाई थी पतंग, रामचरित मानस के बालकांड में है उल्लेख अशोक कुमार कौशिक श्रीराम चरित मानस हमारे जीवन का आधार है। हमारे जीवन में मर्यादा…

हर एक मंदिर की है अनोखी कहानी, भगवान श्रीराम से जुड़े देश के 5 बड़े मंदिरों के बारे में जानिए

श्री राम के जीवन से जुड़ी 10 अनसुनी बातें, आप भी जानकर चौंक जाएंगे जानिए कहां पर प्रभु श्रीराम के राज्याभिषेक के समय रुके थे सूर्यदेव, 1 महीने तक रात…

अयोध्या के अलावा भारत में मशहूर हैं ये ‘राम मंदिर’

अयोध्या से ओरछा क्यों आए थे रामलला? महारानी कुंवर गणेश की 3 शर्तों की कहानी हरियाणा का मंदिर बना आकर्षण का केंद्र, जहां पानी में तैरता है ‘श्रीराम’ लिखा पत्थर…

कौन हैं शंकराचार्य ? ……….. जानें भारत में कैसे शुरू हुई ये पंरपरा, क्या है इनका महत्व

ब्रह्मा के चार मुख और हर मुख से एक वेद की उत्पत्ति हुई, उसी प्रकार चार पीठ की स्थापना की शास्त्रों को सुरक्षित रखने के लिए 4 मठ यानी पीठों…

मंदिर वहीं बनाएंगे’ नारे की कहानी जान हैरान रह जाएंगे !

कार सेवकों के लिए हर घर से ली जाती थी आठ-आठ रोटी, दो सगे भाइयों का योगदान रहा अनुकरणीय कार सेवकों को क्यों दिया गया है ये नाम, जानिए इसके…

अयोध्‍या राम मंद‍िर आंदोलन: मुसलमानों को शाहबानो दे दो, ह‍िंंदुओं के ल‍िए अयोध्‍या में ताला खुलवा दो ‘डील’ का दावा क‍ितना सच ?

अगर राजीव गांधी ने अरुण नेहरू की बात मानी होती तो अयोध्या की राजनीति बहुत अलग दिखती ज‍िस ह‍िंंदू सम्‍मेलन में पार‍ित हुआ पहला प्रस्‍ताव उसमें कांग्रेसी भी थे शाम‍िल…