Category: धर्म

अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत रविन्द्र पुरी का स्थानेश्वर महादेव मन्दिर में हुआ भव्य स्वागत

वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक कुरुक्षेत्र : महाभारतकालीन श्री स्थानेश्वर महादेव मन्दिर में भारत साधुसमाज के प्रदेशाध्यक्ष व मन्दिर के महंत बंशी पुरी जी महाराज द्वारा अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के…

निष्काम ही हमारे को बंधन से मुक्त रख सकते हैं: धर्मदेव

मुक्ति नहीं चाहिये, बस कर्म के बंधन ही नहीं हो. निष्काम साधना को ही माना गया है श्रेष्ठ साधना. केवल साधना से ही प्राप्त होता है आत्मिक बल फतह सिंह…

मकर सक्रांति पर सूर्योपासना से प्रसन्न होते है नारायण : कौशिक

शुक्रवार को रोहिणी नक्षत्र में मकर सक्रांति पड़ने का विशेष महत्व। वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिकगोविन्दानंद आश्रम ठाकुरद्वारा पिहोवा कुरुक्षेत्र :- भारत देश में वैसे तो बहुत से पर्वो का महत्व…

लोहड़ी पर्व – भाईचारे – सौहार्द का पर्व- बोध राज सीकरी, प्रधान, पंजाबी बिरादरी महासंगठन

लोहड़ी का त्यौहार अलग-अलग जाति, वर्ग को एक जगह पर एकत्र कर अग्नि को साक्षी बना देता है | इससे प्रेम और भाईचारा बढ़ता है | ये संस्कार हृदय स्थल…

नया साल तो तब है जब व्यक्ति के जीवन में कुछ नया हो: योग स्वपन

भिवानी, 4 दिसंबर। स्वपन धारा ध्यान मंदिर द्वारा प्रत्येक रविवार को लगाए जाने वाले नि:शुल्क ध्यान साधना शिविर का आयोजन माँ योग स्वपन द्वारा किया गया और नववर्ष का उत्सव…

प्रेम नहीं तो भक्ति नहीं और भक्ति के बिना परमात्मा नहीं : परमसंत कँवर साहेब जी

भक्ति मार्ग में जो अड़चन पैदा करे, उसे अविलम्ब त्याग दें : कंवर साहेब भिवानी जयवीर फोगाट 01 जनवरीहर आने वाला दिन एक नया सन्देश लेकर आता है। उस आने…

अध्यात्मिक खबर सत्संग सत्य का संग है : परमसंत कँवर साहेब जी

दिनोद धाम जयवीर फोगाट 26 दिसंबर,सत्संग को आदत बना लो और उसमें शामिल वचनों को अपने जीवन में ढाल लो तो आपको सारे कष्टों से मुक्ति मिल सकती है। सत्संग…

तुलसी पूजन दिवस ? हिन्दू त्यौहार ग्रेगेरियन कैलेंडर के हिसाब से नहीं मनाए जाते

अशोक कुमार कौशिक बीते कल सुबह दोस्तों को क्रिसमस की बधाई दी तो कुछ अजीब अजीब से रिप्लाई आने शुरू हो गए, धर्म की दुहाई, तुलसी पूजन दिवस और ये…

भगवान परशुराम ने सत्ता मद में चूर सहस्त्रार्जुन का किया वध : शंकराचार्य नरेन्द्रानन्द

पितामह भृगु द्वारा सम्पन्न नामकरण संस्कार के अनन्तर राम कहलाएभगवान परशुराम ने आरम्भिक शिक्षा महर्षि विश्वामित्र एवं ऋचीक से प्राप्त कीपरशुराम शस्त्रविद्या के महान गुरु थे भीष्म, द्रोण, कर्ण को…

भगवान परशुराम, विष्णु भगवान के आवेशावतार: शंकराचार्य नरेन्द्रानन्द

पितामह भृगु द्वारा सम्पन्न नामकरण संस्कार के अनन्तर राम कहलाए. परशुराम शस्त्रविद्या के महान गुरु थे भीष्म, द्रोण, कर्ण को शस्त्रविद्या दी. भगवान परशुराम ने सत्ता मद में चूर सहस्त्रार्जुन…

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