वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक

कुरुक्षेत्र : महाभारतकालीन श्री स्थानेश्वर महादेव मन्दिर में भारत साधुसमाज के प्रदेशाध्यक्ष व मन्दिर के महंत बंशी पुरी जी महाराज द्वारा अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत रविन्द्र पुरी महाराज का स्थानेश्वर महादेव मन्दिर पहुंचने पर भारत साधुसमाज एवं षडदर्शन साधुसमाज व संत समाज द्वारा भव्य स्वागत किया गया। इस अवसर पर कुरुक्षेत्र के विधायक सुभाष सुधा ने भी महंत रविन्द्र पुरी जी का पुष्प अर्पित कर अभिनंदन किया।

थानेसर के विधायक सुभाष सुधा ने इस अवसर पर अपने संबोधन में कहा कि देश मे फैली कोरोना महामारी से उबरने का रास्ता सन्तों ने दिखाया है देश की संस्कृति व संस्कारों को बचाने का काम सन्त समाज ने ही किया है उन्होंने कहा कि बहुत बड़ी तपस्या के उपरांत ही संतों का चोला मिलता है। उन्होंने महंत प्रभात पूरी सोशल वेलफेयर ट्रस्ट द्वारा चलाए जा रहे समाज कल्याण कार्यों की भूरी भूरी प्रशंसा करते हुए कहा कि बंसी पूरी ,महंत रोशन पूरी के शुभ कर कमलों से कार्य हो रहा है उन्होंने कहा कि यदि आज में विधायक हूं तो इसके पीछे समाज का आशीर्वाद है।

अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत रविंद्र पुरी अपने संबोधन में कहा कि अखाड़ो का मुख्य उद्देश्य समाज को मार्ग प्रशसत करना है व राह दिखाना है, सन्त सबके लिए समान भाव रखते है। समाज मे बुराईयों का शमन करने का प्रयास का आश्वासन भी अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत रविंद्र पुरी ने दिया। इस अवसर पर महंत बंशीपुरी महाराज ने अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत रवींद्र पुरी जी महाराज का का स्वागत करते हुए कहा कि उनका रविंदर पूरी से बहुत पुराना संबंध है उन्होंने मंच पर विराजमान सभी पूजनीय सन्तों का वंदन करते हुए कहा कि संत समाज व गृहस्त समाज एक दूसरे के पूरक हैं । देश भर के 13 अखाड़ो में करोड़ो सन्त है जोकि समाज का मार्गदर्शन कर रहे है। उन्होंने कहा कि कुम्भ के आयोजनों से विश्व मे सन्देश जाता था कि सन्त समाज की क्या परम्पराए होती है बन्सीपुरी महाराज ने विश्वास जताया कि महंत रविंद्रपुरी के कुशल मार्गदर्शन संत सभा एकसूत्र में कार्य करेंगे

इस मौके पर महामंडेलश्वर स्वामी डा. शास्वतानंद गिरि , भारत साधुसमाज के प्रदेशाध्यक्ष महंत बंशी पुरी,महंत महेश मुनि बड़ा अखाड़ा, महंत जगनाथपुरी, स्वामी सूर्यनंद सरस्वती,स्वामी देवेंद्रनंद गिरि, महंत करुणा नंद गिरि दिल्ली, महंत सर्वेश्वरी गिरि,महंत विश्वनाथ गिरि, महंत तरण दास, महंत ईश्वर दास,महंत लक्ष्मी नारायण पुरी, वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक, महंत रंग नाथ पुरी, महंत विशाल दास, स्वामी रोशन पुरी, महंत वासुदेवानंद गिरि, स्वामी वेद पुरी,महंत कृष्ण पुरी, महंत सुनील दास, स्थानू सेवा मंडल व नगर की कई समाजसेवी संस्थाओं के पदाधिकारी मौजूद रहे।

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