इस सरकार का हाजमा इतना तेज कि यमुना के रेत से लेकर डाडम व नांगल चौधरी तक की पहाड़ियों तक को हजम कर लिया- हुड्डा
बड़े-बड़े घोटालों को कमेटियों के जंजाल में उलझा रही है सरकार, नहीं कर रही दोषियों पर कार्रवाई- हुड्डा
अगर सरकार पाक-साफ तो हाईकोर्ट के सिटिंग जज की निगरानी में सीबीआई जांच से परहेज क्यों- हुड्डा
जन भलाई की बजाए सरकार का सारा जोर सिर्फ इवेंट मैनेजमेंट पर – हुड्डा
सरकार की नीतियों के चलते सरकारी दफ्तर, स्कूल, अस्पताल, सरकारी खजाना, दुकानदार व व्यापारी का गल्ला और गरीब-मजदूर का पेट सब खाली है- हुड्डा
कोरोना की पाबंदियां हटने के बाद होगा कुरुक्षेत्र में ‘विपक्ष आपके समक्ष’ कार्यक्रम- हुड्डा

21 जनवरी, कुरुक्षेत्रः हमारी सरकार के दौरान प्रति व्यक्ति आय, प्रति व्यक्ति निवेश, भाईचारे, खेलकूद, किसानों के सम्मान, खुशहाली और विकास में हरियाणा नंबर वन था। लेकिन बीजेपी व बीजेपी-जेजेपी सरकार ने हरियाणा को बेरोजगारी, महंगाई, भ्रष्टाचार, अपराध, किसानों पर अत्याचार, कुशासन, कंगाली और प्रदूषण में नंबर वन बना दिया। ये कहना है पूर्व मुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा का।

हुड्डा आज कुरुक्षेत्र में पत्रकार वार्ता को संबोधित कर रहे थे। इस मौके पर उन्होंने बताया कि कुरुक्षेत्र में होने वाले ‘विपक्ष आपके समक्ष’ कार्यक्रम को फिलहाल स्थगित कर दिया गया है। सरकार द्वारा जारी कोरोना गाइडलाइंस और जनता के स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए यह फैसला लिया गया है। कोरोना की पाबंदियां हटने के बाद पहले रविवार को कुरुक्षेत्र में इस कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा।

भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि आज जनता के कई मुद्दे हैं जिनपर सरकार को जवाब देना होगा। बीजेपी-जेजेपी सरकार ने हरियाणा को बर्बादी की कगार पर पहुंचा दिया है। इस सरकार का हाजमा इतना तेज हो गया है कि इसने यमुना के रेत से लेकर डाडम और नांगल चौधरी तक की पहाड़ियों को हजम कर लिया है। जो कमाई प्रदेश के ख़ज़ाने में पहुंचनी चाहिए थी, खनन घोटालों की वजह से वो खनन माफिया की तिजोरियों में जा रही है।

नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि उन्होंने खुद डाडम में जाकर देखा कि किस बेरहमी से वहां पर पहाड़ों की खुदाई की गई है। वहां पर बेखौफ तरीके से अवैध खनन और अवैध ट्रकों की आवाजाही जारी है। इसकी वजह से कई लोगों की मौत हो चुकी है। लेकिन आज तक दोषियों पर 302 का मुकदमा तक दर्ज नहीं हुआ। बड़े-बड़े घोटालों के बावजूद सरकार जांच के नाम पर सिर्फ कमेटी-कमेटी खेल रही है। इससे पहले शराब, रजिस्ट्री, धान और भर्ती समेत दर्जनभर घोटालों में सरकार ने कमेटी तो बना दी लेकिन कार्रवाई के नाम पर वहीं ढाक के तीन पात वाला नतीजा ही रहा। आज तक किसी भी उच्च पद पर बैठे व्यक्ति पर कोई कार्रवाई नहीं हुई।

इसीलिए विपक्ष की मांग है कि खनन से लेकर भर्ती घोटाले तक की जांच हाईकोर्ट के सिटिंग जज की निगरानी में सीबीआई द्वारा करवाई जानी चाहिए। तभी दोषियों को सजा मिल पाएगी। अगर सरकार दावा करती है कि वह घोटालों में दोषी नहीं है तो फिर उसे उच्च स्तरीय निष्पक्ष जांच से संकोच क्यों है।

किसानों के मुद्दों को संबोधित करते हुए हुड्डा ने कहा कि जन भलाई की बजाए सरकार का सारा जोर सिर्फ इवेंट मैनेजमेंट पर रहता है। पिछले कई सीजन से किसानों को मौसम की मार झेलनी पड़ रही है। बार-बार विपक्ष की तरफ से किसानों के लिए मुआवजे की मांग की गई, लेकिन अब तक सरकार ने पिछले सीजन में हुए नुकसान की भरपाई तक नहीं की। साढ़े पांच लाख एकड़ जमीन के लिए किसानों ने सरकार से मुआवजे की अपील की लेकिन वह आज तक सिर्फ इंतजार कर रहे हैं। पिछले कुछ दिनों से हो रही बारिश के चलते कुरुक्षेत्र व आसपास के क्षेत्र में आलू समेत कई सब्जी और अन्य फसलों पर बुरा असर हुआ है। लेकिन सरकार ने इसका अब तक कोई संज्ञान नहीं लिया।

हुड्डा ने कहा कि कांग्रेस सरकार के दौरान कुरुक्षेत्र को एनआईडी जैसे संस्थान व इलाके को दादूपुर नलवी जैसी परियोजना की सौगात दी गई। लेकिन बीजेपी सरकार के सात साल में ऐसी एक भी योजना कुरुक्षेत्र को नहीं मिली। हैरानी की बात है कि जिन पहाड़ों को बचाना चाहिए, सरकार उनकी तो खनन माफिया से खुदाई करवा रही है और दादूपुर नलवी जैसी जिस नहर को खोदकर इलाके में खुशहाली लानी चाहिए थी, उसे सरकार पाटने का काम कर रही है।

पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि किसान, मजदूर, कर्मचारी, आंगनबाड़ी वर्कर समेत हर वर्ग आज सड़कों पर है। व्यापारियों की हालत यह है कि मुनाफा तो दूर उन्हें पूंजी तक का घाटा उठाना पड़ रहा है। सरकार की नीतियों के चलते आज सरकारी दफ्तर खाली हो रहे हैं क्योंकि वहां पर कर्मचारी नहीं हैं, स्कूल खाली हो रहे हैं क्योंकि वहां पर टीचर्स नहीं हैं, अस्पताल खाली हो रहे हैं क्योंकि वहां डॉक्टर्स नहीं हैं, कुप्रबंधन व भ्रष्टाचार के चलते सरकार का खजाना खाली है, दुकानदार व व्यापारी का गल्ला खाली है और गरीब-मजदूर का पेट खाली है।

तमाम संस्थाओं की रिपोर्ट बता रही है कि हरियाणा विकास के पैमानों पर नकारात्मक दिशा में बढ़ रहा है। लेकिन सच्चाई को स्वीकार करने की बजाए सरकार बेरोजगारी के आंकड़े दिखाने वाली सीएमआईई जैसी संस्थाओं को धमकाने का काम कर रही है। जबकि उसी सीएमआईई के आंकड़ों को दिखाकर बीजेपी यूपी में वोट मांग रही है। यह अपने आप में बीजेपी का दोहरा रवैया दर्शाता है।

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