श्री जयराम विद्यापीठ में हुआ संक्रांति पूजन।
वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक

कुरुक्षेत्र, 14 अप्रैल : देशभर में संचालित श्री जयराम संस्थाओं के परमाध्यक्ष एवं ब्रह्मसरोवर के तट पर स्थित श्री जयराम विद्यापीठ के संचालक ब्रह्मस्वरूप ब्रह्मचारी की प्रेरणा से सोमवार को विधिवत संक्रांति पूजन किया गया। मेष संक्रांति पूजन में दूर दूर से आए श्रद्धालु बड़ी श्रद्धा के साथ शामिल हुए। मेष संक्रांति पूजन से पूर्व विद्यापीठ के आचार्य प. प्रतीक शर्मा ने श्री रामेश्वर महादेव मंदिर में यजमान गौरव गुप्ता, अंग्रेज सिंह सुल्तानिया, दीपक अग्रवाल, कृष्ण लाल मल्होत्रा, मुकेश कुमार, राजन मित्ता व उनके परिवार के सदस्यों से विधिवत मंत्रोच्चारण के साथ रुद्राभिषेक भी सम्पन्न करवाया। इसी के साथ विद्यापीठ की मुख्य यज्ञशाला में आयोजित हवन यज्ञ में श्रद्धालुओं एवं यजमानों द्वारा आहुतियां भी दी गई।
संक्रांति पूजन करवा रहे आचार्य प. प्रतीक शर्मा ने कहा कि मेष संक्रांति का हिंदू धर्म में महत्वपूर्ण स्थान है, जिसे सौर नववर्ष की शुरुआत के प्रतीक के रूप में देखा जाता है। उन्होंने कहा कि यह उत्सव आध्यात्मिक उन्नति, नई फसल के मौसम की शुरुआत और प्रकृति में परिवर्तन के संकेत के रूप में मनाया जाता है। यह दिन अत्यंत महत्वपूर्ण होता है, क्योंकि इस दिन सूर्य देवता मेष राशि में प्रवेश करते हैं, जिसे सौर वर्ष का पहला दिन माना जाता है। इस अवसर पर ब्रह्मचारियों द्वारा जन कल्याण के लिए भगवान शंकर का आहवान कर महामृत्युंजय मंत्र जाप भी किया गया। इस अवसर पर केके कौशिक, कुलवंत सैनी, टेक सिंह, सुरेंद्र गुप्ता, राजेश सिंगला, श्री जयराम संस्कृत महाविद्यालय के प्राचार्य डा. रणबीर भारद्वाज, सतबीर कौशिक एवं रोहित कौशिक इत्यादि भी मौजूद रहे।