बोध राज सीकरी

लोहड़ी का त्यौहार अलग-अलग जाति, वर्ग को एक जगह पर एकत्र कर अग्नि को साक्षी बना देता है | इससे प्रेम और भाईचारा बढ़ता है | ये संस्कार हृदय स्थल पर प्रेम पैदा करता है | इस पर्व पर मीठी वस्तुओं का प्रयोग कर मानवता में मीठे सम्बन्ध का सन्देश देता है | हमारी हिन्दू सभ्यता एवं संस्कृति में तो वैसे भी मधुर सम्बन्ध की कामना की जाती है | यह पर्व सुख से जीने का सन्देश देता है |

विशेषकर पंजाबियों का लोहड़ी का ढंग अद्भुत-सा है | संगीत में कहते है :

पा नी माईये पा, काले कुत्ते नी वी पा, काला कुत्ता करे दुवावा, तेरे जीवन मझां गावां

यहाँ हर जीव व प्राणी का जिक्र आया है | लोहड़ी पृथ्वी के सभी जीवों का सुख मांगती है | यह ईश्वर से जुड़ा पर्व है जो कई सन्देश देता है |

पंजाबी भाईचारे का प्रतीक, यह पर्व वैसे तो पंजाबी बिरादरी महासंगठन, जो नव-गठित संस्था है, ने पूरे धूमधाम से मनाना था परन्तु कोविड के कारण इसे सभी पंजाबी भाई, सांकेतिक रूप में अपने-2 घर में मनाएँगे | सभी इस पर्व पर सरकारी गाईड लाईन की पालना करते हुए हर्षोल्लास से मनाये और अपनी संस्कृति के बारे में बच्चों को भी बताएं | लोहड़ी सभी के घर में ख़ुशियाँ लाये, यही ईश्वर से कामना है |

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