“ हरा भरा हरियाणा म्हारा , उन्नतशील बनाणा पिया
काम करांगे दोनू खेत म: , ओ पिया निपजगा सोना बालू रेत म:”
“ गंगा जी के प्यार में, सरस्वती कंठार में
घघर जमुना धार में, म्हारा देश बसे हरियाणा”

वानप्रस्थ संस्था ने अत्यंत हर्षित और आनंदित मन से किया दीपावली पूजन और मनाया हरियाणा दिवस*

हिसार – आज वानप्रस्थ सीनियर सिटीजन क्लब में हरियाणवीं रंग में पूर्णतयाः रंग कर वरिष्ठ नागरिकों ने दीपावली एवं हरियाणा दिवस उमंग और उत्साह से मनाया । क्लब के महासचिव डॉ डांग ने सभागार में उपस्थित सभी प्रबुद्ध जन का अभिनंदन करते हुए, दीपावली और हरियाणा दिवस के महत्व को उजागर करते हुए बधाई एवं शुभकामनाएं दी। डॉ डांग ने मंच संचालन के लिए डा: दवीना अमर ठकराल को आमंत्रित किया डॉ दवीना ठकराल ने अंधियारे पर रोशनी, बुराई पर अच्छाई, अज्ञानता पर ज्ञान के प्रतीक पाँच दिवसीय दीपोत्सव की व समृद्ध व विविधतापूर्ण इतिहास लिए ब्रह्म व्रत, आर्यावर्त व ब्रह्मोपदेश के रूप में जाना जाने वाले हरियाणा दिवस की शुभकामनाएं देकर कार्यक्रम का आगाज़ किया।

सदस्यों ने आज के मुख्य अतिथि हिसार नगर निगम आयुक्त युवा आई ए एस डॉ. वैशाली शर्मा जी का स्वागत अत्यंत उमंग एवं उत्साह से किया उन्होंने सब के साथ मिल कर आरती एवं पूजा अर्चना की ।

डॉ नीलम परुथी, वीना अग्रवाल, सुनीता बहल, डॉ दवीना की देख रेख में नयनाभिराम मंदिर स्थापित कर गणेश जी की वन्दना, लक्ष्मीजी की आरती व दिवाली पूजन कर सभी सदस्यों को प्रसाद वितरित किया गया।

भारतीय संस्कृति का निर्वहन करते हुए डॉ. वैशाली शर्मा व कार्यकारिणी ने दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभ आरंभ किया।
मंच संचालिका ने कहा…
आओ जलाएं विश्वास और आस्था का दीपक
जिसमें अंध विश्वास अविश्वास की रोशनी न हो
…..

डॉ वैशाली शर्मा जी का परिचय देते हुए डा दवीना ने निम्न काव्यात्मक पंक्तियों से उनका अभिनंदन किया ….,

प्रतिबद्धित, अनुशासित, व्यवस्थित, सुनियोजित संस्कारित हैं आप,
कर्तव्यनिष्ठ कर्तव्यपरायणता कर्मशीलता की परिचायक हैं आप ।

क्लब के प्रधान एवं गीता के संवाहक, प्रचारक श्री दयानंद बेनिवाल ने मुख्य अतिथि का अभिनंदन करते हुए संस्था की गतिविधियों पर प्रकाश डाला।

विशिष्ट अतिथि को सम्मानित करते हुए डॉ सतीश कालरा, श्री दयानंद बेनीवाल, डा: जे के डांग, डॉ मनबीर, डॉ राजेंद्र जैन ने वानप्रस्थ परिवार की परंपरा क़ायम रखते हुए उन्हें पौधा भेंट किया।

डॉ पुष्पा सतीजा,राज गर्ग,डॉ सावंत व डॉ दवीना अमर ठकराल ने फूलों के गुच्छे को भेंट करते हुए डॉ वैशाली शर्मा को फूलों सी सुवासित व महकते रहने की शुभकामनाएँ दी।

इसी क्रम को आगे बढ़ाते हुए वानप्रस्थ संस्था द्वारा लिखित पुस्तकों का सैट परिवार के कर्मठ सदस्य डॉक्टर सतीश कालरा,डॉ सुदेश कालरा, अजीत सिंह ,अमृतलाल खुराना ने भेंट किया।

डॉ वैशाली के कविता लिखने व पढ़ने के शौक़, रुझान व व्यक्तित्व को देखते हुए डॉ दवीना ने प्रतिध्वनि, अनुरागी मन, मेरे हिस्से की धूप तीन काव्य संग्रह भेंट किए।

वानप्रस्थ परिवार के कर्मठ महासचिव डा: डांग ने वरिष्ठ नागरिक संस्था की गतिविधियों का बारीकी से वर्णन किया।
सांस्कृतिक कार्यक्रम का शुभारंभ श्रीमती राज रानी मल्हान , पुष्पा खरब , इन्दु गहलावत , सुदेश गांधी, कमला सैनी , सरोज ग्रेवाल , पुष्पा शर्मा , रमा मुंजाल एवम् शशि आर्य ने समूह गान

“ सुन लो ठोर ठिकाना हे म्हारा भारत में हरियाणा स: सब त: न्यारा, सब त: प्यारा, म्हारा देस हरियाणा स”

सुर में सुर मिलाते हुए हरियाणवी समूह गान पेश किया । सब ने तालियां बजाकर पूरे सभागार को गुंजायमान कर दिया।
आज दीपावली के समारोह में जिस तरह से 60- 70 वर्ष की महिलाओं ने लोक नृत्यों पर धमाल मचाया , वह वाकई देखने लायक़ था। रंग बिरगें हरियाणवी घाघरे , चुदड़ी एवं आभूषणों से सजी इन महिलाओं की ऊर्जा किसी युवती से कम नहीं थी।
राजरानी मल्हान के निर्देशन में तैयार समूह नृत्य में सदस्यों का जोश उमंग उत्साह देखते ही बनता था।

डा: वैशाली शर्मा भी मंच पर आए बिना नहीं रह सके और उन्होंने भी ख़ूब आनंद लिया इस नृत्य का और उनके क़दम भी थिरक उठे।

डा: वैशाली शर्मा ने कार्यक्रम की तारीफ़ करते हुए कहा कि वह अगली बार अपनी माता जी को कार्यक्रम में लेकर आएँगी । उन्होंने कहा कि मेरी माँ अभी 60- साल से भी कम हैं और उनको कहते हैं कि आप ज़िंदगी का आनंद लिया करो तो माँ कहती है कि मेरी उम्र अब मौज मस्ती की थोड़ी है , मैं तो बूढ़ी हो गई हूँ ।

डा वैशाली ने अपने संदेश में क्लब का आभार व्यक्त करते हुए वरिष्ठ नागरिकों के उमंग एवं उत्साह की प्रशंसा की और कहा यह क्लब अपने आप में एक मिसाल है ।उन्होंने आश्वासन दिया कि वह क्लब को और बढ़िया बनाने में निगम की ओर से पूरी सहायता करेंगी।

कार्यक्रम को आगे बढ़ाते हुए बलवंत जांगड़ा ने सधी हुई बुलंद आवाज़ में रागिनी

“ रोये मान घटै बन्दे का दुःख चिंता मैं काया….” प्रस्तुत कर ख़ूब तालियां बटोरी।

वहीं एस पी चौधरी ने स्वरचित रागनी

सबसे सुंदर सबसे न्यारा म्हारा हरियाणा होगा, सारे मिलकर करेंगे मेहनत बुलन्द सितारा तब होगा …. ”पेश कर सब को मन्त्र – मुग्ध कर दिया ।

श्रीमती शशी आर्या ने हरियाणा के भिन्न भिन्न भागों की विशेषतायों का वर्णन अपनी स्वरचित कविता द्वारा बखूबी से किया । वही श्री अजीत सिंह एवं अन्य साथियों क्रमश: डा खरब, करतार सिंह , मानवीर संगवान , एस. पी . चौधरी , एम. एस. राणा , पुष्पा खरब एवं इन्दु गहलावत ने श्री तारा दत्त विलक्षण द्वारा लिखित रागनी
“ गंगा जी के प्यार में,सरस्वती कंठार में,
घग्गर जमुना धार में,म्हारा बसे देश हरियाणा से …,”
प्रस्तुति पेश कर सब का सबको स्तब्ध कर दिया ।

डा: अजीत कुंडू ने अपनी बुलंद आवाज़ में राजा हरीश चन्द्र की रागनी
“ चीस लाग रई चस चस हो रही कोई गात बोचियो मेरा….”पेश की और खूब तालियाँ बटोरी

मंच संचालिका ने डॉक्टर वैशाली शर्मा जी के लिए उनके बहुआयामी व्यक्तित्व को चरितार्थ करते हुए निम्न पंक्तियाँ निवेदित की
“ कामयाबी उन्हीं को मिलती हैं,
जिनमें कुछ करने का जुनून होता है,
नहीं होता उन्हें दुनिया से मतलब ,
हर काम में उन्हें सुकून होता है ….”

कार्यक्रम को समापन की ओर ले जाते हुए डॉ सत्या सांवत ने गागर में सागर भरते हुए कुछ पुराने हरियाणवी गीतों की पंक्तियों “ हरा भरा हरियाणा म्हारा, उन्नतशील बनाणा पिया,
काम करांगे, दोनू खेत म: , ओ पिया निपजगा सोना बालू रेत म: ….
” सुना कर सबका मन जीत लिया ।

अन्त में समूह गान एवं समूह नृत्य टीम को उनकी उत्कृष्ट प्रस्तुति के लिए क्लब की ओर से श्री दयानन्द बैनीवाल और डा: डाँग ने सम्मानित किया।

डॉ डांग ने सभी सदस्यों को दीपावली की पुन: शुभकामनाएँ दी और धन्यवाद किया । सब ने मिलकर प्रसाद और जलपान का आनंद लिया । इस कार्यक्रम में लगभग 90- सदस्यों ने भाग लिया

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