Category: विचार

लोकतंत्र और प्रचंड बहुमत , मज़बूत सरकार का नेता अगर तानाशाह हो जाए तो वो किसी की नहीं सुनता

– सरकार प्रचंड बहुमत इसलिए उन्होंने आंदोलनकारियों से कभी बात करने की ज़रूरत महसूस नहीं की । – मध्य प्रदेश की सरकार गिरते ही 4 घंटे के नोटिस पर पूरा…

जाटों ने साहब की खाट खड़ी कर दी

– यूपी का समाज हरियाणा पंजाब के रास्ते पर चल पड़ा है– किसान आंदोलन को खत्म कराने का ठेका लेकर मैदान में उतरे केंद्रीय मंत्री संजीव बाल्याण (खुद को जाट…

राजनीति में शातिर, श्रूड और धूर्त लोगों की जरूरत है

– राहुल खराब राजनेता हो सकते हैं, लेकिन इंसान बहुत शानदार हैं, वह उम्मीद जगाते हैं।– बाप के हत्यारे को माफ करने में सोने का कलेजा चाहिए।– उपयुक्त सुरक्षा छीन…

कैसे थे बुरे दिन , अच्छे दिनों के मुकाबले

– “मजा मारे जुम्मन मियां धक्का सहे जुगानी।”– जितना देश आर्थिक और बौद्धिक रूप से कमज़ोर हो रहा है उतना ही मोदी जी मज़बूत हो रहे हैं। – गडकरी देश…

“मोदी नहीं तो कौन?”

– दक्षिणपंथ ने हमारी साइकी में भीतर तक बैठा दिया कि मोदी का कोई विकल्प नहीं – कांग्रेस को ‘कामराज प्लान’ की ज़रूरत– अब ऐसे राष्ट्रवादी प्रधानमंत्री है देश के…

क्या यही है जनता का, जनता के द्वारा, जनता के लिए चुना गया लोकतंत्र…??

– सरकार सिर्फ बहुमत से नहीं बल्कि इकबाल से चलती है।– रामलीला मैदान पर, इंडिया गेट पर इकट्ठी होकर नारे लगाती थी तब एक भी आदमी को देशद्रोही नहीं कहा…

किधर है लोकतंत्र…! दिख जाए तो मिलवाने जरूर लाइएगा।

– वो हरियाणा, जिस धरती से देश के प्रधानमंत्री ने “बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ” मुहीम की आगाज की थी। उसका गृहमंत्री तो उसके समूल नाश की बात रहा है. –…

पुलवामा डे पर क्या केवल मोमबत्ती जलाने और स्टैटस लगाने से शहीदों के आत्मा को शान्ति मिलेगी?

– पुलवामा घट रहा था और शासक की शूटिंग कंटिन्यू थी– अरनव के व्हाट्सएप चैट ने सरकारी हत्याकांड पर मुहर लगा दी ।– 40 शहीदों के परिवार तक कितनी सरकारी…