Category: देश

विवेक बंसल और नीरज शर्मा ने टिकैत से मिलकर दिया समर्थन

गाज़ीपुर बॉर्डर : किसानों के आंदोलन को समर्थन देने के लिए हरियाणा प्रदेश प्रभारी विवेक बंसल व विधायक एनआईटी नीरज शर्मा अपने साथियों के साथ ग़ाज़ीपुर बॉर्डर जाकर राकेश टिकैत…

बैरिकेडिंग के सवालों पर बोले दिल्ली पुलिस कमिश्नर- ’26 जनवरी को क्यों नहीं पूछा था?’

दिल्ली पुलिस कमिश्नर एस.एन. श्रीवास्तव ने कहा कि 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस के अवसर पर किसान रैली के दौरान हुई हिंसा में 510 पुलिसकर्मी घायल हुए हैं नई दिल्‍ली.…

केंद्र से पहले हरियाणा भी पेश कर चुका है पेपरलेस बजट

उमेश जोशी केंद्र सरकार का 2021 का बजट काग़ज़ों में नहीं छपा। पिछले 161 साल में ऐसा पहली बार हुआ है कि बजट की छपाई नहीं हुई। पहला बजट 7…

अभी से रंग जमाने लगा है विश्वराज यानी चुन्नु

-कमलेश भारतीय हिसार की प्रसिद्ध रंगकर्मी जोड़ी का सिर्फ ग्यारह साल का बेटा विश्वराज अभी से रंग जमाने लगा है । तभी तो कहते है कि पूत के पांव पालने…

किसी का अंधा समर्थन करने के लिए किसी का विरोध ना करे, पढ़े समझे और फैसला ले।

— गाजीपुर बॉर्डर इस वक्त ‘मिनी भारत’ बना, जो साबित कर रहा है कि धर्म और जाति की दीवारें दरक रही हैं। अशोक कुमार कौशिक इस लेख में हम किसान…

खेडा बार्डर पहुंची पत्रकार मनदीप की रिहाई की गूंज

अविलंब रिहा नहीं किया तो गंभीर परिणाम सरकार को भुगतना पड़ेगा. पत्रकारो को फर्जी मामले बना गिरफ्तार करना औछी मानसिकता. पत्रकारों पर सरकार हमला करना छोड़ उनको तुरंत रिहा करे…

6 फरवरी को 12 से 3 बजे तक पूरे देश में चक्का जाम

भारत सारथी/ऋषि प्रकाश कौशिक आज संयुक्त किसान मोर्चा के सभी संगठनों की बैठक हुई और उस बैठक में किसान संगठनों का कहना था कि जिस प्रकार किसानों के धरना स्थल…

बजट संतुलित व लोकहितकारी, कृषि क्षेत्र, पशुपालन व डेयरी कोप को अत्यधिक महत्व : मुख्यमंत्री मनोहर लाल

केंद्रीय बजट को संतुलित व लोकहितकारी बताते हुए कहा कि केंद्रीय बजट में कृषि क्षेत्र, पशुपालन व डेयरी कोप को अत्यधिक महत्व दिया गया है। स्वास्थ्य क्षेत्र के लिए केंद्रीय…

बजट दायरे से बाहर जो हैं 75 पार, आभूषण होंगे सस्ते, महंगे होंगे मोबाइल फ़ोन

उमेश जोशी भारतीय इतिहास में बजट 2021-22 हमेशा इसलिए याद किया जाएगा कि यह बजट पेपरलेस है यानी काग़ज़ पर छपा हुआ नहीं है। फ्रेंच भाषा से ‘बजट’ शब्द लिया…

भक्त पता नहीं किस मिट्टी के बने है

— पता नहीं किस सृजनहार ने रचा है इन जाहिलों को,पशु बनाना था,धोखे से इंसान बन गए! — आप सरकार चलाते हैं, देश नही— पहले डिजिटल का नारा दिया और…

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