दिल्ली पुलिस कमिश्नर एस.एन. श्रीवास्तव ने कहा कि 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस के अवसर पर किसान रैली के दौरान हुई हिंसा में 510 पुलिसकर्मी घायल हुए हैं

नई दिल्‍ली. केंद्र सरकार के तीन नए कृषि कानूनों के खिलाफ पंजाब, हरियाणा और उत्‍तर प्रदेश समेत देश के कई राज्‍यों के किसानों का दिल्‍ली के बॉर्डर पर आंदोलन जारी है. वहीं, 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस के अवसर पर किसानों की ट्रैक्टर परेड में हुई हिंसा और उपद्रव के बारे में दिल्ली पुलिस लगातार अपडेट दे रही है. इस बीच दिल्ली पुलिस कमिश्नर एस.एन. श्रीवास्तव ने कहा कि 26 जनवरी को किसान रैली के दौरान हुई हिंसा में 510 पुलिसकर्मी घायल हुए हैं. जबकि संयुक्त किसान मोर्चा ने दावा किया है कि गणतंत्र दिवस की परेड के बाद से उसके 100 से ज्यादा किसानों की लापता होने की सूचना है. संयुक्त किसान मोर्चा ने इसको लेकर गहरी चिंता जताई है.

इसके अलावा दिल्ली पुलिस कमिश्नर एस.एन. श्रीवास्तव ने बैरिकेडिंग के सवाल पर कहा कि दिल्ली में 26 तारीख को ट्रैक्टर मार्च के नाम पर हिंसा की गई. हमारे पुलिस के जवान घायल हुए. बैरिकेडिंग तोड़ी गईं तब किसी ने सवाल नहीं किया. अब जबकि हम ऐसी तैयारी कर रहे हैं कि ऐसा दोबारा न हो तो सवाल उठ रहे हैं. आखिरकार हम क्या करें. वहीं, उन्‍होंने पीतमपुरा के डीसीपी ऑफिस आउटर डिस्ट्रिक्ट में किसान रैली के दौरान हुई हिंसा में घायल पुलिसकर्मियों से मुलाकात की. श्रीवास्तव ने कहा कि आप सभी वीर हैं आपने बहुत अच्छा काम किया. दिन हो या रात आप ड्यूटी कर रहे हैं. आपका इलाज सरकारी खर्च से होगा.

कमिश्ननर से दिल्ली हिंसा के मामले में दीप सिधू के बारे में भी सवाल पूछा गया, जिसपर उन्होंने कहा कि ‘हमें जनता से एक हज़ार से ज्यादा वीडियो और मेल मिले हैं. इसी एक व्यक्ति की बात नहीं करूंगा. इस मामले में जितने भी दोषी होंगे किसी को बख्शा नही जाएगा.’

उनके सामने दिल्ली पुलिस को स्टील की लाठी दिए जाने की खबरों पर भी सवाल पूछा गया, जिसपर उन्होंने कहा कि इस तरह की लाठी पुलिस के हथियारों का हिस्सा कभी नहीं रही हैं. बता दें कि सोमवार को एक तस्वीर सामने आई थी, जिसमें कुछ पुलिसकर्मी स्टील की लाठियां लेकर असेंबल हुए थे, कहा गया था कि हिंसा के बाद पुलिस को तलवार के वार से बचने के लिए ऐसी लाठियां दी गई हैं.

इस खबर पर स्पष्टीकरण देते हुए पुलिस ने बताया था कि यह तस्वीर दिल्ली के शाहदरा की थी, जहां के लोकल ऑफिसर ने अपने स्तर पर यह फैसला लेते हुए यह लाठियां मंगाई थीं, लेकिन अब इन लाठियों को वापस कर दिया गया है.

संयुक्त किसान मोर्चा ने बनाई कमेटी

संयुक्त किसान मोर्चा ने रविवार को कहा है कि अब ऐसे लापता व्यक्तियों की पता लगाने की कोशिश की जा रही है. इसके बाद अधिकारियों के साथ औपचारिक कार्रवाई की जाएगी. संयुक्त किसान मोर्चा ने इस बाबत एक कमेटी का भी गठन किया है, जिसमें प्रेम सिंह भंगू, राजिंदर सिंह दीप सिंह वाला, अवतार सिंह, किरणजीत सिंह सेखों और बलजीत सिंह शामिल हैं. इसके साथ ही लापता व्यक्तियों के बारे में कोई भी जानकारी 8198022033 पर साझा करने को कहा गया है.

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