पंजीकृत वाहन स्क्रैपिंग सुविधा (आरवीएसएफ) को और अधिक बेहतर करने के उद्देश्य से सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय के सचिव वी.उमाशंकर ने आरवीएसएफ संचालकों संग गुरूग्राम में की बैठक, मांगे सुझाव वाहनों के मैन्युअल टेस्टिंग स्टेशनों को ऑटोमेटेड टैस्टिंग स्टेशन (एटीएस) की ओर शिफ्ट करने पर भी हुई व्यापक चर्चा एंड ऑफ लाइफ व्हीकल (ईएलवी) के ओनर व आरवीएसएफ के बीच संचार का मजबूत तंत्र स्थापित करने के लिए करने होंगे अधिक बेहतर प्रयास : वी.उमाशंकर सार्वजनिक भागीदारी से राज्य के प्रत्येक जिले में ऑटोमेटेड टैस्टिंग स्टेशन स्थापित करने की दिशा में आगे बढ़ रही है हरियाणा सरकार : नवदीप सिंह विर्क, प्रिंसिपल सेक्रेटरी (ट्रांसपोर्ट) गुरूग्राम, 16 नवंबर। पर्यावरण को अनुकूल और सुरक्षित तरीके से अनुपयुक्त और प्रदूषणकारी वाहनों को हटाने के लिए कैसे एक बेहतर तंत्र स्थापित किया जाए। साथ ही वाहन स्क्रैपिंग के अनौपचारिक व्यापार को पंजीकृत वाहन स्क्रैपिंग सुविधा (आरवीएसएफ) के अंतर्गत लाकर इसे एक लाभकारी व्यावसायिक इकाई के रूप में कैसे संचालित किया जाए। इसके दृष्टिगत भारत सरकार में सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय के सचिव वी.उमाशंकर ने आज गुरूग्राम में आरवीएसएफ संचालकों संग बैठक कर सार्थक चर्चा की। सिविल लाइन्स स्थित पीडब्ल्यूडी रेस्ट हाउस में आयोजित इस बैठक में वाहनों के मैन्युअल टेस्टिंग स्टेशनों को ऑटोमेटेड टैस्टिंग स्टेशन (एटीएस) की ओर कैसे शिफ्ट किया जा सकता है। इस संबंध में मौजूदा एटीएस संचालकों संग भी वैचारिक मंथन किया गया। बैठक में पहुँचने पर गुरूग्राम के डीसी अजय कुमार ने सचिव वी.उमाशंकर का पुष्पगुच्छ भेंट कर उनका स्वागत किया। बैठक में सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय के अपर सचिव महमूद अहमद, हरियाणा के प्रिंसिपल सेक्रेटरी (ट्रांसपोर्ट) नवदीप सिंह विर्क, एडिश्नल ट्रांसपोर्ट कमिश्नर मनीता मलिक भी मौजूद रहें। सचिव वी.उमाशंकर ने बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी का विजन है कि जब भारत वर्ष 2047 तक विकसित देश बनने के सपने की तरफ आगे बढ़ रहा है तो यहां के मोबिलिटी से जुड़े सभी सेक्टर को भी इसी मिशन में जुटना होगा। ऐसे में हमे व्हीकल स्क्रैप पालिसी के तहत इस सेक्टर में रोजगार के अवसरों को बढ़ावा देते हुए स्वच्छ व पर्यावरण के अनुकूल परिवहन साधनों पर ज्यादा फोकस करना चाहिए। उन्होंने कहा कि नई स्क्रैपेज पॉलिसी का मुख्य उद्देश्य अनफिट वाहनों का पता लगाना और उन्हें सही तरीके से रिसाइकल करना है। स्क्रैप पॉलिसी का अंतिम उद्देश्य ऐसे वाहनों से पर्यावरण में होने वाला प्रदूषण खत्म करना है। अनफिट वाहनों से होने वाला प्रदूषण देश के विकास की राह में एक बड़ी बाधा है। ऐसे में यह जरूरी है कि आमजन में भी इसको लेकर व्यापक जागरूकता आए। वहीं रोजगार सृजन के क्षेत्र में भी यह एक प्रमुख स्टार्ट अप सेक्टर बनकर उभरे। उन्होंने कहा कि इस इकोसिस्टम को आगे बढ़ाना उनकी प्राथमिकता रहेगी। वी.उमाशंकर ने इस दौरान आरवीएसएफ को एक ऑर्गनाइज बिजनेस की तरह चलाने में मौजूदा संचालकों को क्या दिक्कतें आ रही हैं व किस प्रकार से उनका निवारण किया जा सकता है। इसको लेकर आरवीएसएफ संचालकों से सुझाव भी मांगे। सचिव वी.उमाशंकर ने कहा कि एंड ऑफ लाइफ व्हीकल (ईएलवी) के ओनर व आरवीएसएफ के बीच संचार का मजबूत तंत्र स्थापित करने के लिए और अधिक बेहतर प्रयास करने होंगे। इस दौरान उन्होंने विभिन्न प्रकार की ईएलवी के मूल्य संबंधी जानकारी के लिए भी आरवीएसएफ संचालकों से एक बेहतर प्लेटफार्म स्थापित करने पर भी बल दिया। बैठक में मैन्युअल टेस्टिंग स्टेशनों को ऑटोमेटेड टैस्टिंग स्टेशन (एटीएस) की ओर शिफ्ट करने पर भी व्यापक चर्चा हुई। जिसमें देश के विभिन्न राज्यों में इसको लेकर क्या मॉडल लागू किया गया है। इस विषय पर भी व्यापक चर्चा हुई। बैठक में हरियाणा के प्रिंसिपल सेक्रेटरी (ट्रांसपोर्ट) नवदीप सिंह विर्क ने हरियाणा में एटीएस संचालन की योजना की प्रगति से अवगत कराते हुए बताया कि हरियाणा सरकार सार्वजनिक भागीदारी से राज्य के प्रत्येक जिले में ऑटोमेटेड टैस्टिंग स्टेशन स्थापित करने की दिशा में आगे बढ़ रही है। जिसमें मानेसर स्थित इंटरनेशनल सेंटर फॉर ऑटोमोटिव टेक्नोलॉजी (आईसीएटी) तकनीकी सलाहकार है। इसमे एक एमओयू ड्राफ्ट अंडर प्रोसेस है। उन्होंने बताया कि इस दिशा में गुजरात जैसे अन्य राज्यों के मॉडल का अध्ययन भी किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि हरियाणा प्रदेश में विभिन्न जिलों में अभी 15 आरवीएसएफ सेंटर संचालित किए जा रहे हैं। वहीं पालिसी के तहत 28 अक्टूबर 2024 तक 11 हजार से अधिक पुराने वाहन को स्क्रैप किया गया है। जिसमें 307 सरकारी वाहन भी शामिल है। Post navigation भगवान परशुराम या गुरू द्रोण के नाम पर होना चाहिए गुरुग्राम के नागरिक अस्पताल का नाम ?