Tag: सतगुरु हुजूर कंवर साहेब जी महाराज

गुरुमुख ही गुरु की रजा को समझता है : कंवर साहेब जी

कहा: आज के युग में इंसान गुरु की पहचान नहीं कर पाता है, आज तो गुरु शिष्य का नाता भी स्वार्थ का रह गया। — दुनिया को नहीं अपने आप…

सतगुरु जीव को सूत का धागा नहीं बल्कि “भक्तिभाव” के धागे में बांधकर अनेक बंधनों से मुक्त करते हैं : हुजूर कंवर साहेब जी

गृहस्थ का पूर्ण धर्म निभाओ; मन को पाक साफ रख कर अपने आप को सत्कर्मों में बांधो यही सबसे बड़ा रक्षाबंधन है : कंवर साहेब रक्षाबंधन पर राधास्वामी आश्रम में…

सत्संग से पूर्व रक्तदान शिविर में 200 यूनिट रक्त का संग्रह किया गया

इंसान के जीवन में गुरु का बड़ा महत्व है : परम सन्त सतगुरु कंवर साहेब जी महाराज गुरु का दर्जा परमात्मा से भी ऊंचा है और सतगुरु का दर्जा तो…

रेवाड़ी के कनीना रोड पर स्थित राधास्वामी आश्रम में भारी गर्मी में भी हजारों की संख्या में उमड़ी साध संगत

– परमात्मा के नाम का सुमरन करने से बुधु भी बुद्धिमान हो जाता है : कंवर साहेब जी — धर्म एक ही है वो है मानव धर्म, बाकी तो रीत…

दादरी राधास्वामी आश्रम में साध संगत ने पौधेरोपण कर मनाया स्थापना दिवस

चरखी दादरी जयवीर फौगाट, 10 मई, – दादरी के लोहारू रोड पर स्थित राधास्वामी सत्संग दिनोद की शाखा चरखी दादरी में आज स्थापना दिवस को साध संगत ने शब्द वाणी…

गुरु वचन में रहोगे तो भक्ति के रास्ते से सुगम कोई और रास्ता नहीं है : कंवर साहेब

कहा: इंसानी चौले को बिना परमात्मा की भक्ति बर्बाद ना करो पवित्र ह्रदय में ही परमात्मा का वास होता है : हुजूर कंवर साहेब कहा: सच्चाई और ईमानदारी से हक…

जीव का दुखो से छुटकारा केवल पूर्ण सन्त सतगुरु शरण, सतगुरु दर्शन और सत्संग से जीव के कर्म कट जाते है : हुजूर कंवर साहेब

— जो दुसरो की मदद और दया भाव रख हर पल परमात्मा की याद रहता है; उसके सारे काम अपने आप ही सिद्ध हो जाते हैं: कंवर साहेब — मन…

संत हर पल को नया मानकर कर्म में रखते हैं विश्वास : कंवर साहेब

कहा: नववर्ष पर संकल्प उठाओ की पत्थर के देवी देवताओं की बजाए हमारे घरों में बैठे जिंदा देवी देवताओं को पूजोगे। जो अपने मत पर टिकना जानता है सफलता भी…

जो समय के साथ कदम मिलाकर नहीं चलता उसे पछताना पड़ता है : कंवर साहेब

गलतियों से सबक लेकर हमें अपना वर्तमान सुधारना चाहिए सिकंदर ने पूरी दुनिया में उत्पात मचाया लेकिन अंत समय में वो भी खाली हाथ ही गया चरखी दादरी/भिवानी जयवीर फौगाट,…

नानक साहब कुल मालिक के रूप थे जिन्होंने देह धारण कर इस जीव के कल्याण का मार्ग सुझाया

परहित से बढ़ कर ना कोई कर्म है ना कोई धर्म : कंवर साहेब बुरे आदमी का एक छोटा सा विचार भी आपकी अच्छाई को डिगा सकता है। इस दौरान…

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