गलतियों से सबक लेकर हमें अपना वर्तमान सुधारना चाहिए
सिकंदर ने पूरी दुनिया में उत्पात मचाया लेकिन अंत समय में वो भी खाली हाथ ही गया

चरखी दादरी/भिवानी जयवीर फौगाट,

31 दिसंबर, जो साल बीत रहा है वो सीख देता है कि ये वक्त यूंही बीतता जाता है। दिन वर्ष और यहां तक कि युग भी यूहीं पलट जाते हैं लेकिन क्या हमने अपनी सुध ली। बीती बिसार कर क्या हमने भविष्य को संवारने का काम किया। समय के साथ कदम मिला कर नहीं चलता है उसे यूहीं पछताना पड़ता है। ऐसा कोई नहीं है जिससे कभी कोई गलती ना हुई हो लेकिन उससे गलती से सबक लेकर समय को पहचानने वाला ही सुख प्राप्त कर पाता है। यह सत्संग वचन परमसंत सतगुरु कंवर साहेब जी महाराज ने नववर्ष पर होने वाले सत्संग की पूर्व संध्या पर सेवा कार्य हेतु एकत्रित हुए सेवादारों को फरमाया।

हुजूर कंवर साहेब ने कहा कि चिंता नहीं चिंतन करना सीखो। गुरु की शरण लेने वालो को तो सब कुछ मिल जाना चाहिए लेकिन यदि फिर भी आपको नहीं मिल रहा तो समझो कि आपने अपने आप को तृष्णाओ से मुक्त नहीं किया। तृष्णाए और कामनाएं आपको वर्तमान में नहीं जीने देती। जीवन चल तो रहा है लेकिन हमने इसके महत्व को नहीं जाना। गुरु महाराज जी ने कहा कि कहने को तो हम कह देते हैं कि गुरु के चरण पकड़ने से कौन किसको रोकता है लेकिन हकीकत तो यह है कि रोकने वाले बहुत हैं। जब भी आप किसी नेक रस्ते पर चलना शुरू करते हो तो अनेकों बाधाए आपके सामने आनी शुरू हो जाती हैं। ये बाधाए मानसिक भी होती है शारीरिक भी और सामाजिक भी। उन्होंने फरमाया कि हमारे कर्मो के कारण ही समाज के हालात बिगड़ते जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि आज आस्था और विश्वास गायब होते जा रहे हैं। स्वार्थों के वश होकर रिश्ते बिगड़ रहे हैं। गुरु जी ने कहा कि सत्संग तो तभी कर पाओगे जब आप सामाजिकता का सबक सीख लोगे। पहले अच्छे गुण धारण करके पूर्ण इंसान बनो। पहले अपनी बुराइयों को मिटाओ फिर दूसरे के दोष देखो। प्रेम करना सीखो क्योंकि भक्ति का सच्चा स्वरूप प्रेम ही है। कल्याण की भावना स्वयं से ही प्रारंभ होती है। झूठ कभी टिकता नहीं है इसलिए अपनी गलतियों से अपनी भूलो से सबक लेकर अपना वर्तमान सुधारो क्यूंकि वर्तमान समृद्ध करके ही आप अपना भविष्य बना सकते हो।

सिकंदर ने पूरी दुनिया में उत्पात मचाया लेकिन अंत समय में वो भी खाली हाथ ही गया:

गुरु महाराज जी ने कहा कि जिस सिकंदर ने पूरी दुनिया में उत्पात मचाया अंत समय में वो भी खाली हाथ ही गया था। इस भूल से पार पाओ। आपके साथ अगर कुछ जाएगा तो वो सत्संग जाएगा, भक्ति में बिताया हुआ समय जाएगा। किसी का बुरा करके कोई सुख नहीं भोग सकता। समय किसी का गुलाम नहीं है ना ही समय कभी किसी के लिए रुकता है। कोई समय शुभ अशुभ नहीं होता। जो समय की कद्र करता है समय भी उनकी कद्र करता है। गुरु महाराज जी ने कहा कि यदि चिंतन करके बुरा त्याग कर अच्छा अपनाओगे तो ही नववर्ष काम आएगा। यदि पहले की भांति यूंही गफलत में रहोगे, निंदा चुगली, छल कपट धोखे में ही घिरे रहोगे तो क्या नया और क्या पुराना। उन्होंने कहा कि नए का महत्व तभी है जब आप पुराने से सबक लेकर नए को संवारो। गुरु महाराज जी ने सेवादारों को आने वाले नए साल की बधाई देते हुए कहा कि आप सबके लिए सबसे अच्छी बात ये है कि आप का ये साल भी सेवा करते हुए बीत रहा है और आने वाला नया साल भी सेवा करते हुए ही प्रारंभ होएगा। उल्लेखनीय है कि हर वर्ष की भांति नव वर्ष पर गुरु महाराज जी का सत्संग भिवानी शाखा में संपन्न होगा जिसमे निशुल्क चिकित्सा शिविर और रक्तदान शिविर भी लगाए जाएंगे।

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