जवाहर लाल नेहरू के अंग रक्षक नित्यानंद का निधन
व्योवृद्ध किसान नेता 92 वर्षीय पंडित नित्यानंद सदैैव रहे सक्रिय.
युवा उनसे प्ररेणा ले उनके पद चिन्हों पर चलने का संकल्प लें
फतह सिंह उजाला
पटौदी। पूर्व प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरु के अंग रक्षक रहे व्योवृद्ध किसान नेता 92 वर्षीय पंडित नित्यानंद याकुबपुर का देहांत हो गया है। उनकी शव यात्रा में इलाके के सैंकडों गणमान्य लोगों ने हिस्सा लिया और भगवान से दिवंगत आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की। उनकी रस्म पगडी एवं शोक सभा का आयोजन गांव याकुबपुर में 19 अगस्त को आयोजित की जाएगी।
किसान नेता राव मानसिंह, पूर्व सरपंच अमरजीत सिंह गुलिया, जिला परिषद के पूर्व उपाध्यक्ष संजीव यादव, दैनिक रेल यात्री संघ के संस्थापक भीम सिंह सारवान, अध्यक्ष हरभजन सिंह बाजवा, प्रेस सचिव नरेश शर्मा आदि ने बताया कि पंडित नित्यानंद याकुबपुर ने सेवानिवृति के बाद फर्रुखनगर, झज्जर इलाके के उत्थान और इलाके के लोगों की हक हकूक की लडाई लडी और सफल भी रहे। उन्होंने फर्रुखनगर कृगढी हरसरु कृदिल्ली के बीच रेल गाडी बहाल कराने और रेलवे स्टेशन पर मूलभूत सुविधा मुहिया कराने में महत्वपूर्ण योगदान दिया। फर्रुखनगर क्षेत्र सदा उनका ऋणी रहेगा। इतना ही नहीं इलाके के किसानों के लिए ओलावृष्टी मुआवजा दिलाने, गरीब परिवारों को बीपीएल लाभ दिलाने, बिजली की आंख मिचौनी, अघोषित कट आदि के लिए महापंचायत का नेतृत्व करने में सदैव अग्रीण रहे। उन्होंने बताया कि पंडित नित्यानंद याकुबपुर के निधन से इलाके ने एक सच्चा कर्मठ किसान नेता खो दिया है। उनकी क्षति पूर्ति करना असम्भव है। उन्होंने कहा कि युवाओं को उनसे प्ररेणा लेकर उनके पद चिन्हों पर चल कर इलाके के अधूरे विकास को पूरा करने का संकल्प लेना चाहिए।