विद्यार्थियों को पास होने के लिए माक्र्स में दी गई छूट. हर सब्जेक्ट में 4 से 5 चैप्टर कम कर दिए गए फतह सिंह उजालापटौदी। कोरोना काल में प्रभावित हो रही स्कूली शिक्षा को देखते हुए सीबीएसई ने विद्यार्थियों को बड़ी राहत प्रदान की है। अब विद्यार्थियों को पास होने के लिए 70 माक्र्स के सब्जेक्ट में केवल 23 माक्र्स चाहिए और जो विषय 80 माक्र्स के हैं उनमें विद्यार्थियों को पास होने के लिए 26 माक्र्स से पास हो जाएंगे। सीबीएसई की ओर से आगामी वार्षिक परीक्षा के लिए पैटर्न भी तैयार कर दिया है, जिसे अब स्कूल विद्यार्थियों संग सांझा कर रहे हेँ। बोर्ड परीक्षा फरवरी में होनी प्रस्तावित है। बोर्ड ने सिलेबस कम करने के लिए हर सब्जेक्ट में 4 से 5 चैप्टर कम कर दिए हैं। 9वीं से 12वीं तक हाजिरी पूरी नहींसरकार ने नौवीं से 12वीं तक स्कूल खोले जाने की घोषणा तो कर दी, लेकिन अधिकांश स्कूलों में एक भी दिन पूरी हाजिरी नहीं हो सकी। जिस कारण लगातार विद्यार्थियों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है। यहां विद्यार्थी संग टीचर भी परेशान है, क्योंकि पहले स्कूल में पढ़ाई उसके बाद जो विद्यार्थी नहीं आ सके उनके लिए ऑनलाइन क्लास। इस पर भी अधिकांश स्कूलों को आज भी पूरी फीस भी नहीं मिल सकी है। जिससे स्टाफ की सैलरी भी प्रभावित हो रही है। ऑनलाइन पढ़ाई में भी होगा मूल्याकंन10वीं और 12वीं के प्रैक्टिकल सब्जेक्ट को छोड़कर 20 मार्क्स का आंतरिक मूल्यांकन किया जाएगा। विद्यार्थियों को पास होने के लिए आंतरिक मूल्यांकन में 6 मार्क्स लाना अनिवार्य होगा। प्रत्येक स्कूल को 12वीं के मार्क्स पेटर्न की सूची उपलब्ध करवा दी है। 12वीं में केवल बिना प्रैक्टिकल वाले सब्जेक्ट में ही 20 मार्क्स का आंतरिक मूल्यांकन किया जाएगा, इसमें मैथ आदि सब्जेक्ट शामिल होंगे। Post navigation वुशु कोच के देहांत पर छात्र-अभिभावक हुए गमगीन महिलाओं – युवतियों को अब आजीवन मुफ्त सेनेट्री पैड