कृृषि मंत्री ने किया जलभराव क्षेत्र का दौरा
फसल खराब ना हो, आगे की बिजाई हो जाए, ऐसे प्रयास करें अधिकारी

चरखी दादरी जयवीर फौगाट

06 अगस्त, कृषि मंत्री एवं किसान कल्याण मंत्री जयप्रकाश दलाल ने कहा है कि सिंचाई विभाग के अधिकारी दादरी जिला के गांवों में किसानों की लंबे समय से चली आ रही जलभराव की समस्या का समाधान करने के लिए ठोस योजनाएं तैयार करें। जिससे कि भविष्य में कभी जलभराव की नौबत ना आए।

कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री जयप्रकाश दलाल ने आज गांव में इमलोटा, जयश्री, कमोद, मिर्च, रणकौली, बौंद कलां इत्यादि का दौरा किया तथा किसानों की समस्याएं सुनीं। उन्होंने कहा कि सरकार का प्रयास है कि किसानों की यह फसल खराब ना हो और आगे की आसानी से बिजाई हो जाए। जलभराव से प्रभावित फसलों का अवलोकन करते हुए कृषि मंत्री ने निर्देश दिए कि सिंचाई विभाग के अधिकारी ग्रामीणों के साथ बैठकर पानी निकासी की प्रभावशाली योजनाएं तैयार करें। वे योजनाएं चाहे कितनी भी लागत या बड़ी धनराशि की हों, उनको सरकार से मंजूर करवा कर अमल में लाया जाएगा। सरकार की मंशा है, इस प्रकार की व्यवस्था हो जाए कि किसानों को जलभराव का सामना ना करना पड़े। उन्होंने कहा कि जो भी कृषि भूमि सेम की समस्या से त्रस्त है, उनके मालिक एग्री हरियाणा पोर्टल पर अपना पंजीकरण करवाएं। इस पोर्टल पर अकलाईन ऑप्शन में जाकर किसान अपनी भूमि का विवरण दर्ज करवाएं।

उन्होंने कहा कि कृषि विभाग की ओर से सेम की समस्या का समाधान करने के लिए खेतों में कम लागत पर अत्याधुनिक मशीनें लगाई जाएंगी। सरकार ने एक लाख एकड़ सेमग्रस्त भूमि को सुधारने का लक्ष्य निर्धारित किया है। जमीन के कलस्टर बनाकर मशीनों से पानी को निकालने और जलस्तर कम किए जाने का काम किया जाएगा। कृषि मंत्री ने कहा कि बार-बार फसल खराब होने से सरकार को मुआवजा वहन करना पड़ता है और किसानों को आर्थिक हानि का सामना करना पड़ता है। उन्होंने कहा कि कृषकों को फसल विविधीकरण को अपनाना चाहिए और हर साल एक ही फसल लेने की वजह किसान अपनी फसलों में परिवर्तन करना चाहिए। इससे उसकी भूमि उपजाऊ होगी व मिट्टी-पानी आदि का भी संतुलन रहेगा।

गांव इमलोटा में भाजपा नेत्री किरण कलकल के फार्म हाऊस का कृषि मंत्री जेपी दलाल ने आज शुभारंभ किया। यहां ग्रामवासी प्रवीन कलकल, सुरेश कलकल, लीलूराम इत्यादि ने कृषि मंत्री को जलभराव की समस्या से अवगत करवाया। उन्होंने कहा कि गांव इमलोटा में एक बड़ा नाला बनाकर पानी की निकासी करवाई जाए। इसके लिए ग्रामवासी सिंचाई अधिकारियों के साथ बैठकर योजना तैयार करें। गांव मिसरी में किसान ब्रह्माप्रकाश, रोशनलाल, मनोज इत्यादि ने कृषि मंत्री को फसल खराब होने के बारे में बताया। गांव मिर्च में किसान देवेंद्र व अन्य ने सेम से फसल खराब होने का मुद्दा उठाया। कृषि मंत्री जेपी दलाल ने कहा कि राजस्व विभाग ने गिरदावरी का कार्य शुरू किया हुआ है। जो भी फसल खराब होगी, उसकी रिपोर्ट आ जाएगी। बीमित फसलों का मुआवजा कंपनी से और बाकी जो फसल बीमा योजना में नहीं हैं, उसकी क्षतिपूर्ति सरकार करेगी।

सिंचाई विभाग के अधीक्षण अभियंता पवन भारद्वाज ने कृषि मंत्री को बताया कि इमलोटा में 900 एमएम की आरसीसी पाईपलाईन बिछाकर पानी बधवाना डिस्ट्रीब्यूटरी में निकाला जा रहा है। उन्होंने कहा कि बौंद, मिसरी, जयश्री, चरखी आदि में भी पानी निकासी के लिए मोटरें लगाई गई हैं।

बौंदकलां गांव के कुछ लोगों ने कृषि मंत्री को बताया कि वर्ष 2018 में पानी निकालने के लिए ट्रैक्टर लगाए गए थे, उनका किराया अभी नहीं मिला है। इस पर कृषि मंत्री ने कहा कि इस शिकायत को उनके सामने जिला कष्ट निवारण समिति की बैठक में रखा जाए, इस राशि को दिलवाया जाएगा।

इस अवसर पर उनके साथ भाजपा जिला अध्यक्ष सतेंद्र परमार, भाजपा नेत्री किरण कलकल, रमेश कलकल व अतिरिक्त उपायुक्त अनुराग ढालिया, कार्यकारी अभियंता वेदपाल सांगवान, सतेंद्र सांगवान, गौरव लांबा, बीडीपीओ रोशनलाल श्योराण, सुभाष शर्मा, कृषि विभाग के उपनिदेशक डॉ. बलवंत सहारण, पशुपालन विभाग के उपनिदेशक डॉ. जसवंत जून, तहसीलदार बंसीलाल, नायब तहसीलदार कृष्ण कुमार, भूमि सरंक्षण अधिकारी अनिल राठी, जिज्ञासु शर्मा इत्यादि मौजूद रहे।

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