– यह कांफ्रेंस टीचर्स, पेरेंट्स और स्टूडेंट्स को सांझे मंच पर लाने का एक अवसर – सीमा त्रिखा – प्रदेश के 22 जिलों में स्कूल प्रबंधन समिति प्रशिक्षण एवं सम्मेलनों की श्रृंखला का किया जा रहा है आयोजन चंडीगढ़, 25 जुलाई – हरियाणा की शिक्षा मंत्री श्रीमती सीमा त्रिखा ने कहा कि ‘सुपर 100’ और ‘बुनियाद’ जैसे कार्यक्रमों के माध्यम से विद्यार्थियों को उनकी रूची के अनुसार तैयार किया जा रहा है। सरकारी स्कूलों में ढांचागत बदलाव के साथ – साथ शिक्षा के लिए बेहतरीन व्यवस्था की गई है। श्रीमती सीमा त्रिखा शिक्षा विभाग द्वारा आयोजित किए जा रहे स्कूल प्रबंधन समिति प्रशिक्षण एवं सम्मेलनों की श्रृंखला में आज चरखी दादरी में आयोजित प्रशिक्षण एवं सम्मेलन में अध्यापकों, अभिभावकों और विद्यार्थियों को संबोधित कर रही थीं। उन्होंने कहा कि सरकार की ओर से किए गए सकारात्मक बदलावों की वजह से अभिभावकों और विद्यार्थियों के रुझान बदल रहे हैं। वह एक बार फिर से सरकारी स्कूलों की ओर वापिस मुड़ रहे हैं। शिक्षा मंत्री ने कहा कि इस कार्यक्रम का उद्देश्य विद्यालय में गठित स्कूल मैनेजमेंट कमेटी (एसएमसी) को उसके मूल कार्यों और दायित्वों से सम्बंधित विस्तृत जानकारी प्रदान करना है। इस दौरान शिक्षा मंत्री ने विधार्थियों से ‘एक पेड़ मां के नाम’ अभियान से जुड़ने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि पर्यावरण एक बहुत महत्वपूर्ण विषय है और इसकी रक्षा करना हमारा परम कर्तव्य है। हमारा जीवन सीधे तौर पर पर्यावरण और वातावरण से जुड़ा हुआ है। पर्यावरण यदि शुद्ध हो तो यह हमें सकारात्मक रूप से प्रभावित करता है इसलिए हमें इसे साफ़ सुथरा बनाकर रखना चाहिए। उन्होंने बच्चों को अपने आस पास हरियाली बनाए रखने के लिए भी प्रेरित किया। श्रीमती सीमा त्रिखा ने अभिभावकों और अध्यापकों से कहा कि बच्चों को अच्छे संस्कार देना भी उनका दायित्व है ताकि वह एक सफल जीवन जीएं और स्कूल का नाम रोशन करें। प्रदेश के सभी 22 जिलों में स्कूल प्रबंधन समिति प्रशिक्षण एवं सम्मेलनों की श्रृंखला का आयोजन किया जा रहा है। शिक्षा मंत्री ने कहा कि इस कांफ्रेंस का उद्देश्य अध्यापकों, अभिभावकों और विद्यार्थियों को एक मंच पर लेकर आना है। जिससे हम सभी एक सांझे लक्ष्य की ओर अग्रसर रहेंगे। इससे पहले, श्रीमती सीमा त्रिखा ने मां सरस्वती की प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का विधिवत शुभारंभ किया। उन्होंने अध्यापकों, विद्यार्थियों और अभिभावकों से सीधा संवाद किया और उनके विचार एवं सुझाव जानें। इस अवसर पर विद्यार्थियों द्वारा लगाई गई निपुण प्रदर्शनी आकर्षण का केंद्र रही। स्कूल विद्यार्थियों ने रुचि और मेहनत से प्रदर्शनी का आयोजन किया। कार्यक्रम में सर्वश्रेष्ठ स्कूल प्रबंधन समितियों, स्टार टीचर्स तथा मेधावी विद्यार्थियों के सम्मान के सत्र ने भी सभी का ध्यान खींचा और सराहना प्राप्त की। स्कूल प्रबंधन समितियां (एसएमसी) विद्यालयों की कार्यप्रणाली में सुधार करने में अहम भूमिका निभा रही हैं। एसएमसी के सदस्य शिक्षा विभाग की मजबूत इकाई है और शिक्षा की गुणवत्ता सुधार करने के लिए समिति के सदस्य निरंतर प्रयासरत हैं। Post navigation विस अध्यक्ष ज्ञान चंद गुप्ता ने की केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से शिष्टाचार भेंट भाजपा का शासन भ्रष्टाचार की कुतुबमीनार बना, जहां हर मंजिल पर होता है एक नया घोटाला: कुमारी सैलजा