16 अगस्त को विधायकों को ज्ञापन तो 25 को उनके घरों के सामने की जाएगी महापंचायत

बाढड़ा जयवीर फौगाट

05 अगस्त, बाढड़ा उपमंडल के गांव कारी मोद में शुक्रवार को सर्व हरियाणा किसान महापंचायत का आयोजन किया गया। ग्राम पंचायत कारीमोद की अध्यक्षता में शामलात भूमि के मामले को लेकर आयोजित इस महापंचायत में भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष सरदार गुरनाम सिंह चढ़ूनी ने मुख्य वक्ता के रुप में शिरकत की। जहां विभिन्न संगठनों कें लोगों के साथ मिलकर आगामी रणनीति तैयार की गई। चढ़ूनी की अगुवाई में शामलात भूमि से उन पिलरों को भी उखाड़ दिया जहां प्रशासन ने कब्जा लेकर निशानदेही की थी।

गांव कारी मोद में कोर्ट के आदेश पर प्रशासन द्वारा दस दिन पहले पुलिस की मौजूदगी में किसानों की खड़ी फसल पर ट्रैक्टर चलाकर कब्जा कार्रवाई की गई थी। जिसके अगले ही दिन गुरनाम सिंह चढ़ूनी गांव कारी मोद पहुंचे थे और उन्होंने स्थानीय किसानों के साथ मिलकर महापंचायत का ऐलान किया था। उसी के तहत शुक्रवार को महापंचायत का आयोजन किया गया। जिसमें प्रदेश के लगभग सभी जिलों से लोग महापंचायत में पहुंचे। इस दौरान महापंचायत में उपस्थित लोगों को संबोधित करते गुरनाम सिंह चढ़ूनी ने कहा कि शामलात भूमि की जमीन पर किसानों का मालिकाना हक है और इसमें से एक इंच भूमि को किसानों से नहीं छीनने देंगे और न हीं जाने देंगे। उन्होने विधानसभा के दूसरे सत्र तक का अल्टीमेटम दिया है। वहीं जिस जमीन पर प्रशासन द्वारा दस दिन पहले कब्जा कार्रवाई की थी वहां पर लगाए गए पिलर को भी चढ़ूनी की अगुवाई में उखाड़ते हुए उस जमीन पर ट्रैक्टर चलकार उसे दोबारा से उन्ही किसानों की होने की घोषणा की गई।

16 को देंगे ज्ञापन, 25 को महापंचायत:

गुरनाम सिंह चढूनी ने कहा कि जमीन को किसी भी सूरत में नहीं जाने देंगे सरकार को दूसरे सत्र तक का अल्टीमेटम दिया गया है। यदि सरकार द्वारा कानून बनाकर शामलात देह की जमीन किसानों को वापिस नहीं दी जाती है तो वे 16 अगस्त को सभी 90 विधायकों को ज्ञापन देंगे फिर भी उनकी बात नहीं सुनी गई तो वे विधायकों के आवास स्थलों के सामने अनिश्चितकालीन महापंचायत शुरू कर देंगे।

पीलर उखाड़कर चलाया ट्रैक्टर:

गांव कारीमोद में 25 जुलाई को 94 एकड़ जमीन पर प्रशासन द्वारा कब्जा कार्रवाई करते हुए वहां निशानदेही कर सीमेंट के पीलर लगा दिए गए हैं। गुरनाम सिंह चढूनी ने संगठन के दूसरे पदाधिकारियों के साथ पीलर को उखाड़ वहां स्वयं ट्रैक्टर चलाकर इस जमीन पर किसानों के मालिकाना हक की घोषणा की। साथ ही उन्होंने घोषणा करते हुए कहा कि कारी मोद ही नहीं पूरे हरियाणा में शामलात देह जमीन पर कब्जा कार्रवाई का विरोध किया जाएगा।

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