चरखी दादरी जयवीर फोगाट

11 मई,हेमसा के पदाधिकारियों द्वारा पिछले लंबे समय से उठाई जा रही समस्याओं को प्रदेश सरकार द्वारा गंभीरता से न लिए जाने पर अब आवाज को राज्य स्तर पर उठाने का फैसला लिया गया है। आगामी 15 मई को प्रदेश के शिक्षा मंत्री यमुनानगर आवास का घेराव हेमसा द्वारा किया जाएगा। इसे सफल बनाने के लिए लगातार बैठकों व जनंसपर्क का दौर जारी है। इसी कडी में आज बाढड़ा ब्लाक प्रधान प्रवीन सांगवान की अध्यक्षता में बैठक का आयोजन किया गया। इसमें बतौर मुख्य वक्ता जिला प्रधान वीरेन्द्र सांगवान, लोहारू प्रधान यशपाल, राज्य सह सचिव विजय लांबा, दादरी खंड प्रधान रामपाल ने शिरकत की। वक्ताओं ने बताया कि वर्तमान में लिपिकों की प्रमुख मांगों में पे ग्रेड लेवल 6 के तहत 35400 पंजाब के समान वेतनमान, पुरानी पेंशन बहाली, कच्चे कर्मियों को पक्का करवाना व तब तक समान काम समान वेतन, दूर दराज स्थानांतरित लिपिकों के तबादलो केा वापिस करवाना आदि मुख्य है। इसके साथ ही जिस प्रकार से सरकार का प्रयास है कि लिपिकों की पोस्ट कैप्ट कर दी जाए, इसे कभी सहन नहीं किया जाएगा, पुरजोर आवाज उठाई जाएगी, तानाशाही नही चलने दी जाएगी। 

विरेन्द्र सांगवान ने बताया कि इन्हीं मांग मुद्दों को लेकर आगामी 15 मई को पूरे राज्य से हेमसा के साथियों द्वारा प्रदेश शिक्षा मंत्री के यमुनागर आवास का घेराव करते हुए अपनी मांगों उठाई जाएगी। अन्य वक्ताओं ने कहा कि लगातार पत्र व्यवहार करके शिक्षा मंत्री, अतिरिक्त मुख्य निदेशक शिक्षा विभाग और निदेशक शिक्षा विभाग को लिपिक वर्ग की समस्याओं के बारे में बताया गया परंतु अब तक उनकी समस्याओं की अनदेखी की गई। जिसमें वर्षों से शिक्षा विभाग में लगे लिपिकों की वरिष्ठता सूची आज तक अपडेट नहीं, दूर दराज गए लिपिकों की कोई समायोजन पॉलिसी नहीं। इससे बहुत से कर्मचारी 250 से 300 किलोमीटर दूर गए। उसके समायोजन पर कोई विचार नहीं, विकलांग कर्मचारी की पदोन्नति नहीं, बहुत लंबे समय से ए.सी.पी. मामलों पर कोई कार्रवाई नहीं, पदोन्नति का कोई अवसर नहीं, लगभग 6000 लिपिकों पर 464 सहायक के पद हैं जिस कारण पदोन्नति के अवसर न के बराबर हैं। इस पर बार-बार विभाग, सरकार को पत्र लिखकर मांग की गई कि वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में सहायक का पद होना चाहिए, खंड शिक्षा अधिकारी कार्यालय में उप अधीक्षक का पद होना चाहिए, आंकड़ा सहायक पद होना चाहिए, जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय में अधीक्षक होना चाहिए और जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय में स्थापना अधिकारी होना चाहिए।

 विजय लांबा ने कहा कि इन मांगों पर बातचीत करने की बजाय लगातार विभाग पदों को कैप्ट कर कर्मचारी पर वर्क लोड बढ़ा रहा है, जिस कारण कर्मचारी मानसिक तौर से परेशान रहता है। एक कर्मचारी को कार्यालय में भी 3-3 सीटों का काम करना पड़ता है, इसके अलावा भी विभाग द्वारा मनमाना रवैया अपनाते हुए डयूटी के अलावा काम सौंप दिए जाते हैं, जैसे कि बतौर बी एल ओ, फैमली आई डी व अन्यों में डयूटी देना, जिससे काम बाधित होता है और आरोप कर्मचारियों पर लगाया जाता है, जो कि सही नहीं है। इस विषय में भी संगठन की बार-बार मांग के बाद भी सरकार का या विभाग का कोई ध्यान नहीं, उपरोक्त सभी मुद्दों को लेकर 15 मई को शिक्षा मंत्री आवास पर आक्रोश प्रदर्शन होगा।

 इस अवसर पर जिला वरिष्ठ उपप्रधान यशपाल, सहायक सतीश, कर्ण सिंह, रविन्द्र, राजेश, जसवंत, सुभाष, नरेन्द्र गोपी, पूर्व उपप्रधान दादरी अनिता देवी, जगदीश प्रसाद, संजय साहु, सुरेंद्र सिंह, रविन्द्र बिलावल, श्लेष, जोगेंद्र रूदडौल, सतबीर डालावास, महेंद्र सिंह रामपुरा, संजीव, राजेश, संदीप कारी धारणी, जगत सिंह आदि थे।

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