कितलाना टोल पर धरने के 344वें दिन किसानों में सरकार के खिलाफ रोष बरकरार चरखी दादरी जयवीर फोगाट 5 दिसम्बर,संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर चल रहे कितलाना टोल किसान धरने पर 6 दिसम्बर को बाबा डा० भीमराव अम्बेडकर का 65वां परिनिर्वाण दिवस संविधान बचाओ दिवस के रूप में मनाया जाएगा। यह बात कितलाना टोल पर धरने को सम्बोधित करते हुए दादरी से निर्दलीय विधायक व सांगवान खाप के प्रधान सोमबीर सांगवान ने कही। उन्होंने कहा कि एक समय में सन्त रविदास, कबीर, रहीम, राजा राममोहन राय, ज्योतिबा फूले, सावित्रिबाई फुले व पेरियार नारायण स्वामी जैसे समाज-सुधारकों ने समाज में व्याप्त कुरीतियों व रूढ़ियों के खिलाफ लम्बा संघर्ष किया था। इसी तरह से जातिवाद, अंधविश्वास के विरूद्व संघर्ष करते हुए बाबा साहब ने हमारा संविधान तैयार करके हर भारतीय को लिंग, जाति व धर्म के आधार पर भेदभाव किए बिना समानता का अधिकार दिलाया था। उन्होंने कहा कि आज उसी संविधान को मनुवादी ताकतों से खतरा पैदा हो गया है इसलिए सभी को मिलकर इस चुनौती का मुकाबला करना होगा। अब किसान आन्दोलन जीत की तरफ बढ़ रहा है और शीघ्र सरकार संयुक्त किसान मोर्चा की पांच सदस्यीय कमेटी से बातचीत करके बाकी मांगों पर भी समाधान निकालना होगा अन्यथा किसान घर वापसी नहीं करेंगे। कितलाना टोल पर चल रहे धरने के 344वें दिन सांगवान खाप चालीस से नरसिहं सांगवान डीपीई, फोगाट खाप 19 से राजपाल फोगाट, सर्व जातीय श्योराण खाप 25 से बिजेन्द्र बेरला, किसान सभा से ओमप्रकाश दलाल, चौगामा खाप से राजबीर बोहरा, युवा कल्याण संगठन से राजू गोरीपुर, रिटायर्ड कर्मचारी संघ से कमल सांगवान, महिला किसान मोर्चा से कृष्णा डोहकी, फूला देवी कितलाना, सुरजभान झोझू, सुरेन्द्र कुब्जानगर, रणधीर घिकाड़ा, सत्यवान कालूवाला, दिलबाग ढुल, प्रतापसिंह सिंहमार, कप्तान रामफल डोहकी, नन्दलाल अटेला, नरेन्द्र धनाना, सरदार सिंह डोहकी, सुबेदार सतबीर सिंह, सुलतान खान, रामानन्द धानक, ओम प्रजापति, राजेन्द्र जांगड़ा आदि शामिल थे। Post navigation जब तक मांगे पूरी नहीं आंदोलन रहेगा जारी। सामाजिक व आर्थिक समानता के जबरदस्त पक्षधर थे डा० भीमराव अम्बेडकर : सुखदेव पालवास