चरखी दादरी जयवीर फोगाट

09 अक्टूबर – आशा वर्करज यूनियन के सदस्यों द्वारा जिला प्रधान प्रेमपति की अगुवाई में स्थानीय सिविल हस्पताल परिसर में आगामी 11 नंवबर को दिए जाने वाले धरने व प्रदर्शन को लेकर सिविल सर्जन कार्यालय में मुलाकात करते हुए नोटिस दिया गया। राज्य उपप्रधान कमलेश ने बताया कि कोरोना महामारी से बचाव के कार्यो में आशा वर्कर्स ने फ्रंट वर्कर के रुप में कार्य किया है। परन्तु हरियाणा सरकार द्वारा आशा वर्कर्स को इस भयंकर जानलेवा महामारी में कार्य करने की कोई प्रोत्साहन राशि नहीं दी । महामारी में एक आशा वर्कर्स की मृत्यु भी हुई है। सरकार ने स्वयं घोषणा की थी कि फ्रंट लाईन वर्कर को पचास लाख केन्द्र सरकार द्वारा और दस लाख रुपये राज्य सरकार द्वारा दी जाएगी। यह मृत आशा के परिवार को नहीं मिली है। महामारी में कार्य करने के लिए केन्द्र सरकार द्वारा केवल 1000रुपये प्रोत्साहन राशि सितम्बर 2021 तक दी गई है और राज्य सरकार ने महामारी के कार्यो का कोई मेहनताना नहीं दिया। 

उन्होंने ने  कहा कि अब सितम्बर 2021 के बाद केन्द्र सरकार द्वारा यह राशि भी बन्द कर दी गई है। पिछले एक साल से कोरोना के कार्यों के लिए सरकार द्वारा दी जाने वाली 1000/- रुपये राशि 50 प्रतिशत प्रोत्साहन भी रूकी हुई है। एक्टीविटी का काटा गया 50 प्रतिशत तुरंत लागू किया जाए, दसवीं से कम पढी लिखी वर्कर की किसी सूरत में छटनी न हो, दुर्घटनाग्रस्त आशा वर्कर को मुआवजा व इलाज की सुविधा तथा आशा फैसलीटेटरर्स के काम में लगातार इजाफा किया जा रहा जबकि काम के बदले केवल डी ए, टी ए दिया जा रहा है। काम के बदले मानदेय दिया जाए। सांतवे वेतन आयोग कि लागू सिफारिशों से आशा वर्कर को लिए जाने आदि मांगों को लेकर प्रदर्शन किया जाएगा। इस अवसर पर एस के एस जिला प्रधान राजकुमार घिकाडा, सुशीला, सुनिता आदि थे।

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