ना धन में सुख है ना बल में, ना ऊंचे कुल में, ना माया में, सुख अगर है तो प्रभु भक्ति में हैं : हुजूर कँवर साहेब जी
धर्म पर अडिग रहोगे तो भक्त प्रहलाद की तरह परमात्मा करेगा मददहोली पर्व पर रेवाड़ी के कनीना रोड़ पर फरमाया हजूर कंवर साहेब ने साध संगत को सत्संग वचन चरखी…