Category: दिल्ली

काम एक पैसे का नहीं, फुर्सत एक मिनट की नहीं!

व्यस्तता और फुर्सत: क्या है असल में इसका मतलब? एडवोकेट किशन सनमुखदास भावनानीं गोंदिया – भारतीय सामाजिक संरचना हजारों वर्षों पुरानी है, और इसके बीच हमारे पूर्वजों ने ऐसी कहावतें…

दिल्ली की जनता भाजपा को देगी सेवा का मौका : धनखड़

दिल्ली को केजरीवाल नाम की आप ‘दा’ से मिलेगी मुक्ति राष्ट्रीय सचिव औम प्रकाश धनखड़ ने नरेला में किया पार्टी के लिए प्रचार नरेला से पूर्व विधायक नीलदमन खत्री करेंगे…

तीन तिगाड़ा काम बिगाड़ा : आओ मन को सकारात्मक सोच में ढालें …….

– एडवोकेट किशन सनमुखदास भावनानीं वर्तमान आधुनिक प्रौद्योगिकी डिजिटल युग में अंधविश्वासों और गलतफहमियों से दूर, सकारात्मक सोच रखना सफलता की कुंजी है। हम जैसा सोचते हैं, वैसा हमारा मन…

सफलता सार्वजनिक उत्सव,असफलता व्यक्तिगत विप्पति, नतीजों को मिलते पुरस्कार, कोशिशें रहती गुमनाम

परिणामों पर ज़ोर देने से क्रमिक शिक्षा और सुधार का महत्त्व कम हो जाता है, जिससे सफलता अस्थिर हो जाती है। ऋषभ पंत जैसे क्रिकेटर, जिनकी शुरुआत में असंगतता के…

हिम्मत-ए-मर्दां मदद-ए-ख़ुदा – आओ परिस्थितियों से लड़कर इतिहास रचें ……..

जो खुद में स्थिर होते हैं और हर परिस्थितियों से लड़ते हैं, वही अपने जीवन में इतिहास रचते है – एडवोकेट किशन सनमुखदास भावनानीं परिचय जब हम निर्भीकता से विपत्तियों…

पुरुषों के गढ़ तोड़ने वाली “प्रथम महिलाओं” को पहचानने की आवश्यकता

महिला सशक्तिकरण की दौड़ जीतती भारतीय रेलवे -प्रियंका सौरभ ……. रिसर्च स्कॉलर इन पोलिटिकल साइंस, भारत के विशाल रेलवे नेटवर्क में महिलाओं ने पुरुष-प्रधान भूमिकाओं में प्रवेश कर न केवल…

पीएम के साथ परीक्षा पे चर्चा 2025: रिकॉर्ड तोड़ 3.50 करोड़ से अधिक रजिस्ट्रेशन और तनाव मुक्ति का अनूठा अवसर

एडवोकेट किशन सनमुखदास भावनानीं 14 जनवरी 2025 तक रिकॉर्डतोड़ 3.50 करोड़ से अधिक रजिस्ट्रेशन के साथ प्रधानमंत्री के साथ ‘परीक्षा पे चर्चा 2025’ का आयोजन एक ऐतिहासिक मील का पत्थर…

दुनिया के स्वर्ग …. भारत के जम्मू- कश्मीर में इंजीनियरिंग का चमत्कार – सोनमर्ग टनल और चिनाब रेल ब्रिज तैयार

सोनमर्ग टनल और चिनाब रेल ब्रिज की अद्भुत इंजीनियरिंग पर दुनिया ने किया सलाम – एडवोकेट किशन सनमुखदास भावनानीं भारत के जम्मू-कश्मीर क्षेत्र को अक्सर पृथ्वी पर स्वर्ग कहा जाता…

अखंड अमेरिका बनाम अखंड भारत : क्या ‘मेक अमेरिका ग्रेट अगेन’ और ‘मेक इन इंडिया’ के बीच टकराव संभव है?

-एडवोकेट किशन सनमुखदास भावनानीं भूमिका वैश्विक राजनीति और कूटनीति के परिप्रेक्ष्य में, दो महाशक्तियों—अमेरिका और भारत—की विकास अवधारणाएं ‘अखंड अमेरिका’ और ‘अखंड भारत’ के रूप में सामने आ रही हैं।…

रिटायर्ड अफ़सरों के बोझ तले दबा आरटीआई का ढाँचा …

सेवानिवृत्त अधिकारी उन विभागों के खिलाफ निर्णय लेने में संकोच कर सकता है, जिनके लिए उन्होंने कभी काम किया था, जिससे समझौतापूर्ण फैसले होते हैं। पारदर्शिता में विशेषज्ञता की कमी…

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