गुरुग्राम, सतीश भारद्वाज : गुरुग्राम नगर निगम जोन टू के वार्ड तीन से बीजेपी के निर्वातमान पार्षद रविंद्र की मुश्किलें दिनों दिन बढ़ती ही जा रही है। वहीं इसको यह भी कह सकते हैं कि उनके द्वारा किए गए काले कारनामों का काला चिट्ठा अब जनता के सामने उजागर होता जा रहा है। जहां अभी बीते दिनों ही उसके भाई राजबीर पर थाना फरुखनगर में जमीन में धोखाधड़ी का मामला दर्ज हुआ था। वहीं पार्षद पर भी सेक्टर 22 के हाउस नंबर 163 पर जबरदस्ती बलपूर्वक कब्जा तथा अवैध निर्माण करने के आरोप भी एक पीड़ित सतबीर ने लगाएं थे। वहीं अब ताजा मामला यह सामने आया है कि सैक्टर 22 के ही मकान मालिक कृष्णा देवी ने पार्षद की पत्नी सरला वगैरह पर न्यायालय में केस डाल दिया है। जिसकी तारीफ सुनवाई वीरवार को होनी है।

सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार स्थानीय सेक्टर 22 निवासी कृष्णा देवी ने गांव के पार्षद रविंद्र तथा उसकी पत्नी सरला तथा संपदा अधिकारी वन को भी पार्टी बना कर न्यायालय में केस दायर कर दिया है। जिसमें जहां ईओ वन की तरफ से वकील पेश हो चुके हैं, वहीं पार्षद व उसकी पत्नी की तरफ से भी वकील केस में हाजिर हो गए हैं। जिसकी सूनवाई वीरवार को सिविल जज इशा गर्ग की अदालत में होनी है। जिसमें अवैध निर्माण पर भी सटे की मांग अदालत से की गई है, क्योंकि पार्षद ग्राउंड फ्लोर पर ब्यूटी पार्लर सहित अन्य कमर्शियल एक्टिविटीज अपनी दबंगी से करना चाहता है, जबकि यह नियमों के खिलाफ है,वहीं बताया गया है कि उक्त प्रॉपर्टी में एक फ्लैट पार्षद ने अपनी पत्नी के नाम से खरीदा हुआ है,जिस पर गत वर्ष अगस्त माह में पार्षद व उसके चहेते बाउंसर नीरज, गंगाराम, वेदप्रकाश, मोनू, विक्रम,गोरव, मनोज, सुनील, राजबीर, कृष्ण पंडित, सुमीत,पदम तथा चरण वगैरह ने लड़ाई झगड़ा धमकी कर अवैध कब्जा करने का प्रयास किया था। वहीं अपने लड़के के नाम से दबाव बनाने के लिए गले से सोने की चेन तोड़ने का झूठा आरोप लगाया था। जबकि शिकायत में पार्षद ने अपने लड़के का नाम तक भी नहीं लिखा था। जिसका मामला थाना पालम विहार और एसीपी ऑफिस में चल रहा है। पीड़ित को न्यायालय से न्याय की उम्मीद जगी है।

वहीं क्षेत्र में इस बात की चर्चाएं जोरों पर है कि पार्षद व उसके चहेतों द्वारा विकास के नाम पर जो भी भ्रष्टाचार किए थे अब सब जल्द जनता के सामने उजागर होंगे।

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