एडवोकेट किशन सनमुखदास भावनानीं

14 जनवरी 2025 तक रिकॉर्डतोड़ 3.50 करोड़ से अधिक रजिस्ट्रेशन के साथ प्रधानमंत्री के साथ ‘परीक्षा पे चर्चा 2025’ का आयोजन एक ऐतिहासिक मील का पत्थर साबित हुआ है। यह कार्यक्रम, जो छात्रों, अभिभावकों और शिक्षकों के लिए परीक्षा से जुड़े तनाव को कम करने का एक अनूठा संवादात्मक अवसर है, शिक्षा मंत्रालय द्वारा पिछले सात वर्षों से आयोजित किया जा रहा है। इस बार भी इसका असर बहुत सकारात्मक देखने को मिला है।

तनाव और परीक्षा: एक गंभीर समस्या

आज के डिजिटल युग में जहां शारीरिक और मानसिक मेहनत की जगह टेक्नोलॉजी ने ले ली है, वहीं परीक्षा के दौरान उत्पन्न होने वाला मानसिक तनाव छात्रों के लिए एक बड़ी चुनौती बन गया है। छात्रों को न केवल पेपर लिखना होता है, बल्कि मौखिक प्रस्तुतियाँ भी देनी होती हैं, जहां कीबोर्ड पर क्लिक या कॉपी-पेस्ट से काम नहीं चलता। यही कारण है कि हर साल परीक्षा के दौरान तनाव में वृद्धि होती है, और इसे देखकर अभिभावक व शिक्षक भी चिंतित हो जाते हैं।

प्रधानमंत्री का मार्गदर्शन: परीक्षा पे चर्चा 2025

इस समस्या का समाधान शिक्षा मंत्रालय ने ‘परीक्षा पे चर्चा’ के माध्यम से निकाला, जिसमें प्रधानमंत्री स्वयं छात्रों, शिक्षकों और अभिभावकों से जुड़कर परीक्षा और उससे जुड़े तनाव को कम करने के उपाय साझा करते हैं। प्रधानमंत्री का यह कार्यक्रम पिछले वर्षों में छात्रों के लिए अत्यंत लाभकारी साबित हुआ है, और हर साल इस कार्यक्रम का प्रभाव बढ़ता ही जा रहा है।

3.50 करोड़ से अधिक रजिस्ट्रेशन: एक नया रिकॉर्ड

परीक्षा पे चर्चा 2025 के लिए रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया 14 दिसंबर 2024 से 14 जनवरी 2025 तक चल रही थी, और इस बार रिकॉर्ड तोड़ 3.50 करोड़ से अधिक रजिस्ट्रेशन हुए हैं। इस पहल में भारत के अलावा विदेशी छात्र भी शामिल हुए हैं, जो इस कार्यक्रम के सकारात्मक प्रभाव को दर्शाता है। यह पहल हर साल एक राष्ट्रव्यापी आंदोलन के रूप में परीक्षा को एक उत्सव के रूप में मनाने की दिशा में प्रगति कर रही है।

परीक्षा पे चर्चा 2025: कार्यक्रम का महत्व

परीक्षा पे चर्चा का 8वां संस्करण छात्रों, अभिभावकों और शिक्षकों के लिए एक महत्वपूर्ण कार्यक्रम बन चुका है। इस बार यह कार्यक्रम 12 जनवरी से 23 जनवरी 2025 तक विभिन्न स्कूल स्तर की गतिविधियों के माध्यम से आयोजित किया जा रहा है, जिसमें योग, ध्यान सत्र, मैराथन, कविता प्रतियोगिता जैसी गतिविधियाँ शामिल हैं। इन गतिविधियों का उद्देश्य छात्रों के समग्र विकास को बढ़ावा देना और परीक्षाओं को उत्सव के रूप में मनाने के लिए प्रेरित करना है।

पीएम से सीधी बात: छात्र, अभिभावक और शिक्षकइस कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री छात्रों से उनके प्रश्न सुनते हैं और उनके लिए मार्गदर्शन प्रदान करते हैं। इस बार छात्रों को प्रधानमंत्री से सीधे सवाल पूछने का भी मौका मिलेगा, और चयनित छात्रों को शिक्षा मंत्रालय द्वारा विशेष पीपीसी किट प्रदान की जाएगी। इसके अलावा, इस कार्यक्रम में भाग लेने वाले छात्रों, शिक्षकों और अभिभावकों को ऑनलाइन प्रमाणपत्र भी प्रदान किए जाएंगे।

गाइडलाइन और रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया

इस बार के कार्यक्रम में छात्रों को 500 शब्दों में प्रश्न लिखने के लिए कहा गया है। यह सुनिश्चित किया गया कि छात्र अपने सवालों को ओरिजिनल, क्रिएटिव और आसान तरीके से प्रस्तुत करें। रजिस्ट्रेशन के बाद, सभी प्रतिभागियों को डिजिटल सर्टिफिकेट मिलेगा, और विजेताओं को स्पेशल परीक्षा पे चर्चा किट दी जाएगी।

प्रधानमंत्री का संदेश

शिक्षा मंत्रालय ने अपने सोशल मीडिया हैंडल्स पर परीक्षा पे चर्चा में भाग लेने का आह्वान करते हुए कहा है कि यह अवसर छात्रों को परीक्षा से जुड़े डर को दूर करने और अपने सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन के लिए प्रेरित करने का है। प्रधानमंत्री ने इसे परीक्षा के तनाव को कम करने और छात्रों को उनके सपनों की दिशा में आगे बढ़ने के लिए एक अनूठा अवसर बताया है।

निष्कर्ष

यदि आप भी परीक्षा के दौरान उत्पन्न होने वाले तनाव से जूझ रहे हैं, तो परीक्षा पे चर्चा 2025 का हिस्सा बनकर इस तनाव को कम करने के लिए आवश्यक मार्गदर्शन प्राप्त कर सकते हैं। प्रधानमंत्री मोदी के साथ यह संवादात्मक कार्यक्रम एक सकारात्मक और प्रोत्साहक पहल है, जो पिछले सात वर्षों से छात्रों के मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में मदद कर रहा है। इस कार्यक्रम के माध्यम से छात्रों के मन में उठने वाली सभी जिज्ञासाओं का समाधान मिलेगा, और उन्हें अपनी परीक्षाओं को एक उत्सव के रूप में मनाने की प्रेरणा मिलेगी।

-संकलनकर्ता लेखक – क़र विशेषज्ञ स्तंभकार साहित्यकार अंतरराष्ट्रीय लेखक चिंतक कवि संगीत माध्यमा सीए(एटीसी) एडवोकेट किशन सनमुखदास भावनानीं गोंदिया महाराष्ट्र

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