Tag: लोकतंत्र

मेरी रगों में चौधरी देवी लाल का खून, किसान हित मेरी प्राथमिकता : अभय सिंह चौटाला

मेरे सामने केवल दो ही विकल्प थे हरियाणा विधानसभा का सदस्य बने रहना या किसानों के हितों के लिए अपनी सुविधाओं को त्यागना:अभय सिंह चौटाला चौधरी देवी लाल की राह…

सरकार के अहम् को चोट तो राजद्रोह,,,?

-कमलेश भारतीय क्या सरकार के अहम् को चोट पहुंचाने वाले को राजद्रोही माना जायेगा? सरकार ने तो माना लेकिन कोर्ट ने नहीं । यह फैसला पर्यावरणविद् दिशा रवि के मामले…

पंजाब निकाय चुनाव से सबक ले सरकार, अकेला नहीं है अन्नदाता साथ खड़ा है मतदाता – दीपेंद्र हुड्डा

· सफल रेल रोको आंदोलन पर किसानों को हार्दिक बधाई. · न रेल पटरी से उतरी, न आंदोलन, · शांतिपूर्ण चक्काजाम व रेल रोको से साफ हो गया कि किसान…

“मोदी नहीं तो कौन?”

– दक्षिणपंथ ने हमारी साइकी में भीतर तक बैठा दिया कि मोदी का कोई विकल्प नहीं – कांग्रेस को ‘कामराज प्लान’ की ज़रूरत– अब ऐसे राष्ट्रवादी प्रधानमंत्री है देश के…

क्या यही है जनता का, जनता के द्वारा, जनता के लिए चुना गया लोकतंत्र…??

– सरकार सिर्फ बहुमत से नहीं बल्कि इकबाल से चलती है।– रामलीला मैदान पर, इंडिया गेट पर इकट्ठी होकर नारे लगाती थी तब एक भी आदमी को देशद्रोही नहीं कहा…

केंद्र सरकार ने दिल्ली बॉर्डर नही बल्कि लोकतंत्र के सीने में ठोकी कीलें: सुनील जाखड़

रमेश गोयत पंचकूला। पंजाब कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष सुनील जाखड़ ने मगलवार को पंचकूला में कहा कि केंद्र सरकार ने दिल्ली बॉर्डर नही बल्कि लोकतंत्र के सीने में ठोकी हैं कीलें,…

किधर है लोकतंत्र…! दिख जाए तो मिलवाने जरूर लाइएगा।

– वो हरियाणा, जिस धरती से देश के प्रधानमंत्री ने “बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ” मुहीम की आगाज की थी। उसका गृहमंत्री तो उसके समूल नाश की बात रहा है. –…

सरकार गिरेगी या किसानों के नक़ली हमदर्दों का विश्वास गिरेगा!

उमेश जोशी आज फिर बैरंग लौटना पड़ा। राज्यपाल सत्यदेव नारायण आचार्य ने नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा समेत कांग्रेस के 30 विधायकों को मिलने का वक़्त नहीं दिया। इससे पहले…

पुलिसतंत्र या लोकतंत्र

— आंदोलन में लोगों की व्यक्तिगत संपत्तियों को क्षति पहुंचाने का अधिकार किसने दिया— यही जाबांज दिल्ली पुलिस वकील आंदोलन के आगे क्यों विवश हो गई थी?— आमतौर पर पुलिस…

भक्त पता नहीं किस मिट्टी के बने है

— पता नहीं किस सृजनहार ने रचा है इन जाहिलों को,पशु बनाना था,धोखे से इंसान बन गए! — आप सरकार चलाते हैं, देश नही— पहले डिजिटल का नारा दिया और…