मेरे सामने केवल दो ही विकल्प थे हरियाणा विधानसभा का सदस्य बने रहना या किसानों के हितों के लिए अपनी सुविधाओं को त्यागना:अभय सिंह चौटाला चौधरी देवी लाल की राह पर ही चलते हुए अपने पद से इस्तीफा दिया. किसान महापंचायत में 23 विभिन्न संगठनों ने किया सम्मानित अभय बोले, लोकतंत्र की बहाली के लिए भाजपा को करें सत्तामुक्त सिरसा, 3 मार्च: ऐलनाबाद के पूर्व विधायक एवं इनेलो के प्रधान महासचिव अभय सिंह चौटाला ने कहा कि उनकी रगों में चौधरी देवीला ल का खून है और वे उनके ही नक्शेकदम पर चलकर किसानों के हितों के लिए कोई भी कुर्बानी देने को तैयार हैं। इनेलो नेता बुधवार को ऐलनाबाद की अनाजमंडी में किसान मजदूर एकता शक्ति मंच के बैनर तले आयोजित विशाल किसान महापंचायत में शामिल हजारों किसानों को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि उनके सामने केवल दो ही विकल्प थे जिसमें पहला, उनके पास हरियाणा विधानसभा का सदस्य बने रहने और दूसरा किसानों के हितों के लिए अपनी सुविधाओं को त्यागना और उन्होंने चौधरी देवी लाल की राह पर चलते हुए अपने पद से इस्तीफा दिया। उन्होंने किसानों से आह्वान किया कि किसान आंदोलन को कमजोर करने की मंशा रखने वाले लोगों के मुंह पर तमाचा मारते हुए किसान आंदोलन को पहले से भी कहीं अधिक मजबूत बनाएं। इनेलो नेता ने कहा कि किसान संगठित होकर लंबे समय तक किसान आंदोलन को मजबूत बनाएं और अपने खेतों में खड़ी गेहूं की फसल की चिंता न करें। वे उनकी गेहूं की फसल को प्रभावित नहीं होने देंगे और कंबाइन को उनके खेतों तक पहुंचाएंगे। इनेलो नेता ने भाजपा-जजपा गठबंधन को कटघरे में खड़ा करते हुए किसानों से आह्वान किया कि वे शपथ लें कि दोनों राजनीतिक दलों के मंत्रियों और विधायकों को गांवों में नहीं घुसने देंगे और यदि वे आएं तो उनसे अपने पदों से इस्तीफा देने को कहें। अभय सिंह चौटाला ने कहा कि निकट भविष्य में ऐलनाबाद में उपचुनाव होंगे और वे संगठित होकर अन्य राजनीतिक दलों को सबक सिखाएं। उन्होंने पुरजोर कहा कि उन पर ऐलनाबाद की जनता का कर्ज है क्योंकि पिछले विधानसभा चुनावों के दौरान स्वयं प्रधानमंत्री ने भी उनके खिलाफ आकर लोगों से वोट मांगे थे, मगर ऐलनाबाद की सूझवान जनता ने उन्हें ही विधायक चुना। उन्होंने अन्य राजनीतिक दलों को घेरते हुए कहा कि जो दल स्वयं को किसान हितैषी बताते थे, वे कभी भी टिकरी, गाजीपुर और सिंघु बॉर्डर पर नहीं गए और केवल घडियाली आंसू बहाते रहे। मौजूदा गठबंधन सरकार पर बरसते हुए उन्होंने कहा कि इस सरकार ने किसानों को गेहूं व बाजरे की फसल पर एमएसपी तक नहीं दिया और आज वे किसान हितैषी बनने का ढोंग रच रही है। उन्होंने इस अवसर पर किसानों से कहा कि लोकतंत्र की बहाली के लिए भाजपा को सत्तामुक्त करने का भी संकल्प लें। कार्यक्रम के आरंभ में इनेलो नेता ने किसान आंदोलन के दौरान शहीद हुए 250 किसानों के सम्मान में दो मिनट का मौन रखकर उन्हें श्रद्धासुमन अर्पित किए। इससे पूर्व किसान मजदूर एकता शक्ति मंच के पदाधिकारियों ने उन्हें किसानों की शक्ति के रूप में हल और सम्मानस्वरूप पगड़ी पहनाकर सम्मानित किया। इस संगठन के अलावा जिले के 23 अन्य विभिन्न सामाजिक व धार्मिक संगठनों ने भी इनेलो के प्रधान महासचिव अभय सिंह चौटाला को सम्मानित किया। किसान महापंचायत में पूरे सिरसा जिले से भाकियू के झंडों तले एकत्रित हजारों किसानों ने एक स्वर में केंद्र की भाजपा सरकार द्वारा बनाए गए तीनों कृषि कानूनों को तत्काल प्रभाव से रद्द करने की मांग करते हुए अभय सिंह चौटाला का समर्थन किया। कलाकार मलकीत औलख एवं सोनिया मान ने भी तीनों कृषि कानूनों पर बेबाकी से अपनी राय रखी। इस अवसर पर पूनम पंडित, सुरेश कोथ, इनेलो जिलाध्यक्ष कश्मीर सिंह करीवाला, रादौर के पूर्व विधायक श्याम सिंह राणा, इनेलो नेता रवि चौटाला, सुनैना चौटाला, पूर्व मंत्री भागीराम, रणधीर जोधकां, विनोद दड़बी एवं प्रकाश सिंह साहुवाला सहित अनेक गणमान्य व्यक्ति मौजूद थे। Post navigation बसपा व बामसेफ से जुड़े करीब 200 से अधिक महत्वपूर्ण पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं ने थामा इनेलो का दामन सिरसा में बनेगा किसान चौक, प्रहलाद भारूखेड़ा बोले- नुकसान पहुंचाया तो भुगतना होगा अंजाम