— सामाजिक समरसता समिति की बैठक में फैसला

गुरुग्राम। साइबर सिटी में भगवान परशुराम का जन्मोत्सव “सामाजिक समरसता सम्मेलन” के रूप में आयोजित किया जाएगा। इस बाबत सामाजिक समरता समिति की बैठक हुई, जिसमें कार्यक्रम की रूप रेखा तैयार की गई। बैठक की अध्यक्षता समिति के मुख्य संरक्षक एवं पूर्व चेयरमैन जीएल शर्मा ने की। कार्यक्रम की रूपरेखा पर प्रकाश डालते हुए जीएल शर्मा ने बताया कि समाज में सौहार्द और आपसी भाईचारे को मजबूत करने के लिए समिति की ओर से भगवान परशुराम के जन्मोत्सव पर हर साल सामाजिक समरसता सम्मेलन आयोजित किया जाता है। यह सिलसिला लंबे समय से अनवरत जारी है। उन्होंने कहा कि भगवान परशुराम को सामाजिक समरसता का पुरोधा माना जाता है। उन्होंने विभिन्न विभिन्न वर्गों और जातियों में बंटे समाज को एकजुट कर सामाजिक “एकत्व” की शिक्षा दी। आज ब्राह्मण समाज की सभी प्रमुख संस्थाएं उन्हीं के बताए मार्ग का अनुसरण कर सामाजिक समरसता की अलख जगा रही है। बैठक में योगेश वशिष्ठ, आरपी कौशिक, दिनेश यादव, योगेंद्र सारवान, बस्तीराम प्रजापति, ओमकार खुराना, राजकिशन कौशिक, सत्यनारायण गुप्ता, सत्येंद्र गुर्जर, दीपक सहरावत, अशर्फी लाल गुप्ता, बृजेश मिश्रा, मनोज दुबे, जय बक्शी, दीपक पवार, सुनील शर्मा सहित बड़ी संख्या में समिति के सदस्यों ने हिस्सा लिया।

20 अप्रैल को भगवान परशुराम भवन में होगा सम्मेलन
जीएल शर्मा ने बताया कि सामाजिक समरसता सम्मेलन शक्ति पार्क नजदीक पटौदी चौक, निरंकारी सत्संग भवन के पीछे भगवान परशुराम भवन में आयोजित किया जाएगा। कार्यक्रम के लिए इस बार विशेष रूपरेखा तैयार की गई है। कार्यक्रम में हर वर्ग हर जाति के विशिष्ट लोगों को आमंत्रित किया गया है। समाज में उत्कृष्ट कार्य करने वाले सभी जातियों के महानुभवों को सम्मानित भी किया जाएगा। साथ ही सहभोज की भी व्यवस्था समिति की ओर से की गई है। कार्यक्रम का मकसद समाज को एकजुट रहने का संदेश देना है। समाज में एकत्व की भावना पैदा करना है। उन्होंने कार्यक्रम के दौरान समिति के पदाधिकारियों की जिम्मेदारियां भी तय की। उन्होंने कहा कि कार्यक्रम के लिए अतिथियों के नाम फाइनल होते ही इसकी सूचना भी लोगों तक पहुंचा दी जाएगी। कार्यक्रम के दौरान भगवान परशुराम की शिक्षाओं को याद कर उनके बताए मार्ग पर चलने का संकल्प भी लिया जाएगा।