भारत पाकिस्तान युद्ध में शहादत देने वाले वीर सैनिकों को दी श्रद्धांजलि

पूर्व सैनिकों ने दी भारत-पाकिस्तान युद्ध के शहीदों को श्रद्धांजलि
1965 के युद्ध में शहादत देने वालों को दी श्रद्धांजलि

चरखी दादरी जयवीर फोगाट

12 सितंबर – हर वर्ष की भांति 1965 युद्ध की ऐतिहासिक विजय के उपलक्ष्य में 4 ग्रेनेडिर्यस के पूर्व सैनिकों द्वारा आयोजित किए जाने वाले वार्षिक कार्यक्रम का आयोजन स्थानीय सांगवान वाटिका में सेवानिवृत कर्नल जितेंद्र सिंह सेना मैडल व सुबेदार मेजर आनंद चांदवास की अध्यक्षता में संपन्न हुआ।

सर्वप्रथम उपस्थित समस्त पूर्व सैनिक अधिकारियों व सैनिकों द्वारा देश के लिए शहादत देने वाले वीर सैनिकों को श्रद्धाजंलि दी गई। इसके साथ ही देश के लिए इनके द्वारा दिए गए सर्वोच्च बलिदान व वीरता को याद किया गया।

वक्ताओं ने बताया कि यह आयोजन प्रत्येक वर्ष 1965 की ऐतिहासिक जीत की याद में होता है। इस युद्ध में हमारे सैनिकों ने दुश्मन को दिखा दिया था कि भारत का सैनिक चाहे कितनी भी कम संख्या में सीमा पर हो, जब राष्ट्र के आन, बान, शान की बात आती है तो वो अकेला ही पूरे विश्व की सेना से लड़ने का माद्दा रखता है। इसी युद्ध में वीरता की सर्वोच्च गाथा परमवीर चक्र विजेता कंपनी र्क्वाटर मास्टर अबुदल हमीद ने रखी जिन्होंने दुश्मन की कमर तोड़ी आज उनकी प्रेरणा से बटालियन देश की रक्षा के सर्वोपरि समर्पित कर रही है। सभी उपस्थित पूर्व सैनिकों ने युवाओं से आहवान किया कि राष्ट्र रक्षा के जज्बे को अपने जीवन में सर्वोपरी रखे। आयोजन का समापन भारत माता की जय तथा पल्टन के नारे सर्वदा शक्तिशाली के उद्घोष से हुआ।

इस अवसर पर कर्नल एम पी शर्मा, मेजर करतार चन्द, मेजर ए आर आर्या, कैप्टन अभय सिंह, कर्नल ए आर खान, कप्तान सुल्तान सिंह, कप्तान वेदप्रकाश सेना मैडल, कप्तान अखतर अली, कप्तान उमेद सिंह, कप्तान राजबीर सिंह, सुबेदार रणधीर सिंह, सुबेदार राजेश श्योराण, सुबेदार दलबीर, सुबेदार देवराज, सुबेदार वशीर भट्टी सहित वर्तमान सैनिक सुबेदार रामनिवास, रोहताश, हवलदार धर्मवीर सिंह आदि उपस्थित थे।

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