चंडीगढ़ — दुनिया के हर देश को मजबूत रखने के लिये जवान और किसान की अहम भूमिका होती है । इस बात को कोई भी देश झुठला नही सकता । ओर सत्ताधरी सरकार इनके लिये भरपूर योगदान करती है । यह बात अंतरराष्ट्रीय मानव अधिकार ऑब्जर्वर्स के इंटरनेशनल निदेशक यतीश शर्मा ने करनाल में हुए किसानों पर पुलसिया तंत्र द्वारा लाठी चार्ज में घायल हुए किसानों पर दुख व्यक्त करते हुए कही ।

उन्होंने कहा लोकतंत्र में देश की आवाम को अपनी आवाज उठाने का पूरा हक है । ओर अगर कोई भी सत्ताधारी सरकार अपने राजतंत्र से उनकी आवाज दबाने की कोशिश करेगी तो उसे उसके परिणाम भी गहरे भुगतने होंगे । इस से बड़ी बात हमारे देश में क्या होगी कि हमारा किसान पिछले 8 या 9 महीने से अपने खेत छोड़ सड़क पर बैठा है ।ओर सत्ताधरी सरकार अपनी जिद के कारण उनके साथ अन्याय करती आ रही है । जोकि देश के लिए एक शर्मनाक बात है ।

यतीश शर्मा ने कहा कि हमारा नोजवान अपने देश की रक्षा के लिये अपना जीवन अपने घरवालों , त्योहारों को दरकिनार कर देश की सीमा पर तैनात बेठा है । परंतु वो हर बार मन मे ये ही सोचता है कि उसे दुश्मन से देश को बचाना है । परंतु उस ने कभी यह नही सोचा कि उसे अपने ही देश की आवाम में छिपे देश द्रोहियों के लिए अपने हथियार उठाने होंगे और शहादत देंनी होंगी ।

कुछ राजनेतिक दल अपनी राजनीतिक रोटियां सेंकने के लिये जवान और किसान को बलि पर चढ़ाने से भी परहेज नही करेगी ।

उन्होंने कहा कि आज हमारा सोने की चिड़िया कहलाने वाला भारत किस सियासत के कारण देश को कमजोर कर जवानों ओर किसानों की बलि ले रहा है ।

हमारे देश की आवाम को जागरूक होना होगा । हम कब तक इन सियासत दारों के कारण आजाद होकर भी गुलामी की जंजीरों में कैद रहेंगे । हमेशा हमे एक ही बात बचपन से सिखाई गई है । कि एक गन्दी मछली पूरे तालाब को गंदा कर देती है ।देश की आवाम को जागरूक हो इन सियासत दारों को सविधान के तहत आवाज उठा कर देश की एकता और आपसी भाईचारे का प्रमाण देना होगा । और अपने मानव अधिकारों की रक्षा करनी होगी ।