डीएपी के दाम बारह सौ से सीधे पहुंचे सोलह सौ रुपये, सरकार ने दिया धोखा
मकड़ानी गांव में ग्रामीणों ने जोरदार नारेबाजी कर जताया रोष।

चरखी दादरी जयवीर फोगाट 

डीएपी के बढ़े दामों को लेकर मकड़ानी गांव के ग्रामीणों ने किसान नेता राजू मान की अगुवाई में जोरदार नारेबाजी करते हुए रोष प्रदर्शन किया। इस मौके पर किसान नेता राजू मान ने कहा कि डीएपी के पांच सौ रुपए प्रति बैग बढ़ने से सरकार के दावों की पोल खुल गई है और ये सरासर किसानों से धोखा है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने सभी मुख्य समाचार पत्रों में खबर दी है कि डीएपी की कीमतों में कोई वृद्धि नहीं होगी और किसानों को पुराने दामों पर ही खाद मिलेगी लेकिन आज बाजार में स्थिति उसके उल्ट है। किसानों को प्रति बैग सोलह सौ रुपए चुकाने पड़ रहे हैं।                   

 मान ने कहा कि चुनाव से पहले किसानों की आय दुगुनी करने की बात कहने वाले सत्ताधारी दल के नेता आज चुप्पी साधे हुए हैं। किसान की आय तो नहीं लेकिन फसल पर लागत दुगुनी जरूर हो गई है। उन्होंने कहा कि 9 अप्रैल को इफको ने भी पत्र जारी कर कहा था कि खाद की कीमतों में कोई बदलाव नहीं होगा पर किसानों से लूट शुरू हो चुकी है। हकीकत यह है कि खाद की सप्लाई करने वाली कंपनी ने दाम बढ़ाये है पर सरकार उसको छिपाने का प्रयास कर रही है। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर सरकार ने बढ़े दाम वापिस नहीं लिए तो संयुक्त किसान मोर्चा से इस संदर्भ में बात की जाएगी और किसान मुखरता से इसका विरोध करेंगे।                         

 इस दौरान ग्रामीणों ने सरकार के खिलाफ रोष जाहिर करते हुए कहा कि गठबंधन सरकार किसानी को खत्म करना चाहती है। किसान पहले ही तीन कृषि कानूनों, बिजली संशोधन अधिनियम 2020, क्षतिपूर्ति कानून के खिलाफ लड़ाई लड़ रहे है। इस बीच खादों के दाम बढ़ाकर सरकार किसानों की कमर तोड़ना चाहती है। उन्होंने कहा कि ये किसानों पर सीधी चोट है और ये सहन नहीं किया जाएगा।                             

इस अवसर पर पूर्व सरपंच राजेन्द्र सिंह, पूर्व सरपंच महाबीर सिंह, महेंद्र सिंह, शेर सिंह, अमर सिंह, रामोतार पटवारी, भलेराम, राकेश, धर्मपाल, घासीराम, कृष्ण, ईश्वर, मौजीराम, जयपाल, हरिप्रकाश, बल्ला, ओमप्रकाश, सोनू, रमेश, मंगतू, रामभगत इत्यादि मौजूद थे।

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