भिवानी/धामु किसान आंदोलन में अब महिला सशक्तिकरण की भी झलक देखने को मिल रही है। कृषि कानूनों के खिलाफ पिछले दो माह से धरने पर बैठे किसानों का साथ देने के लिए अब महिलाएं भी धरना स्थल पर पहुंचना शुरू हो चुकी है। इसी के तहत जिला के गांव खरकड़ी माखवान में चल रहे किसानों के धरने पर आज सोमवार को महिलाएं भी बड़ी संख्या में पहुंची और कृषि कानूनों को वापिस लेने की मांग की। इस मौके पर धरने की अध्यक्षता कर रहे दयानन्द व राजेश कुमार ने की व अध्यक्षता कपूरी देवी को सौंपी। एक प्रस्ताव पास कर गुरनाम चढूनी के नेतृत्व में पूरी आस्था व्यक्त की गई। इस मौके पर धरने पर पहुंची महिलाओं ने कहा कि जब तक किसानों की मांगें पूरी नहीं होती न तो किसान पीछे हटेंगे और अब न ही महिलाएं। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने कृषि कानून को लाकर किसानों की माली हालत को ओर अधिक खराब करने का काम किया है। साथ ही उन्होंने कहा कि 26 जनवरी के दिल्ली कूच में भी महिलाएं बढ़-चढकऱ हिस्सा लेंगी। उन्होंने कहा कि किसान नेता गुरनाम सिंह चढूनी पर जो आरोप लगाए जा रहे है, वह बिल्कुल ही निराधारा है। यह केवल किसानोंं के आंदोलन को कमजोर करने के लिए भाजपा सरकार की एक साजिश है। उन्होंने कहा कि गुरनाम सिंह चढूनी एक ईमानदार किसान नेता है, जो केवल किसानों के हकों की आवाज को उठाने में लगे हुए हैं। Post navigation महिला किसान दिवस पर किया ऐलान- समाज में बराबर की अधिकारी, शोषण नहीं स्वीकार कृषि कानूनों को लेकर भाजपा लीगल सैल की बैठक आयोजित