भजन गायक धर्मबीर ने भजन सुना कर मंत्रमुग्ध कर दिया.
माता पिता गुरु और वृद्धों का सम्मान करने वाले ही सज्ज्न

फतह सिंह उजाला
पटौदी। 
 गांव खैंटावास स्थित बाबा झोपड़ी वाले आश्रम परिसर में श्री महंत तारागिरी जी महाराज उर्फ पहाडी वाले बाबा के सांधिय में एक दिवसीय भंडारा, संकीर्तन महोत्सव का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में पहुंचे श्रद्धालुओं का महशूर भजन गायक धर्मबीर जाटौली व उनकी टीम द्वारा धार्मिक रागनी, भजन सुना कर मंत्रमुग्ध कर दिया।

संकीर्तन का शुभारम्भ श्री महंत बाबा तारागिरी जी महाराज ने भगवान शिव की पूजा, अग्नि पूजा करके किया । भंडारे में इलाके के हजारों श्रद्धालुओं ने प्रसाद चखा और बाबा झोपडी वाले की अर्शिवाद प्राप्त करके परिवार की खुशहाली की दुआ मांगी। इस मौके पर दूराज से सैंकडों संत महात्मा पहुंचे और श्रद्धालुओं को साधुवाद दिया।

इस मौके पर बाबा तारागिरी जी महाराज ने अपने प्रवचनों में कहा कि इंसान का वजूद तब तक है जब तक वह समाज, परिवार से जुड़ा है। जैसे वृक्ष से पत्ता, फूल, फल टूट कर जमीन पर गिर जाता है तो उसका अस्तीत्व समाप्त हो जाता है। इसलिए हम सभी को परिवार, समाज के साथ चले और सर्व हितार्थ कार्य करके सर्व जन को लाभ पहुंचाने की नीति पर चलना चाहिए। जीवन तो पशु, पक्षी भी जीते है लेकिन जीवन जीने में उसी में आनंद की अनुभूति होती जब वह दूसरों की भलाई  के लिए जिया जाएं। उन्होंने कहा कि माता पिता गुरु और वृद्धों का सम्मान करने वालों को समाज में सदैव सम्मान की नजर से देखा जाता है वह आम जन के लिए आईडल बन जाते है। धार्मिक कार्यों, अनुष्ठान आदि में भागीदारी और उपस्थिति दर्ज कराने मात्र से ही पापों से मुक्ति तो मिलती ही है बल्कि जीवन सफल हो जाता है। ब्राह्मण, साधु, गाय की सेवा को श्रेष्ट बताया गया है। इसलिए अपनी नेक कमाई में से गाय की सेवार्थ अवश्य कुछ अंश दान करे यह सबसे पुण्य का कार्य है। इस मौके पर पंचायत समिति फर्रुखनगर के पूर्व चेयरमैन राव सरजीत सिंह, बीजेपी मंडल अध्यक्ष दौलत राम गुर्जर, पूर्व सरपंच तोता राम शर्मा सैहदपुर, पूर्व सरपंच राव बिरेंद्र सिंह खैंटावास, समाजसेवी अजीत सिंह चैहान सुल्तानपुर, पवन जांगडा, भोजराज यादव, सतपाल लम्बरदार, सौरभ, कमल, नंद किशोर जांगडा, जय प्रकाश, परविंद्र सिंह, अशोक यादव ढोहरका  आदि मौजूद थे।

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