भिवानी/मुकेश वत्स

 भारत के सविधान निर्माता व गरीब-असहाय व छुआ-छुत, धर्मनिरेपक्षता व समानता की लड़ाई लडऩे वाले तथा गरीब, दलित, महिलाए व आदिवासी तथा मजदूरों के योद्वा बाबा साहब डाक्टर भीम राव अम्बेडकर का महानिर्वाण दिवस पालवास व शहीद भगत सिहं यादगार भवन में मनाया गया। व इस मौके पर विचार गोष्ठी का आयोजन भी किया गया।

पालवास में अध्यक्षता पंच सतपाल पुनिया, रामलाल व रामकिशन व शहीद भगत सिंह यादगार भवन में दलित अधिकार मंच के संयोजक सुखदेव पालुवास ने किया। कामरेड ओमप्रकाश ने कहा कि बाबा साहब ने सविधान सभा में सविधान को प्रस्तुत करते हुए कहा था कि आज समाज नये दौर में प्रवेश कर गया है। सविधान में राजनैतिक आजादी दी गई हैं। मगर सामाजिक व आर्थिक आजादी के लिए हमे संगठीत हो संघर्ष करना होगा, अगर ऐसा नही हुआ तो राजनैतिक आजादी भी खतरे में पड़ जायेगी। बाबा समाज में आर्थिक बराबरी के लिए अर्थिक संसाधनों के सार्वजनिकरण पर जोर देते थे जिसे मौजूदा सरकार नीजिकरण करके ध्वस्त कर रही है।

मंच संयोजक सुखदेव पालुवास ने कहा की धर्म निरपेक्षता, बंधुत्व, बराबरी तथा सब को शिक्षा व रोजगार के हक में प्रेरणा से ही देश आगे बढ़ा है। मौजूदा सरकार आज देश के अन्दर धार्मिक व जातीय संस्थाओं को मजबूत कर रही है, आज महिलाओं, दलितों पर लगातार अत्याचार बढ़ रहे है। जिससे समाज में भय का वातावरण बन रहा है।

error: Content is protected !!