लोहारू रोड फाटक पर प्रस्तावित उपरगामी पुल पर पुनर्विचार करने को दुकानदारों ने रेल और सडक़ परिवहन मंत्री को लिखा पत्र

भिवानी/मुकेश वत्स  

शहर के लोहारू रोड़ रेलवे फटक 51-सी पर प्रस्तावित उपरगामी पुल निर्माण को लेकर इस रोड़ पर प्रभावित होने वाले करीब पांच सौ दुकानदारों ने केंद्रीय सडक़ परिवहन मंत्री तथा रेल मंत्री को पत्र लिख कर इस निर्णय पर पुर्नविचार का अनुरोध किया है। लोहारू रोड़ के दुकानदारों ने इस पत्र में कहा है कि रेलवे फाटक नम्बर 51-सी पर प्रस्तावित उपरगामी पुल बनने से यंहा के 500 दुकानदारों का धंधा चौपट हो जायेगा।

पत्र में कहा गया है कि यंहा रेलवे लाइन पर पहले से एक उपरगामी पुल है। सरकार अगर चाहे तो सरकार इस उपरगामी पुल को चार लेन बना सकती है। वैसे भी अब इस पुल से जुडऩे वाली दादरी और लोहारू रोड़ के लिए बाईपास बन कर तैयार है। ऐसे में केवल छोटे वाहन ही पुल से गुजरेंगे। इसलिए फाटक पर अब नए उपरगामी पुल की आवश्यकता नहीं है। साथ ही इस क्षेत्र में एफसीआई का गोदाम है। उपरगामी पुल बनने से इस सरकारी गोदाम में ट्रकों के आवागमन में भारी परेशानी आयेगी। पत्र आगे कहा गया है कि यंहा पर किसानों का चारा तोलने के लिए तीन धर्मकांटे भी है और दो टैक्टर एजेंसी भी है। इससे ये भी सीधे रूप से प्रभावित होंगे। इस तरह से अगर पूरे हालातों का विशलेषण किया जाए जो इस फाटक पर उपरगामी पुल बनाने का कोई लाभ नहीं है।

दुकानदारों ने इस पत्र में सुझाव दिया गया है कि लोहारू रोड रेलवे फाटक पर उपरगामी पुल बनाने के बजाए यंहा एक अंडरपास-वे बना दिया जाए ताकि यंहा वर्षों से काम कर रहे दुकानदारों का रोजगार बचा रहे। लोहारू रोड़ के दुकानदारों के प्रतिनिधि प्रदीप चौहान ने बताया है कि इस बारे में स्थानीय विधायक घनश्याम सर्राफ और सांसद धर्मबीर सिंह को दुकानदारों का एक प्रतिनिधि मंडल ज्ञापन देगा।

You May Have Missed

error: Content is protected !!