विजय गर्ग

आईआईटी का कोई मुकाबला नहीं!
आईआईटी (भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान) की प्रतिष्ठा न केवल भारत में बल्कि विश्व स्तर पर भी अद्वितीय है। आईआईटी-जेईई को दुनिया की सबसे कठिन परीक्षाओं में से एक माना जाता है, और इसलिए आईआईटी के संस्थान शैक्षिक गुणवत्ता और करियर के लिहाज से सर्वोत्तम माने जाते हैं।
अब बात आती है एनआईटी (राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान) और आईआईआईटी (भारतीय सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान) की तुलना की। निम्नलिखित बिंदुओं पर विचार करके दोनों संस्थानों के बीच का अंतर स्पष्ट किया जा सकता है:
1. कोर फोकस: कंप्यूटर साइंस और आईटी
आईआईआईटी:
- आईआईआईटी विशेष रूप से कंप्यूटर साइंस (सीएस), सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी), डेटा साइंस, एआई और अन्य संबंधित क्षेत्रों पर केंद्रित हैं।
- इनमें आधुनिक तकनीकों जैसे एआई, मशीन लर्निंग, ब्लॉकचेन और क्लाउड कंप्यूटिंग को पाठ्यक्रम का अभिन्न अंग बनाया गया है।
- सीएस और आईटी के क्षेत्र में संकाय, अनुसंधान अवसर और उद्योग सहयोग में आईआईआईटी अग्रणी रहते हैं।
एनआईटी:
- एनआईटी विभिन्न इंजीनियरिंग विषयों में विशेषज्ञता प्रदान करते हैं, जिसमें कंप्यूटर साइंस के साथ-साथ सिविल, मैकेनिकल, इलेक्ट्रिकल और अन्य शाखाएं भी शामिल हैं।
- सीएस के अलावा अन्य क्षेत्रों में एनआईटी की पकड़ मजबूत होती है।
2. उद्योग कनेक्शन और प्लेसमेंट
आईआईआईटी:
- आईआईआईटी हैदराबाद, आईआईआईटी बैंगलोर और आईआईआईटी दिल्ली जैसी संस्थाओं के पास मजबूत उद्योग संबंध होते हैं।
- गूगल, माइक्रोसॉफ्ट, अमेजन और एडोब जैसी कंपनियां सॉफ्टवेयर भूमिकाओं के लिए विशेष रूप से आईआईआईटी के छात्रों को प्राथमिकता देती हैं।
- आईआईआईटी हैदराबाद का सीएसई में औसत पैकेज कई आईआईटी को भी टक्कर देता है।
एनआईटी:
- एनआईटी त्रिची, एनआईटी सुरथकल और एनआईटी वारंगल जैसी शीर्ष एनआईटी में भी उत्कृष्ट प्लेसमेंट देखे जाते हैं, खासकर सीएसई के क्षेत्र में।
- एनआईटी के पूर्व छात्र नेटवर्क भी नौकरी और इंटर्नशिप में मददगार होते हैं।
3. कोडिंग कल्चर और अनुसंधान
आईआईआईटी:
- आईआईआईटी संस्थानों में मजबूत कोडिंग संस्कृति देखने को मिलती है।
- गूगल कोड जैम, एसीएम आईसीपीसी और हैकथॉन जैसी प्रतिस्पर्धाओं में आईआईआईटी के छात्रों का वर्चस्व रहता है।
- आईआईआईटी हैदराबाद के शोध केंद्र (CVIT, ML Lab, VCL) वैश्विक स्तर पर भी अपनी पहचान बना चुके हैं।
एनआईटी:
- एनआईटी में कोडिंग संस्कृति थोड़ी कमजोर हो सकती है, हालांकि कुछ शीर्ष एनआईटी में छात्रों का प्रदर्शन सराहनीय है।
4. पाठ्यक्रम का लचीलापन और आधुनिकता
आईआईआईटी:
- आईआईआईटी का पाठ्यक्रम लचीला होता है, जो छात्रों को एआई, डेटा साइंस और साइबर सुरक्षा जैसे ट्रेंडिंग विषयों का अध्ययन करने की स्वतंत्रता देता है।
- कुछ आईआईआईटी में कोई सख्त शाखा प्रणाली नहीं है, जिससे छात्र कई क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित कर सकते हैं।
एनआईटी:
- एनआईटी में पाठ्यक्रम पारंपरिक इंजीनियरिंग ढांचे का पालन करता है, जो आधुनिक तकनीकी जरूरतों के हिसाब से थोड़ा पीछे हो सकता है।
5. प्रतिस्पर्धी प्रोग्रामिंग में उत्कृष्टता
आईआईआईटी:
- गूगल समर ऑफ कोड और एसीएम आईसीपीसी में आईआईआईटी छात्रों का दबदबा रहता है।
- आईआईआईटी हैदराबाद, इलाहाबाद और दिल्ली अपनी कोडिंग संस्कृति के लिए विशेष रूप से प्रसिद्ध हैं।
एनआईटी:
- हालांकि कुछ एनआईटी के छात्र भी प्रतिस्पर्धी प्रोग्रामिंग में अच्छा प्रदर्शन करते हैं, लेकिन औसतन आईआईआईटी की पकड़ मजबूत होती है।
कब एनआईटी बेहतर है?
- गैर-सीएस शाखाओं के लिए: एनआईटी में विविध इंजीनियरिंग पाठ्यक्रमों का विकल्प मिलता है।
- बड़ा परिसर और इंफ्रास्ट्रक्चर: एनआईटी का परिसर बड़ा और जीवनशैली के लिए अनुकूल होता है।
- सामाजिक और सांस्कृतिक पहलू: एनआईटी का छात्र जीवन अधिक जीवंत और विविध होता है।
- सरकारी समर्थन: एनआईटी को सरकारी फंडिंग और सुविधाओं का लाभ मिलता है।
निष्कर्ष:
कंप्यूटर साइंस और आईटी के क्षेत्र में आईआईआईटी हैदराबाद, दिल्ली और बैंगलोर जैसे शीर्ष संस्थान एनआईटी की तुलना में बेहतर माने जाते हैं। लेकिन यदि किसी को गैर-सीएस शाखाओं में शिक्षा प्राप्त करनी है या समग्र कैंपस जीवन का अनुभव करना है, तो एनआईटी जैसे शीर्ष संस्थान एक बेहतर विकल्प हो सकते हैं।
विजय गर्ग, सेवानिवृत्त प्राचार्य एवं शैक्षिक स्तंभकार, गली कौर चंद, एमएचआर, मलोट, पंजाब