ढाई एकड़ में खड़ी गेहूं की फसल आग में हुई राख 

 दमकल विभाग व ग्रामीणों के सहयोग से आसपास की फसल बची  
आरंभिक नजरिए में बिजली ट्रांसफार्मर से हुआ शॉर्ट सर्किट 
आगजनी की घटना के समय किसान खेत में ही थे मौजूद  

 फतह सिंह उजाला                                     

पटौदी। बदलता मौसम और बढ़ता तापमान किसानों के लिए खतरे की घंटी बनता जा रहा है । विशेष रुप  से ऐसे किसानों के लिए जिन किसानों की फसल पककर कटाई के लिए खेतों में तैयार खड़ी है या फिर कटाई होने के बाद मंडी में बिक्री के लिए दाने निकालने के वास्ते अभी खेतों में ही रखी हुई है ।इतना ही नहीं गेहूं निकालने के बाद पशुओं के लिए चारा बनाने के लिए किसानों के द्वारा तूड़ा भी बनाया जाना है।   

लेकिन खेतों के बीच जा रहे बिजली के ढीले और लटकते तार तथा विभिन्न किसानों के खेतों में लगाए गए , बिजली के ट्रांसफार्मर अक्सर किसानों की फसल के लिए खतरा भी साबित होते आ रहे है। ऐसे ही एक मामले में दो किसानों की करीब ढाई एकड़ में खड़ी गेहूं की पकी फसल बिजली के शार्ट सर्किट के कारण जलकर पूरी तरह से राख हो गई । जिस समय यह घटना हुई किसान भाई खेत में ही मौजूद थे , जैसे ही उनकी नजर गेहूं की फसल में सुलगती आग पर गई । उन्होंने तुरंत शोर मचा दिया और बिना देर किए दमकल विभाग को सूचना दी गई , इसके साथ ही डायल 112 पर भी आगजनी की घटना के बारे में बताया गया । बिना देरी किए दमकल विभाग और पुलिस कर्मचारी घटनास्थल पर पहुंच गए । 

इसके साथ ही बिना देरी किए खेत में गेहूं की फसल की आग को और अधिक फैलने से रोकने का काम किया । पीड़ित किसान रविंदर और भरत सिंह पुत्र स्वर्गीय मेंबर सिंह के द्वारा गेहूं की फसल में लगी आग के लिए  बिजली का शार्ट सर्किट होने की आशंका जाहिर की है । दूसरी और  गांव के ही ग्रामीणों सरपंच व आसपास के किसानों के द्वारा शासन प्रशासन से मांग की गई है कि पीड़ित किसानों के हुए असली नुकसान की भरपाई आर्थिक मदद  सरकार के द्वारा की जाए।

                                                          

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