किसान कांग्रेस के आक्रोश प्रदर्शन में भाग लेने के लिये कार्यकर्ता रवाना चरखी दादरी जयवीर फौगाट, 09 दिसम्बर, अखिल भारतीय किसान कांग्रेस द्वारा दिल्ली के जंतर-मन्तर पर केंद्र सरकार के खिलाफ आक्रोश प्रदर्शन में भाग लेने के लिये किसान कांग्रेस के राष्ट्रीय संयुक्त समन्वयक राजू मान की अगुवाई में बड़ी संख्या में कार्यकर्ता रवाना हुए। इस मौके पर राजू मान ने कहा कि संसद का शीतकालीन सत्र शुरू हो चुका है इसलिए गूंगी महंगी सरकार को जगाने के लिए किसान कांग्रेस के चेयरमैन सरदार सुखपाल सिंह खैहरा के कुशल नेतृत्व में आक्रोश प्रदर्शन किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा लिखित में किसानों से आंदोलन में जो वायदे किए गये थे उनको पूरा नहीं किया है। उन्होंने कहा कि 2014 में लोकसभा चुनावों के दौरान मौजूदा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किसानों की आय 2022 तक दुगुनी करने का वायदा किया था लेकिन हालात ये हैं कि आज किसान अपनी फसल के लिए खाद पाने के लिए दर दर की ठोकरें खाने को मजबूर हैं। किसान नेता राजू मान ने कहा कि प्रधानमंत्री समेत भाजपा के तमाम बड़े नेता सत्ता पाने से पहले स्वामीनाथन आयोग की सिफारिश लागू करने की बात करते थे लेकिन अब इस मुद्दे पर चुप्पी साधे हुए हैं। उन्होंने कहा कि अगर किसान और खेती को बचाना है तो स्वामीनाथन आयोग के आधार पर सभी फसलों के लिए सी2+50 फीसदी के फार्मूला से एमएसपी की गारंटी का कानून बनाया जाना बेहद जरुरी है। उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार द्वारा एमएसपी पर गठित कमेटी को रद्द कर, एमएसपी पर सभी फसलों की कानूनी गारंटी के लिए किसानों के प्रतिनिधियों को शामिल कर पुनर्गठन करना चाहिये। मान ने कहा कि भाजपा सरकार अपने चेहते पूंजीपतियों के 10 लाख करोड़ माफ कर सकती है पर खेती में बढ़ रहे लागत के दाम और फसलों का लाभकारी मूल्य नहीं मिलने के कारण अधिकतर किसान भारी कर्ज में डुबने के कारण आत्महत्या करने को मजबूर है उनके कर्ज सरकार माफ नहीं कर सकती। इसका खामियाजा सरकार को भुगतना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि सूखा, बाढ़, पाले, फसल संबंधी बीमारी आदि तमाम कारणों से होने वाले नुकसान की पूर्ति के लिए सरकार को सभी फसलों के लिए प्रभावी फसल बीमा लागू करनी चाहिए और सभी मध्यम, छोटे और सीमांत किसानों और कृषि श्रमिकों को 5,000 रुपए मासिक किसान पेंशन की योजना लागू होनी चाहिये। इस मौके पर पूर्व सरपंच राजेंद्र मकड़ानी, अशोक मंदौली, ओमप्रकाश, वेद बलौदा, कपूर श्योराण, एडवोकेट सुधीर, सोनू कुण्डू, मनजीत, अजय, नवदीपक, रमेश, राजा शर्मा, भरपूर, जसवंत, वेदप्रकाश, अमन, कृष्ण, श्योराम समेत अनेक कार्यकर्ता मौजूद थे। Post navigation बाजार में दिनभर लगा रहता है जाम, प्रशासन के पास नहीं हैं कोई इंतजाम बेसहारा पशु छोड़ने पर लगेगा 11 हजार जुर्माना, पंचायत कर ग्रामीणों ने लिया निर्णय