वरिष्ठ नागरिकों के लिए हुआ दुआओं का दरिया कार्यक्रम
ब्रह्माकुमारीज के ओम शांति रिट्रीट सेंटर ने किया आयोजन

01 अक्टूबर 2022, गुरुग्राम – ब्रह्माकुमारीज के भोराकलां स्थित ओम शांति रिट्रीट सेंटर में वरिष्ठ नागरिकों के लिए ‘दुआओं का दरिया’ कार्यक्रम का आयोजन हुआ। कार्यक्रम में अपने विचार व्यक्त करते हुए ओआरसी की निदेशिका आशा दीदी ने कहा कि बुजुर्ग वास्तव में दुआओं का दरिया होते हैं। बुजुर्गों की दुआएं अथवा आशीर्वाद जीवन को सुखद बनाती हैं। जहां दवा काम नहीं करती, वहां दुआ काम करती है। जीवन गुणों से निखर जाता है। बुजुर्ग एक छायादार वृक्ष के समान हैं। जिनकी छाँव में हम स्वयं को सुरक्षित महसूस करते हैं। उन्होंने कहा कि बुजुर्ग अनुभवों की खान होते हैं। जिसके पास जो होता है, दूसरों को वो वही देता है। उन्होंने कहा कि कभी-भी, किसी भी परिस्थिति में निराश नहीं होना है। हमें सदैव अच्छा ही करना है।

उन्होंने कहा कि कई बार मन में आता है कि गलत करने वाला मौज में है। जबकि अच्छाई पर चलने वाला व्यक्ति परेशान है। कुछ समय लगेगा कि बुराई की विजय हुई लेकिन उसमें सदा की हार समाई होती है। सच की नाँव हिलती-डुलती है लेकिन डूबती नहीं।

आत्मिक दृष्टिकोण से होते है बेहतर सम्बन्ध

वरिष्ठ राजयोग शिक्षिका बीके लक्ष्मी ने कहा कि राजयोग जीवन जीने की कला सिखाता है। राजयोग हमें आत्मा के मूल स्वरूप की तरफ ले जाता है। दैहिक दृष्टिकोण समाप्त हो जाता है। आत्मिक दृष्टिकोण के कारण अच्छाईयों का ही वर्णन करते हैं। जिससे हमारे सम्बन्ध बेहतर होते हैं। उन्होंने कहा कि हम जो भी सोचते हैं, उसका प्रभाव हमारे शरीर पर पड़ता है। उन्होंने सभी को राजयोग का विशेष अभ्यास भी कराया।

कार्यक्रम में वरिष्ठ नागरिकों ने किए अपने अनुभव साझा

कार्यक्रम में उपस्थित कुछ लोगों ने अपने अनुभव भी साझा किए। उन्होंने कहा कि राजयोग से उनके जीवन में अद्भुत परिवर्तन हुआ है। गुरुग्राम से आई बीके शशी ने कहा कि पिछले 5 वर्षों से वो नियमित रूप से राजयोग का अभ्यास कर रही हैं। उन्होंने कहा कि राजयोग से उनके अंदर आत्मिक बल बढ़ा है। जिस कारण पारिवारिक जिम्मेवारियों को और भी बेहतर ढंग से निभा रही हैं। घर को भी एक सेवा का स्थान मानकर सबके सम्पर्क में आते हैं। उन्होंने कहा कि राजयोग से मन सशक्त हो गया। छोटी-छोटी बातों में कभी डिस्टर्ब नहीं होते।

कार्यक्रम में दया और करुणा के संकल्प पर भी कराई प्रतिज्ञा

ब्रह्माकुमारीज द्वारा दया और करुणा वर्ष के तहत देशभर में लाखों लोगों से संकल्प पत्र भरवाए जा रहे हैं। जिसमें सर्व धर्म समभाव, सबके लिए कल्याण की भावना एवं प्रकृति के प्रति सम्मान की भावना जैसे मुख्य संकल्प हैं। कार्यक्रम में पधारे वरिष्ठ नागरिकों को भी दया और करुणा के संकल्प पत्र पर प्रतिज्ञा कराई गई। कार्यक्रम में 400 लोगों ने शिरकत की। कार्यक्रम का संचालन बीके भावना ने किया।

error: Content is protected !!