गुरुग्राम। गुरुग्राम में27 जून को हुए कांग्रेस सत्याग्रह के दौरान कांग्रेस कार्यकर्ताओं में आपसी फूट नजर आई। अगर सत्याग्रह के दौरान अगर लोगों की संख्या देखे तो वहां केवल नेता ही नजर आए जनता नजर नहीं आई इससे तो लगता हैं ये केवल अपनी उपस्थिती दर्ज कराने आये थे जनता को कार्यकर्म मै लाने मै किसी ने भी रुचि नहीं दिखाई करीब 35 से 40 के करीब लोग सत्याग्रह मै गुरुग्राम के मिनी सचिवालय के सामने शामिल हुए एक बजते ही सभी चले गए। सत्याग्रह को देखकर ऐसा लगता है कि जिनको पदों की चाहत है वही लोग सत्याग्रह में शामिल हुए। एक बात जरूर देखने को मिली कि यहां जितने भी ग्रुप हैं सभी गुटों के नेता वहां जरूर नजर आए। लेकिन उसके ठीक 1 दिन पहले हुए नटराज़ गार्डन में हुए कार्यक्रम जिसमे कुमारी सेलजा का अभिनंदन हुआ उस कार्यकर्म को देखकर कांग्रेस नेताओ के ऊपर गुड़गांव में अन्ना टीम भारी पड़ी। अन्ना टीम के सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने एक साथ कांग्रेस पार्टी ज्वाइन की जबकि वहां पर दूसरे गुट के लोग शामिल नहीं हुए हैं वहां केवल सामाजिक व्यक्ति या अन्ना आंदोलन से जुड़े हुए लोग ही कार्यक्रम में शामिल हुए। कार्यक्रम में करीब 6 मोबाइल चोरी हुए जिसमे पूर्व विधायक दोलतपुरिया का भी मोबाइल चोरी हुआ अगर इसी तरह गुरुग्राम कांग्रेस गुटों मै बटती नजर आई तो चुनाओ मै क्या होगा ? वही पूर्व अन्ना टीम की तरफ से बताया गया हमने तो सभी कांग्रेस के लोगों को कार्यकर्म मै आमन्त्रित किया था जिसमे जितेंद्र भारद्वाज, पूर्व मंत्री सुखबीर कटारिया, शहरी जिलाध्यक्ष पूजा शर्मा, कुलराज कटारिया, कांग्रेस सेवा दल के इंदर सिंह सैनी, सुधीर चौधरी सहित लोग नहीं आये श्री पी एल कटारिया ने कहा हमारे लिए तो सभी कांग्रेस के लोग सम्मान है हम तो सबको सम्मान देना चाहते थे। Post navigation पांच दिवसीय साईबर प्रशिक्षण कोर्स का शुभारंभ अतर सिंह संधू बने फरीदाबाद भाजपा जिला किसान मोर्चा के प्रभारी