सोहना बाबू सिंगला

सोहना नगरपरिषद विभाग ने अवैध कालोनियों में बने निर्माणों को ध्वस्त कर डाला है। ऐसे निर्माणों की संख्या करीब एक दर्जन है। जिसमें परिषद ने चारदीवारी, सड़कों को तोड़ डाला है। परिषद अधिकारियों का कहना है कि उक्त अभियान नियमित रूप से जारी रहेगा। जो भी अवैध कालोनी बनाएगा उसको किसी भी सूरत में बसने नहीं दिया जाएगा।

मंगलवार को कस्बे में उस समय हड़कम्प मच गया जब परिषद विभाग के अधिकारी व कर्मचारी सुबह से ही पूरे दल बल के साथ सड़कों पर निकल पड़े। जिनके साथ भारी पुलिस बल ब जेसीबी मशीन भी थी। परिषद द्वारा की जाने वाली कार्यवाही की जानकारी किसी को नहीं थी, जो गुप्त रखी गई थी। अधिकारियों की गाड़ियां जब पलवल मार्ग पर पहुंचीं तो उन्होंने वहाँ पर पहुँचकर निर्धारित स्थान पर काटी अवैध कालोनियों में पीला पंजा चला डाला। परिषद ने पलवल मार्ग को ही निशाने पर रखा। तथा वहाँ पर बसाई करीब आधा दर्जन कालोनियों में तोड़ फोड़ कर डाली। और उनमें निर्मित अवैध निर्माणों को ध्वस्त कर दिया है। तोड़फोड़ टीम का नेतृत्व नायब तहसीलदार लच्छी राम कर रहे थे। जिनको बतौर ड्यूटी मजिस्ट्रेट नियुक्त किया हुआ था। उक्त तोड़फोड़ कार्यवाही कई घण्टों तक चली।

इस अवसर पर कार्यकारी अधिकारी अतर सिंह, म्यूनिसिपल इंजीनियर सुशील ठाकरान, म्यूनिसिपल इंजीनियर राजपाल खटाना, पटवारी सुभाष, बिल्डिंग इंस्पेक्टर मनोज सिवाच आदि के अलावा परिषद कर्मचारी व पुलिस जवान मौजूद थे।

विदित है कि सोहना नगरपरिषद क्षेत्र में अवैध कालोनियों की भरमार है। कालोनाइजर बगैर सरकार व प्रशासन की अनुमति के अवैध कालोनियां काटने में लगे हैं। जबकि ऐसी कालोनियों में मूलभूत सुविधाओं का पूर्णतः अभाव है। कालोनाइजर भोले भाले लोगों को सब्जबाग दिखाकर अपने जाल में फंसा लेते हैं। तथा उनको प्लाट लेने को बाध्य करते हैं। उक्त कार्य में दलालों की भूमिका अहम होती है। 

तोड़फोड़ बनाम खानापूर्ति .………..नगरपरिषद द्वारा की गई तोड़फोड़ मात्र खानापूर्ति बनकर रह गई है। दस्ते ने केवल चारदीवारी व सड़कों को ही अपना निशाना बनाया था जबकि निर्मित किये गए पक्के मकान ज्यों की त्यों ही रहे। 

क्या कहते हैं अधिकारी …………परिषद के कार्यकारी अधिकारी अतर सिंह कहते हैं कि विभाग की उक्त तोड़फोड़ कार्यवाही जारी रहेगी। अवैध कालोनियों को पनपने नहीं दिया जाएगा।

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