सरस्वती हेरिटेज सर्कल कुरुक्षेत्र के कार्यालय में जल सुरक्षा योजना की समीक्षा बैठक का हुआ आयोजन

वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक

कुरुक्षेत्र 7 फरवरी :- अटल भूजल योजना के तहत कुरुक्षेत्र जिले की 189 ग्राम पंचायतों को सामुदायिक भागीदारी से भूजल प्रबंधन के लिए चुना गया है। जिला इंप्लीमेंट पार्टनर टीम के सदस्य डॉक्टर नवीन कुमार नैन भूजल विशेषज्ञ के मार्गदर्शन में काम कर रहे हैं। कुरुक्षेत्र जिले के तीन प्रखंडों पिहोवा, लाडवा और शाहाबाद के प्रत्येक गांव में बैठक व जल पंचायत का आयोजन किया जा रहा है। जिला इंप्लीमेंट पार्टनर टीम द्वारा पिछले माह पिहोवा प्रखंड से 41 जल सुरक्षा योजना तैयार की गयी थी। जल सुरक्षा योजना की गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए सोमवार को अरविंद कौशिक अधीक्षक अभियंता द्वारा एक समीक्षा बैठक बुलाई गई। अरविंद कौशिक ने प्रत्येक जल सुरक्षा योजना की बहुत सावधानी से जांच और सत्यापन किया और उन्होंने पूरे जिला कार्यान्वयन साथी टीम के सदस्यों को बहुत ईमानदारी से काम करने के लिए प्रेरित किया।

उन्होंने जिला इंप्लीमेंट पार्टनर टीम के सदस्यों और जिला कार्यक्रम प्रबंधन इकाई के सदस्यों के साथ अटल भूजल योजना को सफल बनाने के लिए हर संभव प्रयास करने का भी वादा किया। इस बैठक में टीम लीडर डॉक्टर नवीन नैन ने नोडल अधिकारी अरविंद कौशिक और जिला कार्यक्रम प्रबंधन इकाई के बीच ग्राम स्तर पर फील्ड चुनौतियों की गिनती की और जिला इंप्लीमेंट पार्टनर टीम द्वारा सामाजिक जागरूकता कार्यक्रमों के दौरान आने वाली समस्याओं पर भी चर्चा की गयी। इस बातचीत के दौरान सीनियर हाइड्रोलॉजिस्ट डॉक्टर नवीन नैन ने बताया कि हरियाणा जल संसाधन प्राधिकरण विभाग द्वारा प्रकाशित नवीनतम रिपोर्ट में कुरुक्षेत्र जिले के 7 ब्लॉकों के सभी गांवों को विभाजित किया गया और यह पाया गया कि 97.5 फीसदी गांव रेड जोन और गंभीर रूप से भूजल तनाव वाले क्षेत्र के अंतर्गत आते हैं। अरविंद कौशिक ने अटल भूजल योजना के तहत तीन ब्लॉकों में भूजल की मांग को कम करने के लिए सूक्ष्म सिंचाई योजनाओं पर ध्यान केंद्रित किया। इसी संदर्भ में जिला इंप्लीमेंट पार्टनर टीम ने मीकाडा विभाग का दौरा किया और धूप सिंह कार्यपालक अभियंता ने कुरुक्षेत्र जिले में सूक्ष्म सिंचाई योजनाओं के कार्यान्वयन के संबंध में कई जानकारी प्रदान की। उन्होंने अटल भूजल योजना के साथ अगले चार साल में भूजल की मांग को कम करने के लिए एक ही मंच पर मिलकर काम करने का भी वादा किया।

डॉक्टर नवीन नैन ने बताया कि माइकाडा विभाग द्वारा सूक्ष्म सिंचाई योजनाओं पर स्प्रिंकलर एवं ड्रिप सिस्टम पर 85 प्रतिशत अनुदान दिया जाता है। अब सिंचाई विभाग, पंचकूला द्वारा पिहोवा प्रखंड के 8 गांवों के किसानों को सूक्ष्म सिंचाई प्रणाली की ओर प्रेरित करने के लिए यह सब्सिडी बढ़ा दी गई है. कृषि क्षेत्र में भूजल को बचाने के लिए, सिंचाई और जल संसाधन विभाग, पंचकुला ने पिहोवा ब्लॉक के 8 गांवों के 652 एकड़ (छिडक़ाव एवं फुवारा) और 358 (ड्रिप या टपका) में सूक्ष्म सिंचाई योजनाओं पर सब्सिडी को 85 फीसदी से बढ़ाकर 100 फीसदी कर दिया है। इन 8 गांवों में सूक्ष्म सिंचाई योजनाओं का लाभ लेने के लिए किसानों को सिर्फ जीएसटी की राशि देनी होगी। सिंचाई विभाग पंचकूला की इस पहल की जिला इम्प्लीमेंट पार्टनर टीम के सदस्यों और 8 गांवों के सभी किसानों ने सराहना की है। डॉक्टर नैन ने आठ गांवों के किसानों से इन योजनाओं का लाभ लेने के लिए अति शीघ्र फॉर्म भरने का अनुरोध किया।

उन्होंने बताया कि सिंचाई विभाग की ओर से जिला इम्प्लीमेंट पार्टनर टीम को स्पेशल आईडी उपलब्ध कराई गई है। इस आईडी के माध्यम से विभाग द्वारा निकट भविष्य में कुरुक्षेत्र जिले में भूजल को बचाने के लिए फॉर्म भरे और स्वीकृत किए जाएंगे। उन्होंने सरपंच, ग्राम जल एवं स्वच्छता समिति के सदस्यों, चौकीदार, नंबरदार, किसानों, आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं एवं सामाजिक कार्यकर्ताओं से भी अनुरोध किया कि वे भी जल पंचायत एवं अटल भूजल योजना के प्रचार-प्रसार में उनकी टीम का सहयोग करें ताकि अटल भूजल योजना का लाभ गांव के प्रत्येक व्यक्ति तक पहुंचे।

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