लाडवा विधानसभा सीट पर त्रिकोणीय मुकाबले में फंसे नायब सैनी

बीजेपी के काम से खुश नहीं किसान, बोले- बदलाव चाहता है हरियाणा।

वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक

लाडवा, 19 सितंबर : इस बार लाडवा विधानसभा सीट की गिनती हरियाणा की हॉट सीटों में हो रही है। इस सीट पर बीजेपी और कांग्रेस के बीच मुख्य मुकाबला माना जा रहा है। लेकिन संदीप गर्ग की उम्मीदवारी त्रिकोणीय मुकाबले का एहसास कराती है। बीजेपी की तरफ से इस सीट पर नायब सैनी चुनावी मैदान में हैं, तो कांग्रेस ने मेवा सिंह पर भरोसा जताया है। इंडियन नेशनल लोकदल ने बड़शामी परिवार से सपना बड़शामी को चुनावी रण में उतारा है। निर्दलीय के तौर पर बीजेपी के बागी नेता संदीप गर्ग भी कडा मुकाबला देते नजर आ रहे हैं। जनता की राय जानने पर उन्होंने बताया कि वे किन मुद्दों पर और किस पार्टी को वोट देंगे।

बीजेपी से नाराज हैं क्षेत्र के अधिकतर किसान:
अधिकतर किसानों मत है कि इस बार कांग्रेस पार्टी यानी मेवा सिंह को वोट देंगे। किसानों का कहना है कि भारतीय जनता पार्टी की सरकार ने किसानों पर बहुत अत्याचार किया है, जिसे किसान कभी भी भूल नहीं सकते। बीजेपी ने तो ऐसी हालत कर दी थी कि हरियाणा और देश की मंडियां खत्म हो जाती। किसानों ने कहना है कि लाडवा विधानसभा सीट से वो भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार और कार्यवाहक मुख्यमंत्री को अपना विधायक नहीं चाहते। किसानों ने कहा कि हम चाहते हैं कि इस सीट से कांग्रेस उम्मीदवार मेवा सिंह जीते। कुछ किसानों का कहना है कि सभी सरकारें अच्छा और बुरा दोनों काम करती हैं। ऐसे में भारतीय जनता पार्टी ने कुछ अच्छे काम किए हैं, तो कुछ बुरे काम किए हैं, लेकिन हम उनके ना ही अच्छे कामों पर जा रहे हैं और ना ही बुरे कामों पर जा रहे हैं। हम चाहते हैं कि पिछले 10 सालों से हरियाणा में भारतीय जनता पार्टी की सरकार है। इस बार हरियाणा में बदलाव होना चाहिए। करनाल छोड़कर नायब सैनी के लाडवा विधानसभा सीट से चुनाव लड़ने पर लोगो ने कहा कि अगर हरियाणा में बीजेपी की सरकार बन भी गई, तो क्या गारंटी है कि सीएम नायब सैनी ही बनेंगे ? लोगो ने कहा कि पंजाब चुनाव में पिछली बार कांग्रेस पार्टी ने दो-तीन महीने पहले मुख्यमंत्री का चेहरा बदल दिया था। ऐसे में क्या पता ये भी भारतीय जनता पार्टी का लोकसभा चुनाव में वोट लेने का स्टंट हो और इसी का चलते उन्होंने नायब सैनी को मुख्यमंत्री बनाया हो और आगे उनको मुख्यमंत्री ना बनाया जाए।

लाडवा विधानसभा क्षेत्र में त्रिकोणीय मुकाबला:
कुछ लोगों ने दावा किया कि लाडवा विधानसभा में त्रिकोणीय मुकाबला दिखाई दे रहा है, क्योंकि यहां पर भारतीय जनता पार्टी से मुख्यमंत्री खुद चुनाव लड़ रहे हैं। वहीं कांग्रेस पार्टी से मौजूदा विधायक मेवा सिंह चुनाव लड़ रहे हैं। बड़शामी का परिवार भी यहां से चुनाव लड़ रहा है। बड़शामी का लाडवा विधानसभा में काफी अच्छा रुतबा रहा है। ऐसे में उनके यहां अभी काफी अच्छा जन समर्थन है। जिसके चलते लाडवा विधानसभा सीट पर त्रिकोणीय मुकाबला दिखाई दे रहा है।

पार्टी के बागी नेता बिगाड़ सकते हैं बीजेपी का समीकरण:
भारतीय जनता पार्टी के नेता संदीप गर्ग लाडवा विधानसभा सीट से टिकट मांग रहे थे, लेकिन यहां पर मुख्यमंत्री खुद ही चुनाव लड़ रहे हैं। ऐसे में संदीप गर्ग ने आजाद उम्मीदवार के तौर पर अपना नामांकन दाखिल किया है। वो आजाद उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ रहे हैं। आपको बता दें कि संदीप गर्ग पिछले काफी समय से लाडवा विधानसभा में समाज सेवा में जुटे हुए हैं। वो गरीबों और जरूरतमंदों को नाम मात्र पैसों में ही खाना खिलाने का काम कर रहे हैं। जिसके चलते उनकों यहां पर जनसमर्थन मिल रहा है। अगर संदीप गर्ग को वोट मिले तो इसका नुकसान नायब सैनी को होगा।

इसके अलावा एक जाति से एक से ज्यादा उम्मीदवार चुनावी मैदान में होने से भी असर पड़ेगा। हरियाणा के मुख्यमंत्री और भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी सैनी समाज से आते हैं। यहां पर सैनी समाज का काफी अच्छा वोट बैंक है। जो भारतीय जनता पार्टी के लिए काफी फायदेमंद हो सकता है, लेकिन कहीं ना कहीं सैनी समाज से भी मुख्यमंत्री से अलग दूसरे व्यक्ति द्वारा आजाद उम्मीदवार के तौर पर नामांकन दाखिल किया हुआ है। जिसके चलते भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी और मुख्यमंत्री को इससे नुकसान हो सकता है।

क्या है जातीय समीकरण?
इस जिले की लाडवा विधानसभा में 1 लाख 95 हजार 916 मतदाताओं में 1 लाख 1 हजार 244 पुरुष, 94670 महिलाएं और एक थर्ड जेंडर की वोट है. इस हलके में सबसे ज्यादा वोट सैनी और जाट समाज के हैं। जिनमें लगभग बराबर वोट हैं। ब्राह्मण 6.17 प्रतिशत, राजपूत 0.45, जाट 15.84, जट सिख 5.29, बनिया 1.71, रोड़ 2.44, खत्री 3.82, अन्य 0.65, OBC, जिनवर 7.27, बढ़ई 1.99, कुम्हार 2.00, गडरिया 1.47, सैनी 18.92, जोगी 1.33, लबाना 1.10, अहीर 1.30, जुदाह 0.61, अन्य 4.1, हरिजन 8.6, रामदासिया 1.27, वाल्मीकि 5.93, मजबी 0.63, बाजीगर 1.77, सैंसी 1.59, अन्य 1.8 प्रतिशत हैं।

लाडवा विधानसभा सीट से दांव पर सीएम नायब सैनी की साख।
इस बार लाडवा सीट हाई प्रोफाइल मानी जा रही है, क्योंकि सीएम नायब सैनी ने करनाल की जगह इस सीट से चुनाव लड़ने का फैसला किया है। उनके सामने कांग्रेस उम्मीदवार मेवा सिंह हैं। जो वर्तमान में इस सीट से कांग्रेस विधायक हैं। लाडवा विधानसभा सीट पर बीजेपी और कांग्रेस के बीच मुख्य मुकाबला माना जा रहा है।

लाडवा विधानसभा सीट पर मतदाताओं की संख्या।
साल 2019 के चुनाव में लाडवा सीट से कांग्रेस के मेवा सिंह जीते थे. उन्हें 57,665 यानी 42.07% वोट मिले थे. दूसरे नंबर पर बीजेपी उम्मीदवार डॉ. पवन सैनी रहे थे। जिन्हें 45,028 यानी 32.85% वोट मिल थे। कांग्रेस के मेवा सिंह ने बीजेपी उम्मीदवार पवन सैनी को 12,637 वोटों के अंतर से हराया था। इस बार इस सीट से मेवा सिंह के सामने बीजेपी की तरफ से हरियाणा के सीएम नायब सैनी हैं। साल 2014 के विधानसभा चुनाव में लाडवा विधानसभा सीट से बीजेपी उम्मीदवार डॉक्टर पवन सैनी विधायक चुने गए थे। उन्हें 42,445 यानी 31.05% वोट मिले थे। तब दूसरे नंबर पर इनेलो उम्मीदवार बचन कौर बड़शामी रहे थे। जिन्हें 39,453 यानी 28.86% वोट मिले थे। बीजेपी के पवन सैनी ने 2,992 वोटों के अंतर से इनेलो उम्मीदवार को हराया था। इस चुनाव में तीसरे नंबर कांग्रेस उम्मीदवार कैलाशो देवी रही थी।

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