हत्या, हत्या के प्रयास, पुलिस टीम पर जानलेवा हमला, लूट, चोरी तथा दीपावली की रात को गाँव कासन में हुए हत्याकाण्ड में अहम भूमिका निभाने वाले 25-25 हजार रुपयों के 02 ईनामी अन्तर्राज्यीय खुंखार बदमाशों को मुठभेङ के बाद अपराध शाखा सैक्टर-31, गुरुग्राम की पुलिस टीम ने किया काबू। आरोपी सोनीपत, गुरुग्राम व दिल्ली में हत्या, हत्या के प्रयास, पुलिस टीम पर जानलेवा हमला, लूट व चोरी की करीब 02 दर्जन वारदातों के दे चुके है अन्जाम और संगीन वारदातों को अन्जाम देने में लगातार थे सक्रिय। पुलिस टीम द्वारा उपरोक्त दोनों आरोपियों के कब्जा से 01 मोटरसाईकिल अपाचे (थाना सदर, गुरुग्राम के एरिया से चोरी), 01 देशी कट्टा, 01 पिस्टल व 05 खाली खोल बरामद किए गए है। गुरुग्राम, 01.02.2022 – दिनांक 01.02.2022 को निरीक्षक आनन्द कुमार, प्रभारी अपराध शाखा सैक्टर-31, गुरुग्राम की पुलिस टीम को अपने विश्वसनीय सुत्रों के माध्यम से एक सूचना गुरुग्राम व दिल्ली में हत्या व हत्या के प्रयास में वांछित अपराधी अमित उर्फ गांठ पुत्र जयप्रकाश निवासी वाजिदपुर, दिल्ली व दीपक उर्फ भोलु पुत्र देशराज निवासी परौरी जिला अलीगढ़, उत्तर-प्रदेश जिन पर हरियाणा पुलिस द्वारा ईनाम भी घोषित कर रखा है और दोनों अपराधी गाँव कासन में दीपावली की रात को हुए चार व्यक्तियों की हत्या में भी वांछित है। दोनों आरोपी करीब 4-5 बजे मोटरसाईकिल अपाचे सफेद रंग पर सवार होकर गांव बासलांबी से IMT मानेसर को KMP के नीचे से आने वाले रास्ते से गुजरेंगे दोनों अपराधियों के पास अवैध हथियार हो सकते हैं जो किसी संगीन वारदात को अंजाम भी दे सकते हैं। प्राप्त सूचना पर निरीक्षक आनन्द कुमार, प्रभारी अपराध शाखा सैक्टर-31, गुरुग्राम ने कानून की सभी औपचारिकताओं को पूरा करते हुए एक विशेष पुलिस टीम गठित की तथा प्राप्त सूचना के बारे में विस्तारपूर्वक बताकर आपराधियों की प्रवृति के बारे में भी जानकारी देते हुए बङी ही सतर्कता से अपनी ड्यूटी का निर्वहन करने की हिदायत दी गई व गठित की गई विशेष पुलिस टीम को रिफ्लेक्टर जैकेट, बुलेट प्रूफ जैकेट, टॉर्च तथा असला अमूनेशन देकर अपनी समझबुझ से KMP के पास समय करीब 03.00 AM बजे बांसलाम्बी से IMT कासन जाने वाले रास्ते पर पुलिस टीम को तैनात करके बैरीगेट का ईन्तजाम करके नाकाबंदी की गई व नाकाबन्दी के आसपास के स्थानों पर कुछ दूरी पर भी पुलिस टीम को तैनात किया गया तथा पुलिस कन्ट्रोल रुम व IMT मानेसर की पुलिस टीम को भी इस नाकाबन्दी की सूचना दी गई। नाकाबंदी के करीब 20/25 मिनट बाद नाकाबन्दी से कुछ दूरी पर तैनात की गई पुलिस टीम को उक्त सूचना में बतलाई गई सफेद अपाचे पर दो लड़के दिखाई दिए जिसकी सूचना फोन के माध्यम से तैनात पुलिस टीम के ईन्चार्ज को दी गई। सूचना पाते ही मैंने टीम को नाकाबंदी टाइट करने बारे कहा तथा इतनी ही देर में अंडरपास की तरफ से एक मोटरसाईकिल आती दिखाई दी जिसे टॉर्च की लाइट से रुकने का इशारा किया तथा नंबर देखा तो गुप्तचर द्वारा बतलाया गया नंबर पाया गया जो मोटरसाइकिल को रोकने की बजाय एकदम से स्पीड बढ़ा दी और पहले बैरिकेट से आगे निकालकर भागने लगे। अगले बैरिकेट पर निरीक्षक आनन्द कुमार ने उन्हें रुकने का इशारा किया तो मोटरसाईकिल चालक ने मोटरसाईकिल नहीं रोकी तथा पीछे बैठे लड़के ने तेज आवाज में कहा पुलिस है टक्कर मार दे और मोटरसाईकिल भगा इतना सुनते ही मोटरसाईकिल चालक ने मोटरसाईकिल पूरी तेज गति से पुलिस टीम को टक्कर मारने के लिए भगाई। मोटरसाईकिल ASI विक्रम को टकराती हुई बैलेंस बिगड़ने के कारण करीब 7/8 कदम आगे जाकर गिर गई और उस पर बैठे दोनों बदमाश भी गिर गए। दोनों बदमाशों ने तुरंत उठते हुए अपने-2 हथियार निकाल लिए मोटरसाईकिल पर पीछे बैठे लड़के ने जान से मारने की नियत से सीधा फायर निरीक्षक आनन्द पर किया जो उनकी पहनी हुई बुल्ट प्रूफ जाकेट पर लगा। फायर करते ही दोनों लड़के अलग-अलग तरफ भागने लगे। निरीक्षक आनन्द व अन्य पुलिस कर्मचारियों ने तेज आवाज लगते हुए दोनों अपराधियो को आत्मसमर्पण करने के लिए कहा परंतु पहले फायर करने वाले लड़के ने फिर से पुलिस टीम पर जान से मारने की नियत से फायर किया। निरीक्षक आनन्द ने फिर से उस लड़के को आत्मसमर्पण करने के लिए कहा व उसकी जान की सुरक्षा का ध्यान रखते हुए एक हवाई फायर किया दूसरा अपराधी सीधा सामने की तरफ भागने लगा और पुलिस टीम पर फायर कर रहा था। अपराधी द्वारा की जा रही लगातार गोलीबारी से अपनी व अपनी पुलिस पार्टी की जान की रक्षा करने के लिए तथा इस खतरनाक अपराधी की जान की सुरक्षा का ध्यान में रखते हुए व उसे निकल भागने से रोकने के लिए निरीक्षक आनन्द कुमार ने एक फायर उस बदमाश के पैरों की तरफ किया जो उसके टकने के पास जाकर लगा जो गोली लगने से घायल होकर वहीं पर गिर गया तथा उसने हाथ में ली हुई पिस्टल भी वहीं गिर गई, जिसे तुरन्त पुलिस टीम ने काबू कर लिया। बदमाश गोली लगने के कारण घायल हो गया जिसकी जान की सुरक्षा करके व मानव अधिकारों का ध्यान रखते हुए ईलाज के लिए तुरंत नजदीकी अस्पताल में दाखिल कराया गया। पुलिस टीम द्वारा मुठभेड के बाद काबू किए गए दोनों बदमाशों से उनका नाम व पता पूछा तो उन्होनें अपना नाम व पता निम्नलिखित बतलायाः- अमित उर्फ गांठ पुत्र जयप्रकाश निवासी गांव वाजिदपुर थाना बवाना, दिल्ली।दीपक उर्फ भोलु पुत्र देशराज निवासी परौरी जिला अलीगढ़, उत्तर-प्रदेश। उपरोक्त दोनों आरोपियों द्वारा सरकारी कर्मचारियों पर जान से मारने की नियत से फायर करने, पुलिस के आदेशों की अवहेलना करके पुलिस कर्मचारियों को चोट पहुंचाने तथा अवैध हथियार रखने पर आरोपियों के खिलाफ थाना आई.एम.टी. सैक्टर-7 मानेसर, गुरुग्राम में धारा 186, 332, 353, 307, 34 IPC व 25(1B)(a) शस्त्र अधिनियम के तहत अभियोग अंकित किया गया। आरोपी अमित उर्फ गाँव को उपचार के लिए होस्पिटल में दाखिल कराया गया व उक्त आरोपी दीपक उर्फ भोलू को अभियोग में नियमानुसार गिरफ्तार किया गया। आरोपियों से पुलिस पूछताछ में ज्ञात हुआ कि ये सोनीपत, गुरुग्राम व दिल्ली में चोरी, लूट, हत्या, हत्या के प्रयास व पुलिस टीम पर जानलेवा हमला करने की वारदातों को अन्जाम देने में सक्रिय थे और ये इन संगीन वारादतों की करीब 21 वारदातों को अन्जाम दे चुके है। पुलिस मुठभेड के दौरान ये जिस मोटरसाईकिल पर सवार थे वो मोटरसाईकिल वर्ष-2021 में थाना सदर, गुरुग्राम के एरिया से चोरी की हुई है। आरोपियों से पुलिस पूछताछ में यह भी ज्ञात हुआ कि दिनांक 04.11.2021 को (दीपावली की रात) को गाँव कासन में पूर्व सरपंच के घर हुए हत्याकाण्ड की वारदात को अन्जाम देने वाले सूटरों को उक्त आरोपी अमित उर्फ गाँठ ही लेकर आया था तथा उस वारदात को अन्जाम देने में उपरोक्त दोनों बदमाश भी शामिल थे। गाँव कासन के हत्याकाण्ड के सम्बन्ध में अंकित अभियोग में उक्त दोनों आरोपियों पर हरियाणा सरकार द्वारा 25-25 हजार रुपयों का ईनाम भी घोषित किया हुआ है। कासन हत्याकाण्ड को अन्जाम देने के बाद ये नोएडा, दिल्ली, पश्चिम-बंगाल व राजस्थान में फरारी काट रहे थे। पुलिस टीम द्वारा उपरोक्त दोनों आरोपियों के कब्जा से 01 मोटरसाईकिल अपाचे (थाना सदर, गुरुग्राम के एरिया से चोरी), 01 देशी कट्टा, 01 पिस्टल व 05 खाली खोल बरामद किए गए है। उक्त आरोपी अमित उर्फ गाँठ उपचाराधीन है तथा उक्त आरोपी दीपक उर्फ भोलू को माननीय अदालत के सम्मुख पेश करके पुलिस हिरासत रिमाण्ड पर लिया जाएगा। पुलिस हिरासत रिमाण्ड के दौरान आरोपी से अन्य साथी आरोपियों व अन्य वारदातों के बारे में गहनता से पूछताछ की जाएगी। पुलिस पूछताछ के दौरान जो ऊभी तथ्य सामने आएंगे नियमानुसार आगामी कार्यवाही की जाएगी। अभियोग अनुसंधानाधीन है। Post navigation सरकार आंगनवाड़ी वर्करों की माँगो को करे स्वीकार-चौधरी संतोख सिंह। परीक्षा नोटिस का विरोध, जीयू में एबीवीपी करेगी प्रदर्शन