चरखी दादरी। विलक्षणा एक सार्थक पहल समिति, सरस्वती साहित्य संस्थान तथा गिना देवी शोध संस्थान द्वारा विश्व हिंदी दिवस के उपलक्ष्य में जनता कॉलेज में अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी आयोजित की गई। संगोष्ठी का मुख्य विषय हिंदी साहित्य, शिक्षा एवं संस्कृति रहा। सरस्वती साहित्य संस्थान के अध्यक्ष डॉ कैलाश शर्मा शंकी ने इस संगोष्ठी की अध्यक्षता की। डॉ शंकी ने बताया कि चौधरी बंसी लाल विश्विद्यालय भिवानी से डॉ सुशीला आर्या, यूक्रेन से साहित्यकार राकेश शंकर भारती, शिक्षाविद डॉ सुलक्षणा अहलावत तथा टांटिया विश्वविद्यालय श्रीगंगानगर से डॉ नरेश सिहाग ने अपना व्याख्यान प्रस्तुत किया। डॉ शंकी ने आगे बताया कि राजस्थान, दिल्ली, उत्तर प्रदेश तथा हरियाणा के कोने कोने से आये प्रोफेसर एवं शोधार्थियों ने अपना शोध आलेख प्रस्तुत किया। उत्तर प्रदेश सेवडॉ रोहताश जमदग्नि, दिल्ली से रविदेव, राजस्थान से स्नेहलता सैनी, हरियाणा से डॉ संजय, डॉ विनोद, दर्शना जलंधरा, डॉ कुलदीप, डॉ अनिल तथा अन्य ने अपना अपना शोध आलेख प्रस्तुत किया। संगोष्ठी के अंत में आयोजन समिति के सचिव एडवोकेट राजीव ने सभी विद्वानों का आभार व्यक्त किया। Post navigation अपराध पर अंकुश लगाने के लिए पुलिस ने चलाया नाईट डोमिनेशन अभियान आंगनबाड़ी वर्कर्स और हेल्पर्स की मांगें पूरी करे सरकार : राजू मान