दादरी में धरना 33वें दिन जारी, जेल भरो आंदोलन की तैयारियां शुरू। चरखी दादरी जयवीर फोगाट 10 जनवरी – हरियाणा की गठबंधन सरकार को लंबे अरसे से आंदोलन कर रही आंगनबाडी वर्कर्स और हेल्पर्स की मांगों को अविलंब मान लेना चाहिए इसकी एक बड़ी वजह है कि ये कुछ नाजायज नहीं मांग रही अलबत्ता अपने अधिकारों को लेकर आवाज बुलुन्द कर रही हैं। यह बात अखिल भारतीय किसान कांग्रेस के राष्ट्रीय संयुक्त समन्वयक राजू मान ने आंगनबाड़ी वर्कर्स और हेल्पर्स के चल रहे धरने को समर्थन देते हुए कही। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी पूरी तरह से उनके साथ खड़ी है और उनके संघर्ष में डटकर साथ देगी। उन्होंने हरियाणा सरकार की आलोचना करते हुए कहा कि सरकार हठधर्मिता पर उतर आई है और बड़ी संख्या में आंदोलनरत आंगनबाड़ी वर्कर्स और हेल्पर्स को नोटिस जारी कर उनकी आजीविका छीनने का षड्यंत्र कर रही है जो असहनीय है। उन्होंने कहा कि किसी भी समस्या का समाधान बातचीत से ही निकल सकता है और सरकार की उसी रास्ते पर चलना चाहिए। उन्होंने कहा कि देर लग सकती है लेकिन जीत आंगनबाड़ी वर्कर्स और हेल्पर्स की होगी। आज कांग्रेस पार्टी की ओर से पूर्व ब्लॉक प्रधान जोरावर सांगवान, ब्लॉक कॉर्डिनेटर डॉ ओमप्रकाश, इंटक जिला प्रधान सुशील धानक, बिजेंद्र मंदोली ने धरने को समर्थन दिया वहीं दादरी से निर्दलीय विधायक सोमबीर सांगवान ने कहा कि वे इस मामले को लेकर दो दिन के भीतर मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर से बातचीत करेंगे और इस मामले की गम्भीरता के बारे में उनको बताकर इसका समाधान करवाएंगे। सीटू की राज्य उपप्रधान कमलेश भैरवी और सर्व कर्मचारी संघ के जिला प्रधान राजकुमार घिकाड़ा ने कहा कि 12 जनवरी से जेल भरो आंदोलन को लेकर जोर शोर से तैयारियां चल रही हैं। उन्होंने कहा कि मंगलवार को सर्वकर्मचारी संघ के साथ अन्य पार्टियां और संगठनों को साथ लेकर धरनास्थल से नारेबाजी करते हुए अपनी मांगों का ज्ञापन उपायुक्त को सौंपा जाएगा।धरने के 33वें दिन रामोतारी, सुशीला, ओमपति, प्रमिला रानीला ने संयुक्त रूप से अध्यक्षता की और संचालन प्रेम अचीना ने की। इस मौके पर जिला प्रधान सुनीता रामबास, सचिव अनिल हड़ौदी, ब्लॉक प्रधान सुलीन जांगड़ा, सुरेश कादमा, इंद्रा रासीवास, पूनम बेरला, रानी, मोनिका बेरला समेत सैकड़ों आंगनबाड़ी वर्कर्स और हेल्पर्स मौजूद थी। Post navigation जनता कॉलेज में आयोजित की गई अंतर्राष्ट्रीय संगोष्ठी कड़ाके की ठंड व लावारिस कुत्तों के आतंक का शिकार बेजुबान गोवंश