पुलिस कर्मचारी बेरिगेट लगाकर मास्क ना लगाने वाले लोगों से कर रहे अवैध वसूली

सोहना बाबू सिंगला

पुलिस प्रशासन द्वारा नाके पर अपनी ड्यूटी निभा रहे पुलिस कर्मचारी मास्क ना लगाने वाले लोगों से रसीद ना काटकर अवैध रूप से वसूली करने में लगे हुए हैं ऐसा ही देखने को मिला जब एक युवा तावडू की ओर अपनी फैमिली के साथ गाड़ी में जा रहे थे मास्क ना लगाने को लेकर पुलिस कर्मचारियों ने रोक कर चालान काटने की कार्रवाई करते हुए अवैध रूप से 500 का चालान ना काटकर 200 बतौर रिश्वत लेकर छोड़ दिया गया जिला प्रशासन पुलिस प्रशासन को लिखित में मास्क ना लगाने वाले लोगों के चालान काटे जाने की कार्रवाई अमल में लाने के लिए आदेश जारी कर रही है वही पुलिस कर्मचारी मास्क ना लगाने वाले व्यक्ति को इसकी आड़ में चलाना काटकर अवैध रूप से रिश्वत के तौर पर वसूली की जा रही है 

इससे पुलिस प्रशासन हाथ में चालान काटने वाली पुस्तक को लेकर मास्क ना लगाने वाले लोगों को चालान ना काटकर अवैध तरीके से मोटी कमाई करने में लगे हुए जबकि जिला प्रशासन ने लोगों की सुविधा के लिए मास्क लगाना अनिवार्य किया हुआ है लेकिन पुलिस मास्क की आड़ में नाके डालकर खुले रूप से रिश्वत लेकर सरकार व जिला प्रशासन पुलिस अधिकारियों को खानापूर्ति करते हुए मोटी रकम वसूलने में लगे हुए भाजपा की सरकार मे कहते हैं कि भ्रष्टाचार कम हो रहा है कांग्रेस की सरकार में भ्रष्टाचार का बोल बाला था लेकिन लोगों को पता है कि कांग्रेस की सरकार में भ्रष्टाचार खुले रूप से था और भाजपा की सरकार में भ्रष्टाचार गुप्त होकर मोटी कमाई करने में कर्मचारी अधिकारी लगे हुए हैं जिसका कोई पता नहीं पड़ता है और शिकायत करने पर भी कोई कार्रवाई अमल में नहीं ली जाती है.

भाजपा के राज में कर्मचारी अधिकारी लोगों की समस्या के प्रति गंभीर ना होकर अपने कार्यालय तक ही सिमट कर रह जाते हैं यह तो जब कार्रवाई अमल में लाते हैं जब सरकार का डंडा चलता दिखाई देता है इससे पहले कोई भी विभाग लोगों के समय पर कार्य करना उचित नहीं समझता है जिसके कारण सरकार की छवि को धूमिल करने में सबसे ज्यादा विभाग के कर्मचारी अधिकारियों का होता है पुलिस कर्मचारी नाके लगाकर सरकार द्वारा जारी किए गए आदेशों की पालना ना करके अपनी जेब भरने में लगे हुए हैं क्योंकि पुलिस अधिकारी नाके लगाए हुए पुलिस कर्मचारियों की और जांच-पड़ताल ना करने के कारण पुलिस कर्मचारी अपनी मनमर्जी से लोगों से हजार रुपए की राशि रोजाना एकत्रित करके आपस में बांट लेते है.

समाचार के माध्यम से पुलिस प्रशासन सरकार को ऐसे कर्मचारी के खिलाफ जांच पड़ताल करके कार्रवाई अमल आनी चाहिए जिससे कि भ्रष्टाचार को बढ़ावा ना मिल सके पुलिस प्रशासन द्वारा लगाए गए नाके सदर थाना से कुछ ही दूरी पहाड़ी जिसको वायरलेस के नाम से जाना जाता है वहां पर आने जाने वालों की चेकिंग के नाम पर मोटी रकम कमाने का काम कर रहे हैं

You May Have Missed

error: Content is protected !!